नई दिल्ली। अन्ना हजारे ने एक बार फिर जंतर मंतर पर अनशन पर बैठ गए हैं। अन्ना ने कहा है कि पहले लोकपाल पास होगा, तभी सरकार से बात होगी। इस बीच अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसौदिया और गोपाल राय के अनशन का रविवार को पांचवां दिन शुरू हो गया।
जंतर मंतर पहुंचने से पहले महाराष्ट्र सदन से निकलते वक्त पत्रकारों से बातचीत में अन्ना ने कहा, 'सरकार कह रही है कि हमारा जनआंदोलन भटक रहा है लेकिन अब जनता को यह आभास हो गया है कि सरकार ही भटक रही है। सरकार कहती है कि हम संविधान से अलग जा रहे हैं। लेकिन क्या सरकार संविधान का पालन कर रही है? आजादी के इतने साल बीत जाने के बाद भी लाखों लोगों को खाने के लिए नहीं मिल रहा है और कई लोगों के पास बेशुमार दौलत है।'
प्रधानमंत्री के घर के बाहर चोर लिखे जाने पर प्रतिक्रिया देते हुए अन्ना ने कहा कि बुराई को सहन करते-करते कई लोगों को गुस्सा आ जाता है तो वो ऐसा कर देते हैं लेकिन मैं इसे सही नहीं मानता। समाज हमारी ओर देख रहा है इसलिए हमें थोड़ा सहज रहना चाहिए।
लोकपाल की मांग पर अन्ना ने कहा कि हमारी टीम हो या हम हों हमारी मुख्य मांग लोकपाल है लेकिन मंत्रियों के भ्रष्टाचार का मुद्दा इसलिए आया है क्योंकि पिछले ढेड़ साल से आंदोलन चल रहा है लेकिन सरकार बार बार धोखा दे रही है। अब हमें लगता है कि ये १५ भ्रष्ट मंत्री जब तक सरकार में रहेंगे तब तक लोकपाल नहीं आने देंगे। आज न वो एसआईटी बैठाना चाहते हैं और न ही इन भ्रष्ट मंत्रियों पर कार्रवाई करना चाहते हैं। अगर सरकार को लगता है कि हम भटक गए हैं तो पहले लोकपाल ले आए उसके बाद में मंत्रियों की जांच करवा ले।
पीएम के घर पर अन्ना समर्थकों का धावा
अन्ना के कथित समर्थकों ने शनिवार को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के 7 रेसकोर्स स्थित सरकारी निवास के बाहर प्रदर्शन किया। इनमें से कुछ लोगों ने घर में कोयले भी फेंके और दीवारों पर आपत्तिजनक बातें भी लिख दी। बाद में पुलिस ने सभी को हिरासत में ले लिया।
इनमें 8 महिलाओं समेत करीब सौ लोग थे। प्रधानमंत्री के घर के सामने अचानक जमा हुई भीड़ अन्ना के समर्थन और प्रधानमंत्री के खिलाफ नारे लगा रही थी।
टीम अन्ना प्रधानमंत्री पर कोल आवंटन में गड़बड़ी का आरोप लगाते आ रही है। इस बीच इंडिया अगेंस्ट करप्शन (आईएसी) के मीडिया संयोजक ए मुरलीधरन ने कहा कि संगठन की ओर से कोई कार्यक्रम आयोजित नहीं किया गया था।
सरकार कोई बाधा नहीं डाल रही है : सामी
प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्यमंत्री वी नारायणस्वामी ने कहा है कि सरकार अन्ना के आंदोलन की एकता तोड़ने की कोशिश नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि टीम अन्ना में खुद एकता की कमी है।
सामी ने कहा कि हजारे ईमानदार हैं लेकिन उनकी टीम के कुछ लोग भ्रष्ट हैं। ये वे लोग हैं, जिन्होंने अपनी पुत्रियों का मेडिकल में दाखिला कराने के लिये झूठे सामुदायिक प्रमाणपत्र हासिल किए और विदेश जाने के लिये भारी रिश्वत ली।
जंतर मंतर पहुंचने से पहले महाराष्ट्र सदन से निकलते वक्त पत्रकारों से बातचीत में अन्ना ने कहा, 'सरकार कह रही है कि हमारा जनआंदोलन भटक रहा है लेकिन अब जनता को यह आभास हो गया है कि सरकार ही भटक रही है। सरकार कहती है कि हम संविधान से अलग जा रहे हैं। लेकिन क्या सरकार संविधान का पालन कर रही है? आजादी के इतने साल बीत जाने के बाद भी लाखों लोगों को खाने के लिए नहीं मिल रहा है और कई लोगों के पास बेशुमार दौलत है।'
प्रधानमंत्री के घर के बाहर चोर लिखे जाने पर प्रतिक्रिया देते हुए अन्ना ने कहा कि बुराई को सहन करते-करते कई लोगों को गुस्सा आ जाता है तो वो ऐसा कर देते हैं लेकिन मैं इसे सही नहीं मानता। समाज हमारी ओर देख रहा है इसलिए हमें थोड़ा सहज रहना चाहिए।
लोकपाल की मांग पर अन्ना ने कहा कि हमारी टीम हो या हम हों हमारी मुख्य मांग लोकपाल है लेकिन मंत्रियों के भ्रष्टाचार का मुद्दा इसलिए आया है क्योंकि पिछले ढेड़ साल से आंदोलन चल रहा है लेकिन सरकार बार बार धोखा दे रही है। अब हमें लगता है कि ये १५ भ्रष्ट मंत्री जब तक सरकार में रहेंगे तब तक लोकपाल नहीं आने देंगे। आज न वो एसआईटी बैठाना चाहते हैं और न ही इन भ्रष्ट मंत्रियों पर कार्रवाई करना चाहते हैं। अगर सरकार को लगता है कि हम भटक गए हैं तो पहले लोकपाल ले आए उसके बाद में मंत्रियों की जांच करवा ले।
पीएम के घर पर अन्ना समर्थकों का धावा
अन्ना के कथित समर्थकों ने शनिवार को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के 7 रेसकोर्स स्थित सरकारी निवास के बाहर प्रदर्शन किया। इनमें से कुछ लोगों ने घर में कोयले भी फेंके और दीवारों पर आपत्तिजनक बातें भी लिख दी। बाद में पुलिस ने सभी को हिरासत में ले लिया।
इनमें 8 महिलाओं समेत करीब सौ लोग थे। प्रधानमंत्री के घर के सामने अचानक जमा हुई भीड़ अन्ना के समर्थन और प्रधानमंत्री के खिलाफ नारे लगा रही थी।
टीम अन्ना प्रधानमंत्री पर कोल आवंटन में गड़बड़ी का आरोप लगाते आ रही है। इस बीच इंडिया अगेंस्ट करप्शन (आईएसी) के मीडिया संयोजक ए मुरलीधरन ने कहा कि संगठन की ओर से कोई कार्यक्रम आयोजित नहीं किया गया था।
सरकार कोई बाधा नहीं डाल रही है : सामी
प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्यमंत्री वी नारायणस्वामी ने कहा है कि सरकार अन्ना के आंदोलन की एकता तोड़ने की कोशिश नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि टीम अन्ना में खुद एकता की कमी है।
सामी ने कहा कि हजारे ईमानदार हैं लेकिन उनकी टीम के कुछ लोग भ्रष्ट हैं। ये वे लोग हैं, जिन्होंने अपनी पुत्रियों का मेडिकल में दाखिला कराने के लिये झूठे सामुदायिक प्रमाणपत्र हासिल किए और विदेश जाने के लिये भारी रिश्वत ली।