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भ्रष्टाचार के खिलाफ भारत समर्थक

आम आदमी पार्टी ने गडकरी के खिलाफ शिकायत दर्ज की


नागपुर - आम आदमी पार्टी 'आप' ने आयकर अधिकारी विरोधी टिप्पणी पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पूर्व अध्यक्ष नितिन गडकरी के खिलाफ शिकायत दायर की है। गडकरी ने भाजपा अध्यक्ष पद से कार्यमुक्त होने के एक दिन बाद 24 जनवरी को नागपुर हवाई अड्डे पर कहा था कि वह अब पद की गरिमा से बंधे नहीं हैं। उन्होंने वस्तुत: आयकर अधिकारियों को धमकी दी थी और दावा किया था कि जब केन्द्र में भाजपा की सरकार बनेगी तो उन अधिकारियों को कोई नहीं बचाएगा। एएपी नेता गिरिश नंदगावंकर ने कल राल सोनेगांव हवाई अड्डा पुलिस थाने में गडकरी के खिलाफ शिकायत दायर की।

पूर्व भाजपा अध्यक्ष ने कहा था कि भाजपा के सत्ता में आने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और वित्त मंत्री पी. चिदंबरम भी आयकर अधिकारियों की रक्षा करने में सक्षम नहीं होंगे। गडकरी की इस टिप्पणी पर आयकर अधिकारियों के शीर्ष निकाय ने कड़ी प्रतिक्रिया की थी। इस प्रतिक्रिया के बाद गडकरी यह कहते हुए पलट गए कि उनके बयान को ‘‘तोड़ा मरोड़ा गया है और उसकी गलत व्याख्या की गई है।’’ 

पुलिस निरीक्षक टी. के. वाहिले ने शिकायत मिलने की पुष्टि करते हुए आज सुबह पीटीआई को बताया कि पुलिस शिकायत पर गौर कर रही है।  वाहिले ने कहा, ‘‘यह एक गैर-संज्ञेय मामला है और अभी तक गडकरी के खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं रिपीट नहीं किया गया है।’’

आइबीआइ का खुलासा, पाक ने हेमराज के हत्यारे को दिए 5 लाख


नई दिल्ली : एलओसी पर इंडियन आर्मी के जवान हेमराज सिंह का सिर काटने की कलई धीरे-धीरे खुलने लगी है। मिलिटरी खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक शुरुआती रिपोर्ट से पता चलता है कि इस बर्बर कार्रवाई में पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई प्रत्यक्ष रूप से शामिल थी। पाकिस्तान की इस बर्बर कार्रवाई में दो भारतीय सैनिक मारे गए थे। इसमें लांस नायक हेमराज सिंह का सिर काट लिया गया था। मिलिटरी खुफिया विभाग ने इस रिपोर्ट को 'सेकेंड हैंड इन्फर्मेशन' के आधार पर तैयार किया है। सीनियर सिक्यूरिटी ऑफिसर के मुताबिक रिपोर्ट देश की दूसरी सुरक्षा एजेंसियों से साझा की गई है। हालांकि फिलहाल इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है। 

खुफिया विभाग को उपलब्ध सोर्स से पता चला है कि आईएसआई ने 'बोर्डर ऐक्शन टीम' के जरिए इस ऑपरेशन को अंजाम दिया। इस ऐक्शन टीम में पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन लश्करे तैयबा और जैश-ए-मोहमम्द को शामिल किया गया था। इस रिपोर्ट में आगे बताया गया है कि लश्कर ने सिर काटने वाले को 5 लाख रुपए का इनाम भी दिया।

गौरतलब है कि 8 जनवरी को जम्मू-कश्मीर के मेंढर सेक्टर में लांस नायक हेमराज सिंह और सुधाकर सिंह की डेड बॉडी बरामद की गई थी। इसमें हेमराज सिंह की बॉडी से सिर गायब था। इन्हें मारने के बाद भी डेड बॉडी से साथ अमानवीय व्यवहार किया गया था। इस बर्बर घटना के बाद भारत ने पाकिस्तान को कटघरे में खड़ा किया तो उसने शामिल होने से साफ इनकार कर दिया। लेकिन इंडियन आर्मी ने आधिकारिक रूप से कहा था कि यह पाकिस्तानी सैनिकों की कायराना हरकत है।


अंग्रेजी दैनिक 'हिन्दुस्तान टाइम्स' के मुताबिक खुफिया विभाग के अधिकारियों ने कहा कि अभी इस रिपोर्ट की पुष्टि बाकी है इसलिए ज्यादा डिटेल नहीं बता सकते। पाकिस्तानी आर्मी 'बॉर्डर ऐक्शन टीम' को भारत के खिलाफ आतंकी कार्रवाई के लिए एक राणनीतिक टूल की तरह इस्तेमाल कर रही है। बैट(बॉर्डर ऐक्शन टीम) ही आतंकियों के लिए भारत के खिलाफ तमात तरह की रणनीति तैयार करती है।

अन्ना हैं महात्मा गांधी से ज्यादा भरोसेमंद: सर्वे



मुंबई: अन्ना हजारे के आंदोलन में अब भले वह आग नहीं रही लेकिन आज भी वह देश में सबसे भरोसेमंद शख्सियत हैं। ताजा सर्वे से पता चलता है कि देश में भरोसेमंद शख्स के मामले में अन्ना और ब्रैंड में नोकिया का कोई मुकाबला नहीं। अन्ना हजारे को सबसे भरोसेमंद शख्स का खिताब लगातार दूसरी बार मिला है। 



'ट्रस्ट रिसर्च अडवाइजरी' ने 'द ब्रैंड ट्रस्ट रिपोर्ट 2013' टाइटल से इस सर्वे को अंजाम दिया है। सर्वे में जहां अन्ना हजारे सबसे भरोसेमंद शख्स के रूप में उभरे हैं तो मोबाइल हैंड सेट बनाने वाली कंपनी नोकिया सबसे भरोसेमंद ब्रैंड के रूप में उभरी है। 'ट्रस्ट रिसर्च अडवाइजरी' के एग्जेक्युटिव चीफ एन. चंद्रमौली ने कहा कि अन्ना लगातार दूसरी बार इस पोजिशन पर मजबूती से कायम हैं। 



राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को इस सर्वे में 12वीं पोजिशन मिली है। बापू साउथ इंडिया के सुपर स्टार रजनीकांत से काफी आगे हैं। रजनीकांत 35वें नंबर पर हैं। इस सर्वे में 1,100 मोस्ट ट्रस्टेड ब्रैंड 211 कैटिगरी में रखे गए थे। इसमें शख्सियत, गैजिट, कंज्यूमर प्रॉडक्ट, रीटेल टेक्नॉलजी, बैंकिंग, सरकारी संस्थान, टेलिकॉम और एयरलाइंस के साथ अन्य कैटिगरी थी। 



बॉलिवुड ऐक्टर आमिर खान लंबी छलांग लगाकर दूसरे नंबर पर पहुंच गए हैं। वह पिछले साल पांचवें नंबर पर थे। आमिर खान की लोकप्रियता 'सत्यमेव जयते'से काफी बढ़ी है। सलमान खान एक पायदान नीचे खिसकर तीसरे नंबर पर आ गए हैं। शाहरुख खान, आमिर और सलमान के बाद हैं। पहली बार बिजनस कैटिगरी में उद्योगपति धीरूभाई अंबानी को भी जगह गई थी और उन्हें इस लिस्ट में दूसरी पोजिशन मिली। सचिन तेंडुलकर को भरोसेमंद खिलाड़ी में पांचवीं पोजिशन मिली है।


वीडियो शेयर करना न भूलें : अन्ना की आज पटना में विशाल जनतंत्र रैली

वीडियो शेयर करना न भूलें : अन्ना की आज पटना में विशाल जनतंत्र रैली


गांधी और जेपी की कर्मभूमि पर अन्ना हजारे की 'क्रांति'



दिल्ली में गरजने वाले अन्ना हजारे, आज बिहार में रैली कर रहे हैं. गांधी और जेपी की कर्मभूमि से अपनी क्रांति का नया अध्याय लिखने चले हैं अन्ना हजारे.



भ्रष्टाचार के खिलाफ देशभर में अलख जगाई वाले अन्ना अब आंदोलन का दूसरा अध्याय लिखने जा रहे हैं. अब तक दिल्ली और मुंबई में जनलोकपाल की हुंकार भरने वाले अन्ना ने आंदोलन की दोबारा शुरुआत के लिए बिहार की धरती को चुना है. अन्ना बुधवार को पटना में रैली कर रहे हैं. जिसके बाद अन्ना देशभर में जनलोकपाल की अलख जगाएंगे.



यानी जिस बिहार की धरती ने महात्मा गांधी और जेपी के आंदोलनों को नए तेवर दिए थे, अन्ना भी वहीं से अपनी आवाज बुलंद करेंगे. गांधी जी ने बिहार के ही चंपारण से आंदोलन की शुरुआत की थी और अहिंसा को हथियार बनाते हुए अग्रेजों को हिन्दुस्तान छोड़ने पर मजबूर किया था, तो जेपी ने इसी बिहार से संपूर्ण क्रांति का नारा देकर दिल्ली के तख्त को हिला दिया था. अन्ना भी इसीलिए पटना के उसी ऐतिहासिक गांधी मैदान में जनतंत्र रैली कर रहे हैं.



जनलोकपाल के आंदोलन का हश्र एक बार देख चुके हैं अन्ना हजारे, इसीलिए पटना से नई शुरुआत करने के लिए अन्ना ने गांधी जी के शहादत दिवस को रैली के लिए चुना है. साथ ही जेपी निवास में ठहरने का फैसला कर खुद को गांधी और जेपी की विरासत से जोड़ने की कोशिश की है.



जनलोकपाल आंदोलन का नया अध्याय है. तो अन्ना के कुछ साथी भी नए हैं. इसबार अन्ना के साथ कुछ नए चेहरे भी रैली में शामिल होंगे. पटना की रैली में पूर्व सेनाध्यक्ष वीके सिंह, समाजसेवी मेधा पाटकर और किरण बेदी के भी शामिल होने की उम्मीद है. नए जोश और नई उमंग के साथ फिर भ्रष्टाचार के खिलाफ ताल ठोंक रहे हैं अन्ना हजारे, इस उम्मीद के साथ कि 16 अगस्त को रामलीला मैदान में हुई अगस्त क्रांति जैसी लहर ही एक बार फिर पैदा होगी. इस आंदोलन में सिर्फ जनलोकपाल की बात नहीं होगी. बल्कि अन्ना भ्रष्टाचार के साथ व्यवस्था परिवर्तन की भी बात कर रहे हैं.





