
सरकार ने बुधवार को कहा कि पिछले साल जून माह में राजधानी के रामलीला मैदान में योग गुरु बाबा रामदेव के समर्थकों पर कठोर कार्रवाई करने वाले पुलिस अधिकारियों की पहचान कर उनके ख़िलाफ़ आवश्यक क़दम उठाए जाएंगे।
गृह मंत्री पी चिदंबरम ने आज राज्यसभा में प्रश्नकाल के दौरान कहा कि चार एवं पाच जून की मध्य रात्रि को रामलीला मैदान पर बल प्रयोग करने वाले पुलिस अधिकारियों की पहचान की जाएगी एवं उनके ख़िलाफ़ कार्रवाई की जाएगी।
भाजपा सांसद प्रकाश जावड़ेकर द्वारा पूछे गए एक पूरक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि गत वर्ष पांच जून की रात बाबा रामदेव एवं उनके समर्थकों पर बल प्रयोग करने वाले पुलिस कर्मियों के ख़िलाफ़ आवश्यक क़दम उठाने के उच्चतम न्यायालय के फ़ैसले का पालन किया जाएगा।
जावड़ेकर ने कहा कि चार व पांच जून की मध्य रात्रि को सो रहे बाबा रामदेव एवं उनके क़रीब 10,000 समर्थकों के ख़िलाफ़ पुलिस आयुक्त की मौजूदगी में लगभग 5,000 पुलिस कर्मियों ने बल प्रयोग किया। उन्होंने कहा कि लोग सो रहे थे एवं उकसाने वाली कोई बात नहीं हुई फिर भी प्रदर्शनकारियों को पीटा गया था।
उन्होंने जानना चाहा कि क्या इसके लिए पुलिसकर्मी ज़िम्मेदार हैं या पुलिस आयुक्त, जो वहां मौजूद थे।