आगामी लोकसभा चुनावों में टीम अन्ना से अलग हुए अरविन्द केजरीवाल की प्रस्तावित राजनीतिक पार्टी को अन्ना हजारे का पूरा समर्थन मिलेगा.
किरन बेदी ने शुक्रवार को ‘इंडियन स्कूल आफ बिजनेस लीडरशिप समिट 2013’ के इतर संवाददाताओं से हैदराबाद में कहा कि हम किसी भी ईमानदार उम्मीदवार का समर्थन करेंगे.
चूंकि वह (केजरीवाल) ईमानदारी को बढावा दे रहे हैं, जाहिर तौर पर वह हमारे समर्थन के योग्य हैं.
किरन ने कहा कि टीम अन्ना के केजरीवाल के साथ कोई मतभेद नहीं हैं. उन्होंने कहा कि सामाजिक कार्यकर्ता से नेता बने केजरीवाल ने भ्रष्टाचार से लड़ने के लिए चुनावी रास्ता अपनाया है.
उन्होंने कहा कि केजरीवाल के साथ कोई मतभेद नहीं हैं. वह चुनावी रास्ता अपनाना चाहते थे और हम गैर चुनावी रास्ता अपनाना चाहते थे. यह उनकी भावना है कि यह चुनावी मार्ग अपनाने का समय है.
रक्षा, विदेश मामलों और कानून जैसे मुद्दों पर प्रधानमंत्री को जनलोकपाल विधेयक के दायरे से बाहर रखने के बारे में उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर आगे भी बहस होनी है.
उन्होंने कहा कि हम प्रवर समिति की सिफारिशों का इंतजार कर रहे हैं. मुझे लगता है कि सिफारिशों का सबसे महत्वपूर्ण भाग यह होगा कि सीबीआई निष्पक्ष कैसे होगी, निदेशक का चयन कैसे निष्पक्ष होगा और उनकी फिर से नियुक्ति हो सकती है या नहीं और इसके अलावा वह लोकपाल के अधीन होगा या नहीं.