अन्ना हजारे की जनतंत्र रैली के लिए पटना का गांधी मैदान तैयार



पटना: पटना का ऐतिहासिक गांधी मैदान प्रख्यात समाजसेवी अन्ना हजारे की जनतंत्र रैली को लेकर पूरी तरह तैयार है। रैली के लिए सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए हैं व आगंतुकों पर सीसीटीवी से निगरानी रखी जाएगी।


पटना में कोहरे के बावजूद गांधी मैदान में अन्ना को सुनने के लिए सुबह से ही लोग पहुंचने लगे हैं। रैली में लोगों को गांधी की खून से सनी मिट्टी की शपथ दिलाई जाएगी।  


जनरल बीके सिंह ने बुधवार को बताया कि रैली में महात्मा गांधी के खून से सनी मिट्टी को सामने रखकर लोगों को भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई जारी रखने की शपथ दिलाई जाएगी। रैली दोपहर 12 बजे प्रारम्भ होगी। अन्ना खुली जीप में जेपी कुटिया से गांधी मैदान पहुंचेंगे।


उन्होंने बताया कि मंगलवार की देर शाम मुम्बई से समाजसेवी निर्मलेंदु गांधी की खून से सनी मिट्टी को लेकर पटना पहुंचे। उन्होंने बताया कि गांधी की हत्या क बाद यह मिट्टी इंग्लैंड ले जाकर नीलाम कर दी गई थी।


इधर, पटना के पुलिस अधीक्षक (नगर) जयकांत ने बताया कि गांधी मैदान में सुरक्षा के लिए 500 पुलिसकर्मियों को लगाया गया है। इसके अतिरिक्त त्वरित प्रतिक्रिया दल की तैनाती व ब्रजवाहन और वाटर कैनन का इंतजाम किया गया है।


गांधी मैदान और उसके आसपास के इलाकों में खुफिया तंत्र की पैनी निगाह है। मैदानी भाग से लेकर मंच तक पुलिस की पैनी निगाह रहेगी। सीसीटीवी कैमरे के जरिये सुरक्षा और ट्रैफिक की निगरानी की जाएगी।


इस बीच अन्ना को सुनने के लिए सुबह से ही लोग गांधी मैदान पहुंचने लगे हैं। रैली में हजारों लोगों के भाग लेने की संभावना है।

लोकपाल पर सरकार जनता को भटका रही है: अन्ना हजारे


नई दिल्ली - लोकपाल को लेकर लड़ाई लड़ रहे समाजसेवी अन्ना हजारे बुधवार को पटना के गांधी मैदान में रैली करने वाले हैं. पटना निकलने से पहले दिल्ली में अन्ना हजारे ने लोकपाल के मुद्दे पर सोनिया गांधी और केंद्र सरकार पर निशाना साधा.

अन्ना हजारे ने एलान किया कि वे लोगों को जगाने के लिए अगले डेढ़ साल तक देश भर का दौरा करेंगे.

कैबिनेट में लोकपाल बिल रखे जाने से दो दिन पहले अन्ना ने सोनिया गांधी और केंद्र सरकार पर लोगों को गुमराह करने का आरोप लगाया और कहा कि 2 साल में जनलोकपाल कानून को लेकर सरकार ने कई आश्वासन दिया लेकिन अभी तक कानून नहीं बन सका है.

आपको बता दें कि सोनिया गांधी ने अन्ना हजारे को चिट्ठी लिख कर कहा था कि सरकार संसद के अगले सत्र में लोकपाल बिल लाएगी और सरकार पूरी कोशिश करेगी कि वे इस बिल को कानून का रूप दे पाएं.

बुधवार को अन्ना हजारे पटना के गांधी मैदान में रैली करने वाले हैं और रैली से एक दिन पहले दिल्ली में अन्ना हजारे ने एलान किया कि लोगों को जगाने के लिए वो अगले डेढ़ साल तक देश भर का दौरा करेंगे.

अन्ना ने कहा कि चुनाव के एलान होते ही वो रामलीला मैदान पहुंचेंगे और जनता सड़कों पर उतरेगी.

सरकार ने लोकपाल बिल को लोकसभा से तो पास करा लिया था लेकिन राज्यसभा में बिल लटक गया था.

इसके बाद बिल सेलेक्ट कमेटी को सौंप दिया गया था सेलेक्ट कमेटी ने अपनी रिपोर्ट राज्यसभा में पेश कर दी है, अब कैबिनेट के विचार के बाद बिल राज्यसभा से पास होगा इसके बाद एक बार इसे लोकसभा में पेश किया जाएगा ताकि बिल में जो बदलाव किए गए हैं उनपर लोकसभा की मुहर लगाई जा सके.

"दिल तो बच्चा है जी "


दिल तो बच्चा है, दिल तो बच्चा है जी, दिल तो ,बच्चा ह, दिल तो बच्चा है, दिल तो बच्चा है जी, दिल तो ,बच्चा ह, दिल तो बच्चा है, दिल तो बच्चा है जी, दिल तो ,बच्चा ह, दिल तो बच्चा है, दिल तो बच्चा है जी, दिल तो ,बच्चा ह, दिल तो बच्चा है, दिल तो बच्चा है जी, दिल तो ,बच्चा ह, दिल तो बच्चा है, दिल तो बच्चा है जी, दिल तो ,बच्चा ह,

दिल तो बच्चा है जी

कल उस लड़के को ..“मोहम्मद अफरोज"....."बच्चा" ... घोषित कर दिया गया

“मोहम्मद अफरोज" जिसने अपने हाथो से दामिनी की आंत निकाल कर बस से बाहर फेक दी और जिसके कारन दामिनी की मौत हुई उसको भी फांसी दो!
दामिनी का 6 दरिंदो ने बलात्कार किया उसमे से 5 बालिग और एक नाबालिग है। जिस छठे बलात्कारी ने क्रूरता के कारन दामिनी की मृतु हुई उसका नाम किसी भी न्यूज़ मीडिया ने नहीं लिया है

दामिनी की मौत बलात्कार के कारण नहीं बल्कि उस दरिन्दे के कारण हुई, जिसने उसके शरीर में हाथ घुसा कर उसकी आंत को निकाल कर बस से बाहर फेक दिया था और गर्भाशय को बाहर फेंका था और दो बार उससे जबर्दस्ती की

उसके बाद इस दरिन्दे के ही कहने पर दामिनी को बस के निचे कुचल कर मारने
की कोशिश की गयी। इस दरिन्दे का नाम "मोहम्मद अफरोज" है।
और वह भारत के बाल न्यायालय द्वारा बच्चा घोषित कर दिया गया

उसकी जन्मतिथि 4 जून 1995 है
आज के दिन वह 17 वर्ष 7 महीने 24 दिन का ..."मासूम बच्चा"... है

उसको अधिकतम सजा होगी तब भी मात्र तीन वर्ष की और 18 वर्ष का होते ही सजा माफ़ भी हो जाएगी
यानि अब वह सजा पायेगा तो भी अट्ठारह वर्ष का होते ही बाल सुधार गृह से बाहर आ जायेगा

अभी वह 16 दिसंबर 2012 को 17 वर्ष 6 महीने 11 दिन का था अब दो तीन महीने तो सुनवाई ही चलेगी
सजा होते ही मात्र दो महीने में ...."बाल सुधार गृह" ...से बाहर आ जायेगा

और फिर से दिल्ली की सडकों पर सरिया लेके बस में बैठा मिलेगा
फिर किसी की आंतें बाहर निकलेगा .. फिर खिड़की से बाहर फेंकेगा

बच के रहना रे बहना .

"पाक की नापाक हरकत"


नई दिल्ली : भारतीयों के विवादास्पद बयान आतंकी सरगना हाफिज सईद को खासे रास आ रहे हैं। वह इन बयानों के आधार पर भारत की हंसी उड़ाने और दुष्प्रचार करने का कोई मौका नहीं छोड़ रहा है। भाजपा-संघ की ओर से हिंदू आतंकवाद को बढ़ावा देने संबंधी गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे के बयान पर भारत पर तंज कसने के बाद इस आतंकी सरगना ने कहा है कि अगर शाहरुख खुद को भारत में सुरक्षित महसूस नहीं करते तो वह पाकिस्तान में रहने आ सकते हैं।

मुंबई हमले के मास्टरमाइंड और जमात-उद-दावा प्रमुख हाफिज सईद ने शाहरुख को यह न्योता उनके उस बयान के बाद दिया है जिसमें उन्होंने भारत में मुसलमानों की हालत पर अपने विचार व्यक्त किए थे। एक पत्रिका को दिए गए साक्षात्कार में किंग खान ने कहा था कि भारत में मुसलमान होने की कुछ समस्याएं भी हैं। मैं कभी-कभी बेवजह राजनेताओं केनिशाने पर होता हूं, जो उन्हें भारत में मुसलमानों के साथ कुछ भी गलत और राष्ट्र विरोधी होने का प्रतीक बना देते हैं। मुझ पर कई बार आरोप लगे हैं कि मैं अपने देश के बजाय पड़ोसी देश के प्रति अधिक लगाव रखता हूं। शाहरुख ने अमेरिका पर 11 सितंबर, 2001 को हुए हमले के बाद के माहौल में भारत में मुसलमान होने के मुद्दे पर अपने विचार रखे थे।

शाहरुख ने कहा,' ऐसा तब हो रहा है जबकि मैं एक भारतीय हूं और मेरे पिता स्वतंत्रता सेनानी थे।' पाकिस्तानी अखबार द एक्सप्रेस ट्रिब्यून के मुताबिक, सईद ने शाहरुख को पाकिस्तान में पूरी सुरक्षा और सम्मान दिए जाने का भी भरोसा दिलाया है। सईद भारत में मोस्ट वांटेड आतंकवादियों की सूची में शामिल है।

सईद ने शाहरुख को ट्विटर ट्रेंड में टॉप पर पहुंचाया:-

मुंबई। आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैय्यबा के संस्थापक व मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद ने शाहरुख खान के प्रति अपना प्यार जताकर शाहरुख को ट्विटर ट्रेंड में टॉप पर पहुंचा दिया है। देश भर में आज सबसे ज्यादा चर्चा शाहरुख को लेकर हो रही है। इस चर्चा में कई लोग शाहरुख के समर्थन में हैं, तो कई शाहरुख को खरी-खोटी सुना रहे हैं।

सबसे पहले हम आपको बताते हैं कि हाफिज सईद ने क्या कहा। सईद ने कहा, शाहरुख खान अगर भारत में असुरक्षित महसूस कर रहे हों तो पाकिस्तान आ सकते हैं। यहां उनका बहुत सम्मान होगा। इस बयान के बाद से मानों हंगामा खड़ा हो गया है, हालांकि शाहरुख की तरफ से अभी तक कोई टिप्पणी नहीं आई है।

क्या चल रहा है ट्विटर पर:---

-भातरीयों ने हमेशा शाहरुख खान को एक ऐक्टर की तरह सराहा है, लेकिन उन्होंने हमेशा अपना मुस्लिम कार्ड खेलने के प्रयास किये।

सदानंद ढूमे

-शाहरुख ने 2009 में कहा था, मुझे मेरे धर्म की वजह से अलग तरह से कभी ट्रीट नहीं किया गया।

ग्रेट बांग

-अमिताभ बच्चन भी सफल अभिनेता हैं, क्योंकि वो एक महान कलाकार हैं। अगर शाहरुख खान सफल हैं तो वो अपनी सांप्रदायिक सोच की वजह से। क्या यह बात सही है? जब शाहरुख को सफलता मिलती है, तो हम उसका क्रेडिट ले लेते हैं, जब उनक पर ऐसे आरोप लगते हैं हम उन्हें ब्लेम करते हैं।

सोनाली रनाडे

-कुछ खराब लोगों से मैं कहना चाहता हूं कि वो यह जान लें कि हम न केवल शाहरुख को बहुत प्रेम करते हैं, बल्कि उनकी पूजा करते हैं। कृपया उनके खिलाफ ऐसे कोई शब्द इस्तेमाल नहीं करें।

सुपर स्टार एसआरके

-ट्विटर पर संघी आतंकवाद। किरोरी लाल मीना और पतंजली शोषण केस पर कोई हंगामा नहीं। शाहरुख के एक बयान पर इतना हंगामा?

