नई दिल्ली। सूचना का अधिकार के माध्यम से देश के सामने 2-जी घोटाले को उजागर करने वाले जनता पार्टी के नेता सुब्रमण्यम स्वामी अब अपने लक्ष्य से भटकते नजर आ रहे हैं। इसका साफ उदाहरण है सोनिया गांधी और राहुल गांधी पर किये जा रहे लगातार व्यक्तिगत हमले, जिनका सामाजिक सरोकार शायद नहीं है।
जनता पार्टी के सुप्रीमो सुब्रमण्यम स्वामी ने अब तक का सबसे बड़ा आरोप सोनिया पर लगाया है। वो है राजीव गांधी की हत्या के संबंध में। एशिनय ट्रिब्यून को दिये गये इंटरव्यू में सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा, "मेरे हिसाब से राजीव गांधी की हत्या सोनिया गांधी ने करायी है, क्योंकि पूर्व में उनके संबंध फलस्तीन के हबाश समूह से थे, जिसने लिट्टे को ट्रेनिंग दी थी। उनके मन में हमेशा से लिट्टे के प्रति नरम भाव रहे हैं।"
तमिलनाडु में आतंकवाद पर पूछे गये सवाल पर स्वामी ने सीधे इंदिरा गांधी पर निशाना साधा और कहा कि श्रीलंका में आतंकवाद की शुरुआत उन्हीं की वजह से हुई थी, क्योंकि उन्होंने लंकन तमिल को भारत आतंत्रित किया था, ताकि वे यहां आकर श्रीलंका सरकार के खिलाफ आर्मी ट्रेनिंग ले सकें।
अगर आप सुब्रमण्यम स्वामी के ट्विटर अकाउंट को फॉलो करें तो वो आये दिन सोनिया और राहुल को निशाना बना रहे हैं। हाल ही में उन्होंने सोनिया को विषकन्या कहा, उसके बाद ट्विटर पर लिखा कि राहुल गांधी के एक विदेशी लड़की के साथ संबंध हैं यही नहीं उन्होंने यहां तक लिख दिया कि राहुल गांधी शादीशुदा हैं और उनका एक बेटा भी है।
अब सवाल यह उठता है कि सुब्रमण्यम स्वामी इस प्रकार के व्यक्तिगत हमले क्यों कर रहे हैं। न तो इन बातों का सीधे कांग्रेस से कोई लेना-देना है और सीधे जनता पार्टी से। कुल मिलाकर देखा जाये तो सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्विटर को एक हथियार बना लिया है अपनी भड़ास निकालने का। यही नहीं अगर वो वाकई में जनता का भला चाहते हैं तो अपने लक्ष्य से भटक क्यों रहे हैं। क्योंकि किसी पर व्यक्तिगत हमले करना ओछी राजनीति के अलावा कुछ नहीं है।
जनता पार्टी के सुप्रीमो सुब्रमण्यम स्वामी ने अब तक का सबसे बड़ा आरोप सोनिया पर लगाया है। वो है राजीव गांधी की हत्या के संबंध में। एशिनय ट्रिब्यून को दिये गये इंटरव्यू में सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा, "मेरे हिसाब से राजीव गांधी की हत्या सोनिया गांधी ने करायी है, क्योंकि पूर्व में उनके संबंध फलस्तीन के हबाश समूह से थे, जिसने लिट्टे को ट्रेनिंग दी थी। उनके मन में हमेशा से लिट्टे के प्रति नरम भाव रहे हैं।"
तमिलनाडु में आतंकवाद पर पूछे गये सवाल पर स्वामी ने सीधे इंदिरा गांधी पर निशाना साधा और कहा कि श्रीलंका में आतंकवाद की शुरुआत उन्हीं की वजह से हुई थी, क्योंकि उन्होंने लंकन तमिल को भारत आतंत्रित किया था, ताकि वे यहां आकर श्रीलंका सरकार के खिलाफ आर्मी ट्रेनिंग ले सकें।
अगर आप सुब्रमण्यम स्वामी के ट्विटर अकाउंट को फॉलो करें तो वो आये दिन सोनिया और राहुल को निशाना बना रहे हैं। हाल ही में उन्होंने सोनिया को विषकन्या कहा, उसके बाद ट्विटर पर लिखा कि राहुल गांधी के एक विदेशी लड़की के साथ संबंध हैं यही नहीं उन्होंने यहां तक लिख दिया कि राहुल गांधी शादीशुदा हैं और उनका एक बेटा भी है।
अब सवाल यह उठता है कि सुब्रमण्यम स्वामी इस प्रकार के व्यक्तिगत हमले क्यों कर रहे हैं। न तो इन बातों का सीधे कांग्रेस से कोई लेना-देना है और सीधे जनता पार्टी से। कुल मिलाकर देखा जाये तो सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्विटर को एक हथियार बना लिया है अपनी भड़ास निकालने का। यही नहीं अगर वो वाकई में जनता का भला चाहते हैं तो अपने लक्ष्य से भटक क्यों रहे हैं। क्योंकि किसी पर व्यक्तिगत हमले करना ओछी राजनीति के अलावा कुछ नहीं है।