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अन्ना हज़ारे जनतंत्र यात्रा |
सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हज़ारे ने रविवार से अमृतसर के जलियांवाला बाग़ से अपनी ‘जनतंत्र यात्रा’ की शुरुआत कर दी है.
अन्ना हज़ारे ने स्पष्ट किया है कि उनके नेतृत्व वाला जनतांत्रिक मोर्चा चुनावी मैदान में नहीं उतरेगा लेकिन अगले लोकसभा चुनाव से पहले पूरे देश की आम जनता को जागरुक बनाने की उनकी मुहिम जारी रहेगी.
इस यात्रा का आयोजन मौजूदा केंद्र सरकार की नीतियों के ख़िलाफ़ और मज़बूत लोकपाल विधेयक लाने के लिए समर्थन जुटाने के उद्देश्य से किया जा रहा है.
"आम लोगों को जन लोकपाल विधयेक जैसे मुद्दों पर जागरुक करने की जरुरत है. देश में बदलाव तभी होगा जब आम आदमी इस आंदोलन से जुड़ेगा."
अन्ना हजारे, जनतंत्र यात्रा की शुरुआत से पहले
इस यात्रा के दौरान अन्ना अपने समर्थक कार्यकर्ताओं के साथ देश की जनता को जागरुक करने की कोशिश करेंगे.
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'त्रस्त है आम आदमी'
अमृतसर में अन्ना हज़ारे ने मीडिया से कहा, “आम लोगों को जन लोकपाल विधयेक जैसे मुद्दों पर जागरुक करने की ज़रुरत है. देश में बदलाव तभी होगा जब आम आदमी इस आंदोलन से जुड़ेगा.”
अन्ना हज़ारे ने ये भी कहा है कि देश की जनता मौजूदा राजनीतिक व्यवस्था से त्रस्त हो चुकी है.
उन्होंने कहा, “देश के आम लोग भ्रष्ट राजनीतिक व्यवस्था से त्रस्त हैं. इसमें बदलाव तभी होगा जब आम जनता एक मंच पर आकर बदलाव की मांग करेगी.”
अन्ना हज़ारे के मुताबिक़ जनतंत्र यात्रा का अंतिम उद्देश्य है आम लोगों को ये बताना कि उनमें सरकारों को उखाड़ फेंकने की ताक़त है.
जन संसद का आयोजन
इस यात्रा के दौरान आम लोगों को भ्रष्टाचार, लोकपाल के अलावा चुनाव सुधार और जन प्रतिनिधियों को वापस बुलाने के प्रावधानों के बारे में भी बताया जाएगा.
अन्ना हज़ारे ने इस यात्रा को समर्थन देने के लिए सभी राजनीतिक दलों को ख़त भेजा था, लेकिन अभी तक कोई राजनीतिक पार्टी इस यात्रा में शामिल होने के लिए सामने नहीं आई है.
जलियांवाला बाग़ से शुरू जनतंत्र यात्रा के तहत पंजाब में अन्ना हज़ारे आठ सार्वजनिक रैलियों को संबोधित करेंगे. ये यात्रा व्यास और कपूरथला होते हुए जालंधर पहुंचेगी.
निर्धारित कार्यक्रम के मुताबिक पांच महीने बाद दिल्ली के रामलीला मैदान में एक विशाल जन रैली का आयोजन प्रस्तावित है. इसे जन संसद का नाम दिया गया है.