हालावाडी

-हम भारतीय सिर्फ इतना जानते हैं कि हम शाहरुख को सिर्फ उनकी ऐक्टिंग की वजह से चाहते हैं, धर्म की वजह से नहीं।

सिद्धार्थ जैन

- चुप रहो? और ये हाफिज सईद कौन होता है शाहरुख पर कमेंट करने वाला कि वो कहां रहें।

ट्विंकलिंग टीना

-शाहरुख खान हों, शाहरुख शास्त्री या फिर शाहरुख सिंह हैं तो भारतीय ही।

अखिल

-दि किंग्स क्लब ने तो ट्विटर पर एक तस्वीर डालकर अभियान चला दिया है कि इस व्यक्ति को सम्मान करो। उनकी इंसल्ट नहीं। इसमें चक दे इंडिया की तस्वीर लगायी है।

delhi gang rape : नाबालिग को जिंदा जला देना चाहती थी 'दामिनी'


नई दिल्ली: दिल्ली में दिल दहला देने वाली घटना के बाद जब बस में गैंगरेप के छठे आरोपी को जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड द्वारा नाबालिग करार देने पर अब कई सवाल उठ रहे हैं। अगर हाई कोर्ट बोर्ड के फैसले को नहीं पलटता तो वह कुछ महीने की सजा पाकर छूट जाएगा। दूसरी तरफ पीडि़ता के पिता इससे काफी नाराश हुए। उन्होंने कहा कि अदालत को सोचना चाहिए था कि आरोपी ने किस प्रकार से घिनौनी वारदात को अंजाम दिया है। पीडि़ता के पिता ने कहा कि  जब अस्पतालों का प्रमाण पत्र न हो तो उस स्थिति में स्कूल में नामांकन के वक्त उम्र भी कम लिखाई जाती है। 

इसलिए उन्होंने कहा कि आरोपी के हड्डी जांच के द्वारा उम्र का पता लगाना चाहिए। फैसले से नाराज होकर बातचीत में उन्होंने कहा कि आरोपी को जला कर मार देना चाहिए। सरकार को सख्त से सख्त सजा देनी चाहिए ताकि फिर कोई भी ऐसी घटना करने की कोशिश न करें। इसके अलावा उन्होनें कहा कि दिल्ली पुलिस अपना काम कर रही है, यदि जरूरत महसूस हुई तो कोर्ट भी जाएंगे।

बहन हो तो ऐसी


मायावती के भाई ने किये 760 करोड़ का नकद लेन-देन !!

उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती का 17 करोड़ का ताज कोरिडोर का मामला फिर खुल गया है! 2002 में मायावती ने ताजमहल के आस पास जगह को खूबसूरत कराने के लिए इस प्रोजेक्ट को शुरू किया, और मायावती और उनके भाई इस घोटाले में शामिल हैं !! 

हालांकि इलाहबाद कोर्ट ने उनके खिलाफ सारे आरोप खारिज कर दिए थे, पर सुप्रीम कोर्ट ने मायावती को क्लीन चिट देने के लिए बसपा अध्यक्ष, सीबीआई और उत्तर प्रदेश सरकार को नोटिस जारी किया!! ये बात भी ध्यान देने लायक है कि मायावती के भाई आनंद कुमार पर भी मायावती के शासन काल में उनकी 76 कंपनियों में 760 करोड़ की गैरकानूनी गतिविधियों का आरोप है !!

क्या हमारी वर्तमान कानून व्यवस्था को देखते हुए कहा जा सकता है कि ये आरोप साबित होंगे और मायावती को कभी सजा मिलेगी ?

अन्ना 'जनतंत्र रैली' में लेंगे हिस्सा, तैयारियां आखिरी दौर में


पटना: गांधीवादी और प्रख्यात समाजसेवी अन्ना हजारे पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में बुधवार को आयोजित 'जनतंत्र रैली' से एक बार फिर भ्रष्टाचार के खिलाफ हुंकार भरेंगे। इसके लिए अन्ना मंगलवार की शाम पटना पहुंच जाएंगे। अन्ना पटना में रात एक चौकी और बिछी दरी पर सोकर गुजारेंगे। अन्ना टीम के एक कार्यकर्ता के अनुसार अन्ना पटना में आने के बाद किसी होटल या गेस्ट हाउस में नहीं जाकर कदमकुआं स्थित जेपी (लोकनायक जयप्रकाश नारायण) कुटिया जाएंगे और वहीं ठहरेंगे। उनके रहने की व्यवस्था दुरुस्त कर ली गई है।

जेपी संस्थान के किरणनाथ ने मंगलवार को बताया कि जयप्रकाश ने देश में आपातकाल लगाए जाने के केंद्र सरकार के विरोध में बिहार से जिस आंदोलन की शुरुआत की थी। उस समय वह इसी कुटिया में रहकर आंदोलन की रूपरेखा और पूरी तैयारी करते थे। अपने कार्यकर्ताओं से जेपी उसी कमरे में बैठकर मंत्रणा किया करते थे, जिस कमरे में अन्ना ठहरेंगे। उन्होंने बताया कि अन्ना के सोने के लिए चौकी, मच्छरदानी ओर दरी की व्यवस्था की गई है जबकि उनके खाने के लिए सादे भोजन का प्रबंध किया गया है।

रात्रि विश्राम के बाद अन्ना महात्मा गांधी की पुण्यतिथि के मौके पर 30 जनवरी को गांधी मैदान एक खुली जीप से जाएंगे जहां वह रैली में शिरकत करेंगे। जेपी संस्थान की माया कहती हैं कि अन्ना जेपी कुटिया में जेपी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करेंगे और इसके बाद लोगों से मिलेंगे। वह कहती हैं कि बिहार के लिए यह सुखद संयोग है कि राष्ट्रपति महात्मा गांधी और जेपी के बाद अब अन्ना बिहार की धरती से आंदोलन की शुरुआत करेंगे। गांधी ने जहां अहिंसा को मुख्य हथियार बनाते हुए अग्रेजों को देश से बाहर निकाला वहीं जेपी ने केंद्र सरकार पर इसी बिहार से दबाव बनाकर आपातकाल हटवाया और अब अन्ना ने देश से भ्रष्टाचार हटाने की मुहिम की शुरुआत करने के लिए बिहार को चुना है।

अन्ना टीम के लोगों की मानें तो पटना के बाद अन्ना पूरे देश में भ्रष्टाचार के खिलाफ अलख जगाने निकलेंगे। वह गांव-गांव जाएंगे विद्यालयों और महाविद्यालयों में जाकर विद्यार्थियों को गांधी की शपथ दिलाएंगे। इस रैली में पूर्व थल सेना अध्यक्ष जनरल वी के सिंह, किरण बेदी, संतोष भारतीय, गिलानी कतार, भारतीय प्रशासनिक सेवा के सेवानिवृत अधिकारी पंचम लाल सहित देश के जाने-माने चिंतक, बुद्धिजीवी, समाजसेवी सहित हजारों युवाओं के भाग लेने की संभावना है।

delhi gang rape : जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड ने छठे आरोपी को नाबालिग माना

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नई दिल्‍ली -  दिल्ली गैंग रेप केस में पीड़ित के साथ सबसे ज्यादा बर्बरता दिखाने वाला छठा आरोपी नाबालिग है। दिल्ली के जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड ने अपने अहम फैसले में इसकी पुष्टि कर दी है। बोर्ड ने आरोपी के स्कूल सर्टिफिकेट के आधार पर उसके नाबालिग होने की पुष्टि की है।

छठे आरोपी की उम्र को लेकर मामले की शुरुआत से ही पेंच फंस रहा है। आरोपी के स्कूल प्रिंसिपल की ओर से दिए गए सर्टिफिकेट के मुताबिक उसकी उम्र 17 साल 6 महीने है जबकि दिल्ली पुलिस बोन टेस्ट करवाकर उसकी सही उम्र का पता लगाना चाहती है।

जनता पार्टी के अध्यक्ष सुब्रमण्यम स्वामी ने भी गैंग रेप के छठे आरोपी पर बाकी पांच के साथ मुकदमा चलाने की अर्जी दी थी लेकिन जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड ने उनकी याचिका खारिज कर दी थी। इसके बाद स्वामी ने दिल्ली हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था लेकिन कोर्ट ने कहा था कि जनहित याचिका पर सुनवाई की फिलहाल कोई वजह नहीं है। हालांकि जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड से अर्जी खारिज होने के बाद हाई कोर्ट ने स्वामी से सेशन कोर्ट जाने की सलाह दी थी।

19 दिसंबर को दिल्ली की चार्टर्ड बस में गैंग रेप की शिकार पैरा मेडिकल छात्रा के परिजन आरोपी की कम सजा के लिए तैयार नहीं हैं और वे सरकार से कानून में बदलाव की लगातार मांग कर रहे हैं। पीड़ित के दादा के मुताबिक उनका परिवार यह कभी मंजूर नहीं करेगा कि सबसे बड़े गुनहगार को नाबालिग होने का फायदा देकर महज तीन साल की जेल हो। उन्होंने नाबालिग माने जा रहे आरोपी के लिए भी फांसी की मांग की और इसके लिए सरकार से कानून में संशोधन करने की अपील की।

लोकपाल पर सोनिया ने दिलाया अन्ना को भरोसा


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लोकपाल को अपने पक्ष में करने को लेकर कांग्रेस अध्‍यक्ष सोनिया गांधी ने अन्‍ना हजारे को एक चिट्ठी लिखकर बताया कि हमारी सरकार संसद के अगले सत्र में लोकपाल बिल लाएगी.

सोनिया ने लिखा कि हमारी सरकार पूरी कोशिश करेगी कि हम इस बिल को कानून का रूप दे पाएं. सरकार ने लोकपाल बिल को किसी तरीके से तो लोकसभा में पास करा लिया है लेकिन राज्‍यसभा में इसे पास कराने को लेकर दिक्‍कत आ रही है. हालांकि सरकार ने जिस स्‍वरूप में लोकपाल बिल को रखा है वह अन्‍ना हजारे को पसंद नहीं है.

''तो क्या २८ साल से झूठ बोल रही सरकार''

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दिल्ली गैंगरेप: नाबालिग आरोपी की उम्र पर फैसला आज


नई दिल्‍ली : राष्‍ट्रीय राजधानी में बीते दिसंबर में माह में हुए दिल्ली गैंगरेप मामले के छठे आरोपी की उम्र को लेकर अभी भी उलझन बना हुआ है, जबकि इसी ने पीडि़ता के साथ सबसे ज्‍यादा बर्बरता की थी। दिल्ली के जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड में सोमवार को यह फैसला होगा कि इस गैंगरेप केस में छठे नाबालिग आरोपी का स्कूल सर्टिफिकेट सही है या नहीं। उसके नाबालिग होने की प्रमाणिकता पर आज मजिस्‍ट्रेट फैसला करेंगे। 

वहीं, इस मामले में फास्ट ट्रैक कोर्ट में बचाव पक्ष के वकील आज आरोपों के तय होने के मामले पर बहस करेंगे। आरोपियों पर आरोप तय होते ही ट्रायल शुरू हो जाएगा।

यदि छठे आरोपी का स्कूल प्रमाण पत्र सही नहीं पाया गया तो आरोपी की उम्र का पता लगाने के लिए बोन टेस्ट की इजाजत दी जा सकती है। छठे आरोपी की उम्र को लेकर इस केस में शुरू से पेंच फंस रहा है। गौर हो कि आरोपी के स्कूल प्रिंसिपल ने जो सर्टिफिकेट प्रस्‍तुत किया है, उसके मुताबिक आरोपी की उम्र 17 साल और 6 महीने है। वहीं, दिल्ली पुलिस का मानना है कि आरोपी का बोन टेस्ट कर उसकी उम्र का पता लगाया जाए। 

इससे पहले, किशोर न्याय बोर्ड ने जनता पार्टी के अध्यक्ष सुब्रमण्यम स्वामी की वह अर्जी खारिज कर दी, जिसमें उन्होंने मांग की थी कि 16 दिसंबर को दिल्ली में हुए सामूहिक बलात्कार कांड के छठे नाबालिग आरोपी पर बाकी पांच बालिग आरोपियों के साथ ही मुकदमा चलाया जाए। प्रधान मजिस्ट्रेट गीतांजलि गोयल की अध्यक्षता वाले बोर्ड ने स्वामी की अर्जी खारिज कर दी ।

