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भ्रष्टाचार के खिलाफ भारत समर्थक

लोकपाल आया तो चिदंबरम भी जाएंगे जेल : अरविंद केजरीवाल

जनलोकपाल और अब मजबूत व्हिसल ब्लोअर बिल की मांग को लेकर अन्ना हजारे का जंतर मंतर पर अनशन जारी है। अन्‍ना के सहयोगी अरविंद केजरीवाल ने मंच से संबोधित करते हुए कहा कि यदि मजबूत लोकपाल आया तो 14 सांसदों के खिलाफ भ्रष्‍टाचार के आरोप में एफआईआर दर्ज की जा सकती है। इसलिए सरकार मजबूत लोकपाल बिल के प्रति दिलचस्‍पी नहीं दिखा रही है। केजरीवाल ने दावा किया कि केंद्रीय कैबिनेट में कम से कम 34 दागी मंत्री हैं- इनमें पी चिदंबरम, श्रीप्रकाश जायसवाल, विलासराव देशमुख, सुशील कुमार शिंदे, एस एम कृष्‍णा, प्रफुल्‍ल पटेल, कमलनाथ, अजित सिंह, फारुक अब्‍दुल्‍ला, कपिल सिब्‍बल, शरद पवार आदि हैं। क्‍या इन्‍हें कभी सजा मिल पाएगी?

अन्‍ना के साथ उन लोगों के परिवार वाले भी मौजूद हैं जो भ्रष्टाचार उजागर करने की कोशिश में अपनी जान गंवा बैठे। जंतर - मंतर पर बड़ी तादाद में अन्‍ना समर्थक जुटे हैं। अनशन स्‍थल पर जब यह गाना (दिल दिया है, जान भी देंगे, ऐ वतन तेरे लिए...) तो अन्‍ना बेहद भावुक हो गए और उनकी आंखों से आंसू छलक पड़े।

मंच पर अन्‍ना के सहयोगी किरण बेदी, अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसौदिया, डॉ. कुमार विश्‍वास, जस्टिस संतोष हेगड़े और पूर्व कानून मंत्री शांति भूषण भी मौजूद हैं। जंतर मंतर पहुंचे अन्‍ना ने इंकलाब जिंदाबाद और भारत माता की जय का नारा लगाया।

इस बीच, बीजेपी ने कहा है कि अन्‍ना का अनशन यूपीए सरकार के खिलाफ है। वहीं केंद्रीय मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल ने कहा कि अन्‍ना के अनशन से सरकार पर कोई दबाव नहीं पड़ रहा है। यदि अन्‍ना अच्‍छे काम के लिए अनशन कर रहे हैं तो कोई आपत्ति नहीं है। हालांकि कांग्रेस प्रवक्‍ता राशिद अल्‍वी ने कहा कि कानून बनाना संसद का काम है और संसद में यह प्रक्रिया चल रही है, ऐसे में सरकार पर दबाव बनाना उचित नहीं।

हर बार की तरह अन्ना ने पहले राजघाट जाकर बापू को श्रद्धांजलि दी और उनकी समाधि के पास बैठे। वहां कुछ देर ध्यान करने के बाद वे जंतर मंतर के लिए रवाना हुए। ध्‍यान रखने करने के बाद अन्‍ना और उनके समर्थकों ने भारत माता की जय, महात्‍मा गांधी की जय, वंदे मातरम... के नारे लगाए।

अन्‍ना ने कहा कि आज भ्रष्‍टाचार के चलते साधारण लोगों को परिवार चलाना मुश्किल हो गया है। भ्रष्‍टाचारियों ने महात्‍मा गांधी के सपने को मिट्टी में मिला दिया है। टीम अन्ना के अनुसार भ्रष्टाचार उजागर करने की कोशिश में जान गंवा बैठे व्हिसल ब्लोअर्स के परिवार वाले इस दौरान अपनी पीड़ा सबके सामने रखेंगे।

राजघाट के लिए रवाना होने से पहले नोएडा में पत्रकारों से बातचीत में अन्‍ना हजारे ने एक बार फिर सरकार पर निशाना साधा। उन्‍होंने कहा, ‘देश में पिछले 10 साल में करीब 25 सच के सिपाहियों (व्हिसल ब्लोअर्स) की हत्‍या हुई है, उनके लिए लड़ने जा रहे हैं। सरकार संवेदनशील नहीं है। उसे इन सिपाहियों के परिवारवालों के आंसुओं से फर्क नहीं पड़ता। सरकार गूंगी-बहरी बन कर बैठी है। जब बड़ा आंदोलन होगा तब सरकार को सुनाई देगा।’

अनशन मध्यप्रदेश के मुरैना जिले में आईपीएस नरेन्द्र सिंह सहित कई व्हिसल ब्लोअर्स की हत्या किए जाने के विरोध में किया जा रहा है। नरेंद्र के चाचा ने अन्‍ना के प्रयासों की तारीफ करते हुए कहा कि यदि अन्‍ना हजारे 10 साल पहले आंदोलन चलाते तो उनका भतीजा (नरेंद्र कुमार) आज जिंदा होता। इसके अलावा मंजूनाथ शनमुगम, अमित जेठवा, शशिधर मिश्रा, विश्राम लक्ष्मण डोडिया, ललित कुमार महतो, कामेश्वर यादव, सोला रंगा राव, नदीम सैयद, सतीश कुमार, वी. पी. सिंह, विनोद आर्य और महेंद्र कुमार शर्मा के परिजन भी मंच पर मौजूद हैं।
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