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ढोंगी बाबाओं के झांसे में न आए जनता: अन्‍ना

नई दिल्‍ली: ईसाई धर्म प्रचारक पॉल दिनाकरन पर समाजसेवी अन्ना हजारे ने निशाना साधा है. उन्‍होंने दिनाकरन का नाम लिए बगैर कहा है कि लोगों को धर्म की आड़ में कारोबार चला रहे बाबाओं से बचना चाहिए. साथ ही इस बात की जांच होनी चाहिए कि ऐसे बाबाओं के पास आखिर पैसे कहां से आ रहे हैं?


अन्‍ना ने कहा है कि लोगों के ऐसे बाबाओं के झांसे में नहीं आना चाहिए जो धर्म की आड़ में पैसे ऐंठ रहे हैं.


उन्‍होंने कहा, 'बाबा को अगर समाज के लिए कुछ करना है तो पैसे लेने की क्‍या जरूरत है? जनता की सेवा करो, लेकिन पैसे क्‍यों ले रहे हो? इनके पास पैसा कहां से आया इसकी जांच होनी चाहिए और इसके खिलाफ कोर्ट में जाना चाहिए.'


दरअसल, उमा भारती के बयान के बाद दक्षिण भारत में धर्मसभाएं करने वाले पॉल दिनाकरन सुर्खियों में छाए हुए हैं. उमा ने शुक्रवार को निर्मल बाबा का बचाव करते हुए दिनाकरन का भी नाम लिया था.



उमा ने कहा था, 'धर्म के नाम पर हीलिंग की सभाएं इसाइयों, विदेशों और भारत में भी होती हैं. किसी एक पर उंगली उठाना सही नहीं है. मैं कहूंगी कि ऐसी सभाएं दक्षिण भारत के पॉल दिनाकरण की भी होती है. मेरा यह कहना है कि अगर इस तरह की चीजों को बंद कराना है तो फिर सबको बंद करना होगा. किसी एक धर्म को टार्गेट करना ठीक नहीं है. अगर निर्मल बाबा पर रोक लगानी है तो पॉल दिनाकरण को भी रोका जाए. दिनाकरण भी ऐसी ही सभाएं करते हैं.'


उमा भारती के इसी बयान के बाद से ही निर्मल बाबा के साथ-साथ दिनाकरन को लेकर भी बड़ी बहस छिड़ी हुई है.


कौन हैं दिनाकरन?


पॉल दिनाकरण दक्षिण भारत के जाने-माने ईसाई धर्मगुरु और धर्म प्रचारक हैं. पॉल दिनाकरन चेन्नई के मशहूर धर्म गुरु जी एस दिनाकरन के बेटे हैं. दिनाकरन भी अपनी विशाल सभा के जरिए लोगों को प्रवचन देते हैं.


दिनाकरन अपने उपदेश से इलाज का दावा करते हैं. वो कारुण्य यूनिवर्सिटी के कर्ताधर्ता भी हैं. निर्मल बाबा की तरह टीवी पर दिनाकरन के भी कार्यक्रम प्रसारित होते है और विवादों से भी वो अछूते नहीं रहे हैं. दिनाकरन पर लोगों के धर्मपरिवर्तन के गंभीर आरोप लगते रहे हैं.
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