स्वामी ने रविवार को दिल्ली हाईकोर्ट में अर्जी दायर कर मांग की थी कि मामले के बाकी आरोपियों के साथ ही किशोर आरोपी के खिलाफ भी मुकदमा चलाया जाए क्योंकि यदि ऐसा नहीं हुआ तो यह नाबालिगों को ‘बेवजह’ मुकदमे से छूट देना होगा। उच्च न्यायालय ने यह कहते हुए स्वामी की याचिका का निपटारा कर दिया था कि इस चरण में इस जनहित याचिका पर सुनवाई की कोई वजह नहीं है। 

हालांकि, न्यायालय ने स्वामी से कहा था कि यदि इस मुद्दे पर किशोर न्याय बोर्ड उनकी याचिका को इजाजत न दे तो वह सत्र अदालत की शरण ले सकते हैं। वारदात की शिकार हुई लड़की के परिजन आरोपी को कम सजा के लिए तैयार नहीं हैं और उन्होंने सरकार से कानून में बदलाव की मांग दोहराई है। 

गौर हो कि 16 दिसंबर को दिल्ली में एक बस में दरिंदगी का शिकार हुई लड़की के दादा ने कहा था कि परिवार यह कभी स्वीकार नहीं करेगा कि उनके पौत्री के साथ हुई हरकत के सबसे बड़े गुनाहगार को सिर्फ नाबालिग होने के आधार पर महज तीन साल कैद की सजा हो। उन्होंने मांग की है कि नाबालिग कहे जा रहे आरोपी को भी फांसी की सजा होनी चाहिए और परिजन इसके लिए कानून में जल्द से जल्द संशोधन की फिर से मांग करते हैं। 

ताज कॉरिडोर मामले में सुप्रीम कोर्ट ने मायावती से मांगा जवाब-तलब


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नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट ने ताज कॉरिडोर मामले में बसपा नेता मायावती, केंद्र सरकार और सीबीआई को नोटिस जारी किया है।

दरअसल, ताज कॉरिडोर मामले में राज्यपाल ने मायावती के खिलाफ मुकदमा चलाने की इजाजत नहीं दी थी, जिस पर इलाहाबाद हाईकोर्ट में याचिका दायर की गई। जब याचिका इलाहाबाद हाईकोर्ट में खारिज हो गई तो याचिकाकर्ता सुप्रीम कोर्ट चले गए, जहां अब ये नोटिस जारी किए गए हैं।

सुप्रीम कोर्ट ने राज्यपाल की अनुमति के बिना ताज कॉरिडोर घोटाला मामले में उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती पर मुकदमा चलाने की मांग करने वाली याचिका पर उनसे जवाब मांगा है।

गौरतलब है कि मायावती और बसपा नेता और मायावती के वकील सतीश चंद्र मिश्रा ने अदालत में दाखिल याचिकाओं को राजनीति से प्रेरित होकर उठाया गया कदम बताया है।

अन्ना हजारे की हिसार में 27 फरवरी को रैली


हिसार: भ्रष्टाचार के खिलाफ देश भर में नई क्रांति पैदा करने वाले सामाजिक कार्यकर्त्ता अन्ना हजारे हिसार में 27 फरवरी को एक रैली को संबोधित करेंगे।

परमाणु विरोधी मोर्चा के संयोजक सुभाष पूनिया ने आज यहां बताया कि मंडल स्तर की इस रैली में शिरकत करने के बाद अन्ना

हजारे दिल्ली लौट जाएंगे। सामाजिक कार्यककर्त्ता अन्ना हजारे दो चरणों में हरियाणा का दौरा कर भ्रष्टाचार के खिलाफ अलख जगाने तथा जनलोकपाल,जल,जमीन, खनिज, पर्यावरण,शिक्षा, बेरोजगारी जैसे अनेकों मुद्दों पर जोश भरने का काम करेंगे।

उन्होंने बताया कि पहले चरण में वह हिसार स्थित पुराना राजकीय कॉलेज मैदान में मंडल स्तरीय रैली को संबोधित करेंगे जिसमें हिसार के अलावा भिवानी, फतेहाबाद, सिरसा और जींद जिले के लोगों को आमंत्रित किया जाएगा। रैली के अन्य मुख्य वक्ताओं में पूर्व थल सेना अध्यक्ष जरनल वीके सिंह तथा संतोष हेगडे का कार्यक्रम भी तय हो गया है।

भ्रष्टाचार गणतंत्र को खोखला कर रहा है : केजरीवाल


नई दिल्ली : भ्रष्टाचार हमारे गणतंत्र को खोखला कर रहा है, जल्द ही इससे देश को उबरना होगा। यह बात आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल ने कही। केजरीवाल शनिवार को जंतर-मंतर पर युवा छात्र संघर्ष समिति के बैनर तले भ्रष्टाचार मुक्त समाज व सच्चे गणतंत्र की मांग के लिए प्रदर्शन कर रहे युवाओं को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर आम आदमी पार्टी के सदस्य गोपाल राय ने जस्टिस वर्मा की रिपोर्ट का स्वागत का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि रिपोर्ट बहुत अच्छी है और इसे लागू किया जाना चाहिए।

इसके लिए संसद के आगामी सत्र में इस पर चर्चा होनी चाहिए। लोगों ने इस बात पर चिंता जताई कि सरकार महिलाओं की सुरक्षा को लेकर दावे तो बहुत करती है, लेकिन अभी तक कुछ भी नहीं कर पाई है। उन्होंने कहा कि यही वजह है अपराध में कमी के बजाए बढ़ोतरी ही हो रही है। युवा छात्र संघर्ष समिति के सदस्यों ने प्रदर्शन कर भ्रष्टाचार व महिलाओं के प्रति हो रहे अपराधों के खिलाफ आवाज उठाई।

गणतंत्र दिवस के मौके पर स्वस्थ व मजबूत गणतंत्र की मांग करते हुए युवाओं ने बड़े बैनरों व पोस्टरों के साथ प्रदर्शन किया। साथ ही नुक्कड़ नाटक के माध्यम से भी अपनी मांगे रखने की कोशिश की।

केजरीवाल बोले, अब अन्ना हजारे से कोई वास्ता नहीं


समाजसेवी से राजनेता बने अरविंद केजरीवाल ने ऐलान किया है कि आम आदमी पार्टी देश भर में लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी। आम आदमी पार्टी (आप) की स्टेट लेवल कमेटी के गठन के लिए देहादून पहुंचे केजरीवाल ने कहा कि पार्टी के लिए प्रत्याशियों के नामों की घोषणा बहुत सोच-समझकर की जाएगी। कार्यकर्त्ता की ईमानदारी को प्रमुखता दी जाएगी। अन्ना के बारे में पूछे जाने पर केजरीवाल ने कहा कि उनका अन्ना से अब कोई वास्ता नहीं है।

नितिन गडकरी के आयकर अधिकारियों को धमकी से जुड़े एक सवाल पर उन्होंने कहा कि धमकी जाहिर करती है कि दाल में कुछ काला जरूर है। गडकरी साफ हैं तो जांच से डर क्यों? इस संबंध में उन्होंने मनीष सिसौदिया और किरण बेदी पर लगे आरोपों का हवाला देते हुए कहा कि दोनों ने जांच कराई। दोनों का ही दामन पाक-साफ निकला। 

सोनिया गाँधी अम्बानी के निजी हवाई जहाज में सफ़र करती, इसलिए अम्बानी को कभी सजा नहीं होगी : केजरीवाल

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नयी दिल्ली |  मुकेश अम्बानी द्वारा केजरीवाल के प्रेस कांफ्रेंस का सीधा प्रसारण करने वाली सभी मीडिया कंपनियों को मानहानि का नोटिस भेजने पर केजरीवाल ने मुकेश अम्बानी को एक पत्र द्वारा कुछ सीधे सवाल पूछे हैं। केजरीवाल ने अम्बानी को चुनोती दी है कि वो नोटिस प्रशांत और उन्हें भेजें।

सारी पार्टियां आपकी दुकान हो सकती हैं। लेकिन भारत आपकी दुकान नहीं है। भारत हमारा है, इस देश के लोगों का है। आप अपने पैसे से पार्टियों को खरीद सकते हैं, नेताओं को खरीद सकते हैं लेकिन भारत को हम बिकने नहीं देंगे।

केजरीवाल ने पत्र में अम्बानी से पुछा है कि "मेरी और प्रशांत भूषण की कही गई बातों से यदि आपकी मानहानि हुई है तो इसके सबसे बड़े दोषी तो मैं और प्रशांत भूषण हैं। नोटिस भेजना ही था तो आपको हमें भेजना चाहिए था ना कि टी.वी. चैनलों को।"

'आप' के नेता केजरीवाल ने अम्बानी और उनके रिश्तेदारों के ग़ैरक़ानूनी स्विस बैंक के खाते का जिक्र करते हुए कहा कि "अगर आप की जुर्म साबित हो जाती है तो टैक्स चोरी के मामले में आप को जेल की सजा होनी चाहिए। लेकिन जैसा आपने कहा है कि कांग्रेस आपकी दूकान है और जैसा की रिपोर्टों में कहा गया है कि कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गाँधी आपके निजी हवाई जहाज में सफ़र करती, इसलिए आपको कभी सजा नहीं होगी।"

केजरीवाल ने अपने पत्र में कहा कि कांग्रेस ही नहीं भाजपा को भी आपके खिलाप बोलने की हिम्मत नहीं है। केजरीवाल ने कहा है कि भारत इस देश के आम लोगों का है और हम इसे और नहीं बिकने देंगे।

केजरीवाल के पत्र का हिंदी अनुवाद। अनुवाद में त्रुटी के लिए 'द पत्रिका' जिम्मेदार नहीं है।

श्री मुकेश अंबानी
रिलायंस इंडस्ट्रीज़ लिमिटेड
मेकर्स चैम्बर्स – IV
नरीमन पाइंट,
मुंबई – 400021
श्री मुकेश अंबानी जी,
अभी हाल ही में आपने देश के सभी टी.वी. चैनलों को मानहानि का नोटिस भेजा है। इनका जुर्म यह है कि इन्होंने 31 अक्टूबर, 2012 और 9 नवम्बर, 2012 को मेरी और प्रशांत भूषण की प्रेस कांफ्रेंस का सीधा प्रसारण किया था। हमने अपनी प्रेस कांफ्रेंस में देश के लोगों को बताया था कि किस तरह से आपने गैरकानूनी तरीके से सरकार पर दबाव डालकर गैस के दाम बढ़वाए। हमने लोगों को यह भी बताया कि आपके, आपके साथियों के और आपकी कंपनियों के स्विस बैंक में खाते हैं जिनमें कालाधन जमा किया गया था। हमारे इस खुलासे का  कई टी.वी. चैनलों ने सीध प्रसारण किया। आपने इन सभी टी.वी. चैनलों को मानहानि का नोटिस भेजा है।

मेरी समझ  में नहीं आ रहा है कि मेरी और प्रशांत भूषण की कही गई बातों से यदि आपकी मानहानि हुई है तो इसके सबसे बड़े दोषी तो मैं और प्रशांत भूषण हैं। नोटिस भेजना ही था तो आपको हमें भेजना चाहिए था। टी.वी. चैनलों ने तो केवल उसका प्रसारण ही किया था। फिर भी आपने हमें नोटिस न भेजकर टी.वी. चैनलों को नोटिस भेजा है। इससे जाहिर है कि आपका मकसद केवल टी.वी. चैनलों पर दबाव बनाने का है।

देश की जनता आपसे कुछ सीधे सवाल पूछना चाहती है। भारत सरकार को स्विस बैंको में खातेदारों की जो लिस्ट मिली है, क्या ये सच नहीं है कि आपका, आपके रिश्तेदारों का, आपके दोस्तों का और आपकी कंपनियों का उनमें नाम है? क्या यह सच नहीं है कि इस लिस्ट में आपके नाम पर सौ करोड़ रुपये जमा दिखाए गए हैं? क्या ये सच नहीं है कि आपने इस पैसे पर टैक्स जमा कर दिया है? इससे यह साबित होता है कि आपने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। कानून के मुताबिक अब आप पर मुकदमा चलना चाहिए और यदि टैक्स की चोरी साबित होती है तो आपको जेल होनी चाहिए।
लेकिन ऐसा नहीं होगा। क्यों? क्योंकि सरकार आपसे डरती है। आपने खुद ही कहा है कि कांग्रेस पार्टी तो आपकी दुकान है। आपने सच ही कहा था। मीडिया में छपी कुछ खबरों के मुताबिक सोनिया गाँधी जी आपके निजी हवाई  जहाज से यात्रा करती हैं। लोगों का मानना है कि श्री जयपाल रेडडी का मंत्रालय भी आप ही के दबाव में बदला गया था।

केवल कांग्रेस ही क्यों? भाजपा और अन्य पार्टियां भी आपकी दुकान हैं। पहले तो आडवाणी जी स्विस बैंकों के खातों के बारे में खूब आवाज़ उठाते थे लेकिन जब से आपके खाते निकलकर सामने आए तो सारी भाजपा बिल्कुल चुप हो गई। आपके खातों के बारे में भाजपा ने संसद में एक शब्द भी नहीं बोला।

ऐसा लगता है कि सभी पार्टियां आपसे डरती हैं। सभी नेता आपसे डरते हैं। लेकिन इस देश की जनता आपसे नहीं डरती। सारी पार्टियां आपकी दुकान हो सकती हैं। लेकिन भारत आपकी दुकान नहीं है। भारत हमारा है, इस देश के लोगों का है। आप अपने पैसे से पार्टियों को खरीद सकते हैं, नेताओं को खरीद सकते हैं लेकिन भारत को हम बिकने नहीं देंगे।
आपका कहना है कि हमारे द्वारा कही गई बातों का सीधा प्रसारण करने से टी.वी. चैनलों ने आपकी मानहानि की। आप सोचकर देखिए कि आपकी मानहानि मैंने, प्रशांत भूषण और टी.वी. चैनलों ने की है या आपने अपनी मानहानि खुद अपने कर्मों से की है?

1.  2002 में आपने सरकार से ”फुल मोबिलिटी लेने के लिए प्रमोद महाजन को रिश्वत दी। 55 रुपये प्रति शेयर के भाव वाले एक करोड़ शेयर आपने प्रमोद महाजन को 1 रुपये प्रति शेयर के हिसाब से दे दिए। ये तो सीधी  रिश्वत थी। जब आप पकड़े गए तो आपने शेयर वापस ले लिए। मामला अभी कोर्ट में है। क्या ऐसा करने से आपकी मानहानि नहीं हुई?

2.  आपने अपना बहुमंजिला मकान ‘वक्फ’ के ज़मीन पर बनाया है। इस ज़मीन पर अनाथालय बनना था। गरीब और अनाथ मुस्लिम बच्चों के हक को छीना है आपने। क्या ऐसा करने से आपकी मानहानि नहीं हुई?

3.  सन 2000 में आपको देश के गैस के कुछ कुएं दिए गए। आपकी जिम्मेदारी थी कि आप इसमें से गैस निकाल कर भारत सरकार को दें। गैस हमारी थी, इस देश के लोगों की। हम उस गैस के मालिक हैं। आपकी हैसियत केवल एक ठेकेदार की थी। आपको गैस के कुएं केवल गैस निकालने के लिए दिए गए थे। लेकिन आप चतुराई से मालिक बन बैठें। सरकार को आपने गैस ‘बेचनी’ चालू कर दी। सरकार पर दबाव डालकर आपने गैस के दाम बढ़ाने चालू कर दिए। चूंकि कांग्रेस आपकी दुकान है तो कांग्रेस पार्टी हमेशा आपकी दादागिरी के सामने झुकती नज़र आई। अकसर आपके दबाव में कांग्रेस गैस के दाम बढ़ाती गई और देश के लोग हाहाकार करते रहे। आपकी वजह से बिजली, खाद और रसोईगैस महंगी होती गई। लेकिन जब पानी सर से ऊपर हो गया तो श्री जयपाल रेडडी जी ने आपका विरोध् किया। उस समय श्री जयपाल रेडडी देश के तेल मंत्री थे। उन्होंने आपके दबाव में न आकर गैस के दाम और बढ़ाने से मना कर दिया। आपने श्री जयपाल रेडडी जी का ही तबादला करा दिया। आपकी हरकतों की वजह से देश में कई वस्तुएं महंगी हो रही हैं और जनता कराह रही है। क्या यह सब हरकतें आपको शोभा देती हैं? क्या इन हरकतों से आपकी मानहानि नहीं होती?

इस किस्म के आपके बेइमानी के कामों की लिस्ट बहुत लंबी है।

इस देश के अधिकतर व्यवसायी, कारोबारी, उद्योगपति ईमानदारी  से काम करना चाहते हैं। लेकिन आज की व्यवस्था उन्हें बेइमानी करने पर मजबूर करती है। पर आपके जैसे उद्योगपति जब खुलेआम व्यवस्था का दुरुपयोग अपने फायदे के लिए करते हैं तो इससे सारे उद्योग और व्यवसाय पर काला धब्बा लगता है।

एक तरफ आप हैं, आपके पास पैसा है। दूसरी तरफ इस देश की जनता है। जनता अब जाग गई है। जनता के अंदर जुनून है। इतिहास गवाह है कि जब-जब पैसे और जुनून के बीच लड़ाई हुई है तो हमेशा जुनून जीता है।

मेरा आपसे निवेदन है कि देश के मीडिया को धमकाने की कोशिश न करें। मीडिया में चंद लोग ऐसे हो सकते हैं जिन्होंने खुद गलत काम किए हों। ऐसे मीडियाकर्मी शायद आपके दबाव में आ जाएं। लेकिन आज भी अधिकांश पत्रकार देश के लिए काम करते हैं। वो आपके दबाव में नहीं आने वाले। इतिहास गवाह है कि जब-जब देश की न्यायपालिका, कार्यपालिका और विधायिका चरमराती नज़र आई तो, ऐसे ही पत्रकारों ने लोकतंत्र को जिंदा रखा। कुछ ऐसे मीडिया घराने हैं जिनमें सीधे या परोक्ष रूप से आपका पैसा लगा है। हो सकता है ऐसे घराने आपके दबाव में आ जाएं, पर इन घरानों में काम करने वाले पत्रकार आपके दबाव में नहीं आने वाले।

आपका क्या सपना है? क्या आप बेइमानी से दुनिया के सबसे धनवान व्यक्ति बनना चाहते हैं? मान लीजिए आप इस देश की सारी दौलत के मालिक बन जाए। क्या इससे आपको खुशी मिलेगी? खुशी अधिक से अधिक धन अर्जित करने से नहीं मिलती। बल्कि त्याग करने से मिलती है। आज आप एक ऐसे मुकाम पर खड़े हैं कि यदि आप बेइमानी से व्यवसाय करना छोड़ दें और अपनी सारी दौलत देश के लोगों के विकास में लगा दें तो यह देश आपको कभी नहीं भूलेगा।
(अरविंद केजरीवाल)

आत्मविश्लेषण करने के लिए एक दिन - गणतंत्र दिवस



AAP ने दे सभी देशवासियों को गणतंत्र दिवस की शुबकामनाएं


AAP ने दे सभी देशवासियों को गणतंत्र दिवस की शुबकामनाएं 

दिल्ली गैंगरेप : नाबालिग ने दो बार किया था 'दामिनी' का बलात्‍कार, मां ने कहा- उस हैवान को हर हाल में मिले मौत


नई दिल्‍ली : दिल्‍ली गैंग रेप की पीडि़ता दामिनी (पढें- प्रत्‍यक्षदर्शी की आंखों देखी) की मां चाहती हैं कि उनकी बेटी के साथ सबसे अधिक हैवानियत करने वाले नाबालिग आरोपी को किसी भी हाल में मौत की ही सजा मिलनी चाहिए।

पीडि़ता की मां ने कहा कि दरिंदों में जिसे नाबालिग कहा जा रहा है उसी ने सबसे ज्यादा बर्बरता दिखाई थी। उसे तो हर हाल में मौत मिलनी चाहिए। नाबालिग ने दो बार दुष्कर्म किया था। उसके शरीर को नुकसान पहुंचाया था। 

16 दिसंबर की रात चलती बस में हुए गैंगरेप मामले में आरोपी नाबालिग का केस जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड में ही चलेगा। यह फैसला बोर्ड ने गुरुवार को सुनाया। बोर्ड ने कहा कि नाबालिग की सुनवाई बाकी पांच आरोपियों के साथ फास्ट ट्रैक कोर्ट में नहीं होगी। गीतांजलि गोयल की अध्यक्षता वाले इस बोर्ड ने सुब्रह्मण्यम स्वामी की अर्जी रद्द कर दी। 

जहां पांच को मौत की सजा या उम्रकैद हो सकती है, वहीं नाबालिग आरोपी को महज 3 वर्ष की ही सजा होने की संभावना है। नाबालिग ने ही युवती को सबसे ज्यादा यातना दी थी। युवती ने मां को बताया था


जनता पार्टी के अध्यक्ष सुब्रमण्यम स्वामी दिल्ली गैंगरेप के मामले में नाबालिग आरोपी पर भी बाकी आरोपियों की तरह ही मुकदमा चलाए जाने की मांग कर रहे हैं। स्वामी की याचिका को जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड (जेजेबी) ने गुरुवार को खारिज कर दिया जिसके बाद स्वामी ने हाईकोर्ट में अपील करने का फैसला किया। 
संयुक्त राष्ट्र की 'कन्वेंशन ऑफ द राइट्स ऑफ द चाइल्ड' के तहत अधिकतम 18 वर्ष तक की उम्र के व्यक्ति को बच्चा माना गया है। हालांकि 'बच्चा' माने जाने की न्यूनतम आयु को निर्धारित नहीं किया गया है। इस कन्वेंशन के तहत किसी भी बच्चे के अधिकारों की रक्षा करना राज्य का दायित्व है। संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देशों में से तीन देशों ने इस कन्वेंशन पर हस्ताक्षर किए हैं जिसमें अमेरिका बड़ा देश है। 

जनता पार्टी के नेता सुब्रमण्‍यम स्वामी ने ट्विटर पर नाबालिग आरोपी को मुसलमान बताकर कांग्रेस से जोड़ रहे हैं जबकि संयुक्त राष्ट्र में पारित कन्वेंशन जिसका भारत भी एक सदस्य स्पष्ट कहती है कि यह राज्य की जिम्मेदारी है कि वह किसी भी बच्चे के साथ उसके रंग, जाति, धर्म या जन्म के स्थान के आधार पर कोई भी भेद न होने दे। यही नहीं पारित कन्वेंशन यह भी कहती है कि राज्य प्रत्येक बच्चे के जीने के अधिकार को सुनिश्चित करे। इस आधार पर नाबालिग आरोपी को मौत की सजा किसी भी परिस्थिति में नहीं दी जा सकती।

कन्वेंशन ऑफ द राइट्स ऑफ द चाइल्ड के आर्टिकल 8 के तहत किसी भी बच्चे के पास अपनी पहचान छुपाने का अधिकार है। राज्य की जिम्मेदारी है कि वह यह सुनिश्चित करे की किसी भी गैरकानूनी तरीके से किसी बच्चे की पहचान सार्वजनिक न हो।

दिल्ली गैंगरेप का नाबालिग आरोपी लंबे वक्त से अपने परिवार से दूर था और विषण परिस्थितियों में अपना जीवन गुजार रहा था। यह राज्य की जिम्मेदारी है कि वह प्रत्येक बच्चे को अपनी सोच, समझ और बौद्धिक क्षमता विकसित करने और बेहतर जीवन पाने का माहौल सुनिश्चित कराए। एक नाबालिग का इतने जघन्य अपराध में शामिल होना भी एक राष्ट्र के रूप में भारत की नाकामी ही दर्शाता है। 

राइट्स ऑफ द चाइल्ड कन्वेंशन के आर्टिकल 37 के मुताबिक किसी भी अपराध के लिए किसी भी बच्चे के फांसी या उम्रकैद की सजा नहीं दी जा सकती। यदि सजा देना जरूरी है तो कम से कम सजा दी जाए।

भारत के महिला एवं बाल कल्याण विभाग ने संयुक्त राष्ट्र की राइट्स ऑफ द चाइल्ड कन्वेंशन को स्वीकार किया है और इसे लागू करने के लिए कदम भी उठाए हैं। भारत में अलग-अलग कानूनों के तहत किसी को बच्चा मानने की न्यूनत आयु तय की गई है। सेक्सुअल कन्सेंट के लिए लड़कों की कोई न्यूनतम आयु निर्धारित नहीं की गई है जबकि लड़कियों के लिए कम से कम 16 वर्ष की आयु तय की गई है। यही नहीं 18 वर्ष से अधिक उम्र का व्यक्ति ही भारतीय सैन्य बलों के अभियानों में शामिल हो सकता है। जबकि 16 वर्ष की उम्र तक के व्यक्ति खुद को सैन्य सेवाओं के लिए उपलब्ध करवा सकते हैं। 

चाइल्ड लेबर एक्ट के तहत कम से कम बच्चों के लिए 14 वर्ष की न्यूनतम आयु तय की गई है। 14 साल से कम उम्र के प्रत्येक नागरिक को बच्चा माना जाता है। 

भारतीय दंड संहिता की धारा 83 के तहत स्पष्ट किया गया है कि 7 वर्ष तक की उम्र का बच्चा अपराध नहीं कर सकता जबकि 12 वर्ष से कम उम्र का बच्चा यदि कोई अपराध करता है तो उसे सजा नहीं दी जा सकती। द जुवेनाइल जस्टिस एंड प्रोटेक्शन ऑफ चिल्ड्रन एक्ट 2000 के तहत 18 वर्ष से कम उम्र के नागरिक को 'बच्चा' माना गया है और यह निर्धारित किया गया है कि अपराधों में लिप्त नाबालिगों के मामलों की सुनवाई जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड करे। 

दिल्ली हाईकोर्ट के अधिवक्ता अशोक अग्रवाल के मुताबिक भारत सरकार ने चाइल्ड राइट्स के मामले में संयुक्त राष्ट्र के कन्वेंशन पर दस्तखत कर रखे है। हमारे संविधान के आर्टिकल 51 के मुताबिक सरकार किसी अंतरराष्ट्रीय कन्वेंशन का उल्लंघन नहीं कर सकती। दिल्ली गैंगरेप के नाबालिग आरोपी को सख्त सजा देने के लिए मौजूदा कानून में संशोधन जरूरी है, लेकिन यह इतना आसान नहीं है क्योंकि भारत ने इंटरनेशल समझौते पर दस्तखत किए हुए हैं। 
 
एडवोकेट अशोक अग्रवाल कहते हैं, 'या तो यह माना जाए कि वह आरोपी बच्चा है ही नहीं, यदि यह बच्चा है तो फिर उसे हमें बच्चे की तरह ही ट्रीट करना चाहिए। हमें रिफोर्मेटिव एटीट्य़ूड अपनाना चाहिए ताकि उस बच्चे को सुधरने का एक मौका मिल सके। यदि कोई बच्चा अपराध करता है तो उसमें बच्चे की नहीं राष्ट्र की गलती है। नाबालिग के लिए सख्त सजा की मांग करना जायज नहीं है। हमें बच्चे को सुधारने पर जोर देना चाहिए।' 
 
जनता पार्टी के अध्यक्ष सुब्रमण्यम स्वामी की याचिका के विषय में एडवोकेट अशोक अग्रवाल कहते हैं कि याचिका दायर करने से भारत की जो हार्ड रियलटी है वह बदल नही सकती। स्वामी की याचिका राजनीति से प्रेरित है, वह सिर्फ राजनीतिक फायदे के लिए इस मुद्दे को उछाल रहे हैं। स्वामी यह भी बताए कि क्या कभी उन्होंने बच्चों की शिक्षा या अन्य अधिकारों को लेकर कभी कोई याचिका दायर की है? 
 
यह सच है कि दिल्ली गैंगरेप ने हमारी संवेदनाओं को झकझोरा है लेकिन इसका अर्थ यह नहीं है कि हम भावनाओं में बहकर कानून को बदल दें। मैं कानून को न बदलने की वकालत नहीं कर रहा हूं बल्कि मेरा जोर इस बात पर है कि सिर्फ एक मामले को अपवाद नहीं माना जाना चाहिए। ऐसा पहली बार नहीं हुआ है जब किसी नाबालिग ने अपराध किया हो। यदि कानून बदलना ही है तो फिर विशेषज्ञ इस पर चिंतन कर सकते हैं। 
 
राइट्स ऑफ द चाइल्ड कन्वेंशन पर अमेरिका ने हस्ताक्षर नहीं किए हैं। इस विषय में एडवोकेट अशोक अग्रवाल कहते हैं कि अमेरिका की परिस्थितियां अलग हैं, वहां के कुछ राज्य कम उम्र के बच्चों को भी अपराधी की श्रैणी में रखते हैं। हालांकि राज्यों ने यह फैसला भी परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए विशेषज्ञों की राय पर ही लिया है।

दिल्ली गैंगरेप के नाबालिग आरोपी को सख्त सजा दिए जाने की मांग के विषय में बचपन बचाओ आंदोलन से जुड़े एडवोकेट भुवन रिभू कहते है कि उसने जो किया है उसे डिफेंड नहीं किया जा सकता न ही जायज ठहराया जा सकता है। लेकिन हमें यह भी समझना होगा कि जिस दिन यह अपराध हुआ उससे थोड़े दिन पहले तक यह बच्चा स्वयं एक विक्टिम था। वह चाइल्ड ट्रेफिकिंग का शिकार हुआ है। उसे बाल मजदूरी करनी पड़ी, अभी हम यह नही जानते हैं कि वह और किस तरह के हालातों में रहा। हमारी सबसे पहली जरूरत अपने ऑब्जरवेशन होम सिस्टम को बदलने की है। हमें तीन बातों पर चिंतन करना होगा। पहला- हम सामाजिक तौर पर किस तरह से उस बच्चे को सुरक्षा देने में फेल हुए हैं। दूसरा-क्या मौजूदा सजा उसे सुधरने का अवसर दे पायगी? और तीसरे क्या 18 वर्ष से कम उम्र के नागरिकों को बच्चा मानने की व्यवस्था सही है?
 
राइट्स ऑफ द चाइल्ड अंतरराष्ट्रीय कन्वेंश के बारे में एडवोकेट भुवन रिभू कहते हैं कि अमेरिका इकलौता बड़ा देश है जिसने इस कन्वेंशन पर साइन नहीं किए हैं। भारत से अमेरिकी का क्रिमनल जस्टिस सिस्टम की तुलना नहीं की जा सकती। अमेरिका में ऐसा शायद ही कोई मामला आता हो जहां ट्रेफिकिंग के शिकार बच्चे का सात साल तक शोषण किया गया हो। 
 
गौर करने वाली बात यह है कि हमारा जस्टिस सिस्टम इस आरोपी के गुनाहगारों को सजा नहीं दे पा रहा है। स्वयं हाईकोर्ट ने इस बात का संज्ञान लिया है कि यह बच्चा इतने लंबे वक्त तक उत्पीड़न का शिकार कैसे होता रहा। हाई कोर्ट ने इस मामले में ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर और सचिव लेबर को तलब करके फटकार लगाई है जो हमारी व्यवस्था की पोल खोलता है। 

बचपन बचाओ आंदोलन के संस्थापक कैलाश सत्यार्थ नाबालिग मानने की उम्र बदलने के पक्ष में नहीं है। वह कहते हैं, 'हम जूवेनाइल की उम्र को बदलने के पक्ष मे नहीं है। हमार मानना नहीं है कि एक घटना के आधार पर कानून में बदलाव नही हो सकता है। यह सच है कि लोगों गुस्सा है, आक्रोश है। यदि भावनाओं में बहकर कानून बदला गया तो भविष्य में इसका खामियाजा लाखों अन्य बच्चों को उठाना पड़ सकता है। 
 
कड़वा सच यह है कि अपराधों में पकड़े गए ज्यादातर आरोपी बच्चे खुद ही विक्टिम होते हैं। हमारे पूरे सामाजिक सिस्टम की नाकामी के कारण ऐसा होता है। जुवेनाइल जस्टिस एक्ट में बच्चों को केयर और प्रोटेक्शन की गारंटी दी गई है, लेकिन सरकार यह प्रोटेकश्न देने में बुरी तरह नाकाम हुई है। यदि इन बच्चों को सही तरीके से सुधारा जाता तो शायाद हालात ऐसे नहीं होते। 
 
शिक्षा के अधिकार का कानून एवं बच्चों के सामाजिक उत्थान के लिए बनाए गए अन्य कानून पूरी तरह नाकाम हुए हैं। 14 से 18 की उम्र के बीच के नाबालिगों का इस्तेमाल संगठित अपराधों में हो रहा है। नशीली दवाइयों की तस्करी का धंधे, भीख मंगवाने का धंधे एवं वेश्यावृत्ति के धंधे में बच्चों को धकेला जा रहा है। इस केस में भी इस लड़के का इस्तेमाल पीड़ितों को बुलाने के लिया गया। 
 
अगर यह लड़का 18 साल से कम उम्र का है तो फिर हमें इस बात का जबाव तलाशना होगा कि हमारी सामाजिक एजेंसिया, समाज कल्याण एजेंसिया क्या कर रही हैं। एक बच्चा जिसे परिवार की सुरक्षा में होना चाहिए था वह अपराध में कैसे संलिप्त पाया गया। 
 
जस्टिस वर्मा की रिपोर्ट ने मिसिंग चिल्ड्रन का मामला भी गंभीरता से उठाया है। एनसीआरबी की रिपोर्ट के मुताबिक भारत में हर घंटे में सात बच्चे गायब होते हैं। यह दर्शाता है कि हमारा पूरा समाज और सरकार बच्चों को बचाने में असफल है। ऐसे में नाबालिग आरोपी पर सवाल उठाने से पहले हमें अपनी सामाजिक और सरकारी एजेंसियों का एक बार फिर से मूल्यांकन करना होगा।
दिल्ली में सामूहिक दुष्कर्म की पीडि़त पैरामेडिकल छात्रा का गुरुवार को आखिरी सेमेस्टर की परीक्षा का परिणाम आया। उसने 73 फीसदी अंक हासिल किए हैं। वह फीजियोथैरेपी की छात्रा थी। 
 
देहरादून स्थित सांई इंस्टीट्यूट के प्रमुख हरीश अरोड़ा ने भावुक होकर कहा कि वह प्रतिभावान छात्रा थी। हर विषय में उसने बहुत अच्छे अंक हासिल किए हैं। उसे अन्य साथियों से भी ज्यादा अंक मिले हैं। 
 
जब उसके साथियों ने उसके प्राप्तांक देखे तो सभी भावुक हो गए। हमारे संस्थान ने पीडि़त के परिजन को सारी फीस लौटा दी है। इसी संस्थान के छात्र, शिक्षक और कर्मचारियों ने उसे न्याय दिलाने के लिए धरने दिए। विरोध प्रदर्शन के दौरान दिल्ली में पुलिस की लाठी भी खाई। 

भारत ने गुरुवार को संयुक्त राष्ट्र महिला एजेंसी को बताया कि दिल्ली में सामूहिक दुष्कर्म पीडि़त लड़की को जल्द न्याय मिलेगा। इस मामले के आरोपियों को जल्द से जल्द सजा दिलाकर सरकार एक कड़ा संदेश देगी। संयुक्त राष्ट्र के महिला कार्यकारी बोर्ड के आह्वान के बाद भारत के स्थायी प्रतिनिधि हरदीप पुरी का यह बयान आया। बोर्ड ने नियमित सत्र से पहले दुनियाभर की सरकारों से अपील की थी कि महिलाओं और लड़कियों के खिलाफ हिंसा को खत्म किया जाए। 

मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने गुरुवार को पहले घोषित अनुग्रह राशि से संबंधित 15 लाख रुपए का चेक गैंगरेप पीडि़ता के पिता को मुख्यमंत्री आवास पर सौंपा। उन्होंने भरोसा दिलाया कि १६ दिसंबर को दुर्भाग्यवश घटना के शिकार हुए परिवार की इस त्रासदी के शोक से उबरने में सरकार हरसंभव मदद करेगी। परिवार को फ्लैट उपलब्ध कराने और पीडि़ता के दोनों भाइयों को उच्च शिक्षा व रोजगार उपलब्ध कराने में भी सरकार हरसंभव मदद करेंगी। इस मौके पर पीडि़ता के पिता ने अपने आवास के समीप महावीर एनक्लेव के रिहायशी इलाके में शराब का ठेका बंद कराने के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया।



शीला सरकार को बेनकाब करेंगे केजरीवाल


आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को कहा कि वर्ष 2014 में होने वाले आम चुनाव राहुल और मोदी का नहीं होगा बल्कि इसमें एक तरफ सभी भ्रष्ट राजनैतिक दल होंगे और दूसरी तरफ आम जनता होगी. साथ ही उन्होंने दावा किया कि आगामी दो फरवरी को वह दिल्ली में मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को बिजली के दामों में बढोतरी के मामले में बेनकाब करने वाले है
उन्होंने बताया कि दिल्ली में छह माह पूर्व सरकार बिजली के दाम घटाने की तैयारी में थी. लेकिन हुआ विपरीत और जनता पर बोझ बढ़ा दिया गया. उन्होंने आरोप लगाया कि विद्युत आपूर्तिकर्ता समूह को लाभ पहुंचाने के लिए दस्तावेजों में हेरफेर करते हुए इस कंपनी को घाटे में बताया गया, जबकि स्थिति लगातार लाभ की थी.

केजरीवाल ने कहा कि भारत में जेपी आंदोलन के बाद यह पहला अवसर है जब देश का आम जन और युवा मंहगाई और भ्रष्टाचार के खिलाफ एकजुट है. इस आंदोलन को कोई प्राकृतिक शक्ति ही संचालित कर रही है.

केजरीवाल ने भाजपा और संघ के विरुद्ध दिये गये शिंदे के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उन्हें सबूत के साथ अपनी बात कहनी चाहिए थी. यदि वह भाजपा और संघ पर आतंकवादी तैयार करने का आरोप सिद्ध नहीं कर सकते तो यह मानना चाहिए कि शिंदे ‘झूठे’ हैं.

केजरीवाल ने बताया कि आम आदमी पार्टी आगामी विधानसभा चुनाव में दिल्ली की सभी सीटों और आम चुनावों में देश की सभी लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी.

राजस्थान के बारे में उन्होंने बताया कि इस संबंध में निर्णय के लिए एक समिति का गठन कर लिया गया है. समिति की रिपोर्ट के बाद ही अंतिम फैसला किया जाएगा.

पॉलिटिक्स की वजह से लेट हुआ परमाणु परीक्षण : डा. एपीजे अब्दुल कलाम



कलाम
नई दिल्ली। 'भारतीय मिसाइल तकनीक' के जनक और पूर्व राष्ट्रपति डा. एपीजे अब्दुल कलाम ने इस बात का खुलासा किया है कि पोखरण परमाणु विस्फोट से पहले दुनिया भर के जासूसों का ध्यान बांटने के लिए भरपूर मिसाइलें, रॉकेट और बम का इस्तेमाल किया गया था। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि वर्ष 1998 में किया गया परमाणु परीक्षण दरअसल दो वर्ष पहले 1996 में ही किया जाना था लेकिन बदले राजनीतिक समीकरणों के कारण यह नहीं हो सका।

भारतीय खुफिया एजेंसी रॉ (रिसर्च एंड एनालिसिस विंग) द्वारा बीते गुरुवार को दिल्ली में आयोजित '7वें आर एन काव मेमोरियल लेक्चर' में कलाम ने इस बात का खुलासा किया कि 1998 की गर्मियों में पोखरण परमाणु विस्फोट से दो दिन पहले दुनिया भर के जासूसों का ध्यान बंटाने और उन्हें छकाने के लिए भारत ने सुनियोजित तरीके से मिसाइलों, रॉकेट और बम का इस्तेमाल किया|

तत्कालीन अटल बिहारी वाजपेयी सरकार के नेतृत्व में कलाम ने 1998 में पोखरण में एक के बाद एक पांच परमाणु परीक्षण किए थे और उसके बाद दुनिया भर में इसकी तीखी प्रतिक्रिया हुई थी। कलाम ने परमाणु परीक्षण से पहले के बैचेनी भरे दिनों को याद करते हुए कहा कि डीआरडीओ और उनके दल ने पूरी गोपनीयता के साथ परीक्षण को सफल बनाने के लिए देर-देर तक काम किया|

कलाम ने बताया, "परीक्षण के एक दिन पहले कई एजेंसियां एक्टिव मोड में थीं और अपने-अपने काम को अंजाम दे रही थीं। अगले दो दिन चांद बिल्कुल छुपा रहने वाला था और रातें अंधेरी होने वाली थीं। उस समय चांदीपुर फ्लाइट टेस्ट रेंज से एक के बाद एक 12 त्रिशूल मिसाइलें लांच की गईं। हर दो घंटे में एक मिसाइल लांच की गई। अग्नि मिसाइल की लांचिंग की तैयारियां भी तेज कर दी गईं।"

कलाम के मुताबिक, पोखरण में विस्फोट से दूर पिनाका जैसे रॉकेट छोड़े गए। इसके अलावा वायुसेना के विमानों ने रनवे विध्वंस करने का अभ्यास भी उसी दौरान शुरू कर दिया। इसके अगले दिन पता चला कि भारत ने तीन परमाणु परीक्षण किए हैं। अगले दिन दो और परीक्षण किए गए। कलाम ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री नरसिंहा राव ने उन्हें बुलाकर परमाणु परीक्षण की तैयारी करने को कहा।

इसके दो दिन बाद ही 1996 के आम चुनाव के नतीजे घोषित होने वाले थे। चुनाव के परिणाम घोषित होने से दो दिन पहले ही उनके पास तत्कालीन प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव का फोन आया और उन्होंने तुरंत मिलने के लिए उन्हें अपने पास बुलाया। इसके तुरंत बाद कलाम अपने दो साथियों के साथ राव के पास पहुंचे तो उन्होंने दो दिन में परमाणु परीक्षण करने के लिए तैयार रहने का निर्देश कलाम को दिया।

कलाम उस वक्त रक्षा मंत्री के वैज्ञानिक सलाहाकार थे लेकिन दो दिन बाद जब चुनाव परिणाम कांग्रेस के अनुरूप नहीं आए और कांग्रेस सत्ता से बाहर हो गई तो देश की राजनीतिक परिस्थितियां बदल गई। नतीजे राव के खिलाफ गए तो उन्होंने फिर कलाम को बुलाया और परीक्षण के बारे में भावी प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को ब्रीफ करने को कहा ताकि इतना महत्वपूर्ण फैसला सत्ता परिवर्तन के बाद भी कहीं अटक न जाए। कलाम ने कहा कि यह घटना एक देशभक्त राजनेता की परिपक्वता और पेशवर रवैये को दर्शाती है जो यह समझता है कि देश राजनीति से कहीं ऊपर है।

दिल्ली गैंगरेप : सबसे बड़े दरिंदे को सबसे कम सजा !!!


नई दिल्ली : दिल्ली गैंगरेप के सबसे बड़े गुनाहगार को सबसे कम सजा होने के आसार काफी हैं। इस मामले के सबसे बड़े गुनाहगार पर फिलहाल जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड सुनवाई कर रहा है। गुरुवार को जनता पार्टी अध्यक्ष सुब्रहमण्यम स्वामी की याचिका को खारिज करने के बाद अब इस बात के आसार बढ़ गए हैं कि अपने को नाबालिग बताने वाला यह गुनाहगार महज तीन वर्ष की कैद काट कर खुली हवा में सांस लेने लगेगा।

दरअसल हमारे देश के कानून के मुताबिक 18 वर्ष से कम आयु के आरोपी का मामला जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड के तहत सुना जाता है। लेकिन यहां पर बड़े से बड़े अपराध के लिए अधिकतम तीन वर्ष की सजा का ही प्रावधान है। यहां से सजा होने के बाद दोषी को बाल सुधार गृह में भेज दिया जाता है, जहां पर वह अपनी सजा पूरा करता है।

लेकिन यहां पर एक बड़ा सवाल यह है कि दिल्ली गैंगरेप मामले में, जिसने पूरे देश को हिला कर रख दिया था उसमें सबसे बड़े आरोपी को सिर्फ यह कहकर तो नहीं बख्शा जा सकता है कि वह नाबालिग है। जबकि पूरा देश उसके घिनौने काम को अच्छी तरह जानता है। दरअसल यही वह इकलौता शख्श था जिसने इस पूरी कहानी को अंजाम देने की तैयारी की थी।

अपने को नाबालिग बताकर कड़ी सजा या फिर फांसी की सजा से बचाने वाले इसी शख्स ने मुनिरका स्टेंड पर अपने पुरुष मित्र के साथ खड़ी हुई 23 वर्षीय मेडिकल स्टूडेंट को अपनी बस में सवार होने का न्यौता दिया था। इतना ही नहीं उसने उसको बहन कहकर पुकारा था और कहा था कि वह द्वारका की ही तरफ जा रहे हैं तो वह उन्हें वहां छोड़ देंगे।

लेकिन उन दोनों के बस में दाखिल होने के बाद जो कुछ उसने और उसके साथियों ने उस युवती के साथ किया उससे सभी की रूह कांप उठी। बस में सवार सभी छह लोगों ने जिसमें यह नाबालिग भी शामिल था, ने उसके साथ बारी-बारी से दुष्कर्म किया बौर बड़ी ही बेरहमी से उसके साथ मार-पीट भी की। इतना ही नहीं दुष्कर्म करने के बाद इस नाबालिग ने ही इसके शरीर में जंग लगी लोहे की रॉड तक डाल दी जिससे उसके संवेदनशील अंग बर्बाद हो गए। यह दरिंदे यहां पर भी नहीं रुके और उसके शरीर के अंगों को न सिर्फ नोच डाला बल्कि उसके शरीर से आंतें तक खींच डाली थीं।

इस नाबालिग ने ही उसके शरीर में रॉड यह कहकर डाली थी कि मर जा। बाद में इसी नाबालिग ने इसको मरा समझकर नग्न हालत में चलती बस से बाहर फेंक देने की नसीहत अपने दूसरे साथियों को दी थी। यह आरोपी कहने के लिए भले ही नाबालिग रहा है लेकिन उसका किया अपराध कहीं से भी कम नहीं है, बल्कि इस मामले में सबसे बड़ा अपराधी यही नाबालिग है। अपने गुनाह को छिपाने के लिए अब इस मामले के सभी आरोपी कानून का सहारा ले रहे हैं। लेकिन सवाल यह है कि यदि इस तरह के दुर्दात अपराधी महज तीन वर्ष की सजा काटकर जेल से बाहर आ जाते हैं तो क्या इस मामले में सही मायने में इंसाफ हो पाएगा।

हालांकि निचली अदालत ने स्वामी की याचिका को तो खारिज कर दिया, लेकिन उनके पास हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाने का विकल्प अभी बाकी है। ऐसे में अभी कुछ उम्मीद बची है कि शायद इस नाबालिग का भी मुकदमा अन्य आरोपियों के साथ चलाया जा सके और इसको भी फांसी की सजा मिल सके। स्वामी ने अपनी याचिका में दलील दी थी कि इस अपराध में शामिल यह नाबालिग किसी मुख्य आरोपी से कम नहीं है। उन्होंने कोर्ट के समक्ष इस मामले के छठे आरोपी को नाबालिग न मानते हुए इसका मामला भी अन्य आरोपियों के साथ चलाए जाने की मांग की थी, जिसे कोर्ट ने ठुकरा दिया।

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हाईकोर्ट : विदेशी फंड के लिए टीम अन्ना पर नहीं बनता आपराधिक मामला


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नई दिल्ली  अन्ना हजारे के आंदोलन के दौरान टीम अन्ना को विदेशों से मिले फंड के मामले में सीबीआइ जांच की मांग को लेकर दायर एक याचिका का दिल्ली उच्च न्यायालय ने यह कहते हुए निपटारा कर दिया कि इस मामले में आपराधिक मामला नहीं बनता है। मुख्य न्यायाधीश डी. मुरुगेसन व जस्टिस वीके जैन की खंडपीठ ने केंद्र सरकार की रिपोर्ट पढ़ने के बाद अपना फैसला सुनाया है।

मामले में केंद्र सरकार ने उच्च न्यायालय के समक्ष अपनी रिपोर्ट पेश करते हुए कहा कि अन्ना की टीम से जुड़े सदस्यों के तीन एनजीओ में विदेशी फंड लेते समय कुछ लापरवाही बरती गई है, परतु उन पर आपराधिक मामला चलाने की जरूरत नहीं है। उच्च न्यायालय में एक जनहित याचिका दायर कर मंाग की गई थी कि टीम अन्ना द्वारा चलाए गए अभियान में विदेशों से मिली मदद के लिए उनके खिलाफ सीबीआइ जांच कराई जाए और आपराधिक मामला दर्ज किया जाए।

मानहानि हुई है तो हमें नोटिस भेजते मुकेश अंबानी :अरविंद केजरीवाल


नई दिल्ली : अरविंद केजरीवाल द्वारा मुकेश अंबानी पर किए गए खुलासों से जुड़े मामले में नया मोड़ आ गया है। अरविंद केजरीवाल के 31 अक्टूबर 2012 और 9 नवंबर 2012 को किए गए कथित खुलासों के बाद मुकेश अंबानी ने इसका लाइव प्रसारण करने वाले सभी टीवी चैनलों को मानहानि का नोटिस भेज दिया।

केजरीवाल ने इस नोटिस पर मुकेश अंबानी के नाम पत्र लिखा है जिसमें उन्होंने चैनलों पर प्रेशर बनाने की पॉलिटिक्स की ओर इशारा किया है। चिट्ठी में केजरीवाल ने अंबानी से पूछा है कि आपने हमारी प्रेस कॉन्फ्रेंस दिखाने के लिए चैनलों पर मानहानि का नोटिस क्यों भेजा। अगर मेरी और प्रशांत भूषण की कही गई बातों से कोई मानहानि हुई है तो इसके दोषी मैं और प्रशांत भूषण हैं। अगर आपको नोटिस भेजना ही था तो हमें भेजना चाहिए था। केजरीवाल ने चिट्ठी में साफ कहा है कि चैनलों को मानहानि का नोटिस भेजना का मतलब है उन पर दबाव बनाना है। 

गौरतलब है कि अरविंद केजरीवाल ने देश के सबसे बड़े बिज़नस ग्रुप में से एक रिलायंस ग्रुप पर गैरकानूनी तरीके से सरकार पर दबाव डालकर गैस के दाम बढ़ाने का आरोप लगाया था। साथ ही, केजरीवाल और उनके साथियों की ओर से मुकेश अंबानी और उनके सहयोगियों का धन स्विस बैंकों में होने की बात कही गई थी। अंबानी के नाम लिखे पत्र में केजरीवाल ने कई सवालों की ओर भी इशारा किया है। अंबानी से पूछा है कि आप खुद ही बताइए कि आपकी मानहानि मैंने, प्रशांत भूषण ने या टीवी चैनलों ने की है या आपने खुद की है। 

केजरीवाल का मुकेश अम्बानी को पत्र




आदर्श घोटाले की तरह मुंबई सांसद हाउसिंग बोर्ड घोटाला



Its a Scam like Adarsh Ghotal Mumbai Out of the rules MP Housing Board has allotted two or more Flats and Duplexes to MP and MLA, Simultaneously they (MLA and Mp's) have also submitted the false affidavit and statements for the allotment

दिल्ली गैंगरेप पीड़िता का आखिरी रिजल्ट आया, प्रथम स्थान के साथ 73% अंक प्राप्त किए हैं!


आज भी जब 16 दिसंबर का दिन याद आता है तो रूह कांप जाती है। अब यह कभी नहीं पता नहीं चल पाएगा कि दामिनी इन परीक्षा में इतने अच्छे मार्क्स आने पर कितनी खुश होती! दामिनी साईं इन्स्टीट्यूट, देहरादून से  फिजियोथेरेपी की पढ़ाई कर रही  थी। अपनी ज़िंदगी की अंतिम परीक्षा में प्रथम स्थान के साथ उसने 73% अंक प्राप्त किए। फिजियोथेरेपी विभाग के हेड हरीश अरोरा ने कहा, "दामिनी ने बहुत अच्छे अंक प्राप्त किए हैं, एवरेज अंक तो 55-65 प्रतिशत ही आए हैं।" उसके कुछ अन्य अध्यापकों ने कहा कि उसने ‘एक्सीलेंट’ मार्क्स हासिल किए। जाहिर है, वह काफी प्रतिभाशाली थी। पर गैंगरेप का शिकार होने के बाद उसने मौत से जूझने की भरपूर कोशिश की। वैसे, उसकी हालत इतनी खराब हो चुकी थी कि उसके जीने की आशा कम ही रह गई थी। आखिरकार 29 दिसंबर को सिंगापुर के अस्पताल में उसका निधन हो गया। उसने 6 विषयों में 1100 में से 800 अंक प्राप्त किए हैं।

जब इतने अच्छे अंक प्राप्त करने की बात उसके माता-पिता को बताई गई तो कुछ क्षणों के लिए तो वे चुप हो गए। तत्काल वे कुछ कह नहीं पाए। कुछ समय बाद उसके पिता ने कहा," यह बहुत अच्छा है। परंतु हमारी खुशियां गम की छाया में दब गई हैं। मैं अब बस यही उम्मीद कर सकता हूं कि मेरे अन्य दोनों बच्चे दामिनी से प्रेरित हों और यही रास्ता अपनाएं।" 

हरीश अरोरा ने कहा कि दामिनी ने फिजियोथेरेपी ऑर्थोपेडिक्स में 200 में से 124 अंक, फिजियोथेरेपी न्यूरोलोजी में 200 में से 147 अंक,  फिजियोथेरेपी कॉर्डियोलोजी में 200 में से 151 अंक, फिजियोथेरेपी मेडिसिन में 200 में से 144 अंक, बायोस्टेटिक्स में 100 में से 74  तथा क्लिनिकल प्रोजेक्ट में 200 में से 160 अंक प्राप्त किए।  एक अध्यापक ने कहा," यह दिखाता है कि वह बहुत ही मेहनती छात्रा थी। वह फिजियोथेरेपी में करियर बनाने के लिए बहुत ही गंभीर थी।"  

साईं इन्स्टीट्यूट ने घोषणा की है कि वह दामिनी के परिवार को 1,80,000 का एक चेक देंगा, क्योंकि मैनेजमेंट ने दामिनी की 4 साल की पूरी फीस वापस करने का फैसला लिया है। हरीश अरोरा ने कहा," यह पैसे दामिनी के किसी परिवार वाले को एक समारोह में दिए जाएंगे। दामिनी को श्रद्धांजलि देने के लिए देहरादून के परेड मैदान में एक कार्यक्रम आयोजित होगा। हमें विश्वास है कि उसके परिवार से कोई न कोई जरूर आएगा। यदि वे पैसे लेने से मना कर देते हैं तो ये पैसे उन लड़कियों की शिक्षा के लिए उपयोग किए जाएंगे जो गरीब परिवारों से हैं।"

death for rape : बच्ची के साथ बलात्कार के बाद हत्या करने वाले को मिली फांसी


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दरभंगा - बिहार में दरभंगा की एक अदालत ने बच्ची के साथ बलात्कार के बाद की गई हत्या के मामले में आज एक व्यक्ति को फांसी की सजा सुनाई है। अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश सुनील कुमार सिंह ने यहां मामले में सुनवाई के बाद जिले के मनीगाछी थाना के राघोपुर गांव के रहने वाले इन्द्र कुमार उर्फ इन्द्र ठाकुर को यह सजा सुनाई है।

इस मामले में इन्द्र कुमार 07 जनवरी 2010 से ही न्यायिक हिरासत में था। दोषी ने 05 जनवरी 2010 को इसी गांव की सात वर्षीय एक बच्ची का अपहरण कर बलात्कार किया और बाद में उसकी हत्या कर दी थी। इस सिलसिले में बच्ची के परिजनों ने संबंधित थाना में इन्द्र कुमार के खिलाफ एक नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई थी।

लोकपाल के बारे में प्रधानमंत्री जी का आश्वासन...

लोकपाल के बारे में प्रधानमंत्री जी का आश्वासन...

27 अगस्त 2011 को रामलीला मैदान पर लोकपाल के बारे में देश के प्रधानमंत्री जी ने जनता को दिया हुआ आश्वासन...


दिल्ली गैंगरेप: न्याय बोर्ड करेगा नाबालिग का फैसला

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16 दिसंबर के दिल्ली दुष्कर्म में शामिल नाबालिग आरोपी पर भी फास्ट ट्रैक कोर्ट में मामला चले या नहीं दिल्ली में जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड आज इस बारे में फैसला सुना सकता है। जनता पार्टी के नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने इस सिलसिले में बोर्ड के सामने याचिका दायर की है।

स्वामी ने दलील पेश की है कि ऐसे खौफनाक जुर्म को अंजाम देने वालों को नाबालिग नहीं गिना जा सकता। याचिका के मुताबिक जुवेनाइल जस्टिस एक्ट में बालिग उम्र 18 साल तय की गई है जबकि आईपीसी में यह 12 साल है।

दिल्ली दुष्कर्म का शिकार हुई लड़की के गुनहगारों में एक की उम्र 16 साल है। सवाल बना हुआ है कि क्या बाकी पांच आरोपियों की तरह उसपर भी फास्ट ट्रैक में केस चलाया जाए?

दो फरवरी को दिल्ली की सीएम के खिलाफ होगा खुलासा : केजरीवाल

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आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि वे बिजली की दरों में बढोत्तरी के मामले में दिल्ली सरकार और एक निजी कंपनी के बीच हुए घपले के बारे में एक बड़ा खुलासा 2 फरवरी को करेगें।

केजरीवाल ने राजस्थान के कोटा में पत्रकार वार्ता में कहा कि यह एक बड़ा घपला है और सफाई आम जनता के सामने आनी ही चाहिए ताकि राजनीति में स्वच्छ छवि का दावा करने वाले राजनेताओं का असली चेहरा उजागर हो सके।

केजरीवाल मांगरोल मे नगरपालिका अध्यक्ष अशोक जैन के बुलावे पर यहां आए हैं। जैन को नगरपालिका चुनाव मे नई व्यवस्था राइट टू रिकॉल के कारण दुबारा जनादेश का सामना करना पड़ा था। जिसमें वह विजयी रहे थे।

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