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अन्ना और रामदेव से कोई उम्मीद नहीं-अग्निवेश


समाजसेवी स्वामी अग्निवेश ने कहा है कि बाबा रामदेव और अन्ना हजारे व्यक्तिवादी हैं, इसलिये देश को उनसे कोई अधिक उम्मीद नहीं है. उनका कहना है कि वे स्वयं ऐसी किसी पार्टी की तलाश में हैं, जहां सामाजिक-आर्थिक लड़ाई लड़ी जा सके.


बाबा रामदेव और अन्ना हजारे की 1 मई से शुरु होने वाली देशव्यापी आंदोलन की घोषणाओं के बीच टीम अन्ना के पुराने साथी स्वामी अग्निवेश ने रविवार से बातचीत में आरोप लगाया कि अन्ना हजारे का आंदोलन जिस दिशा में था, उससे वे ग्लानी में थे. अन्ना के ताजा आंदोलन को लेकर अग्निवेश ने कहा कि उसमें मुझे कहीं कोई संभावना नजर नहीं आती, क्योंकि मैं तो उनकी टीम में अंदर तक रहा हूं. मैं तो उसी समय दिल से इसे नकार चुका था. बाहर से मैं उसमें पड़ा हुआ था. 25 अगस्त 2011 को रामलीला मैदान से मैं बकायदा उनसे अलग हो गया.


यह पूछने पर कि आपने टीम अन्ना को छोड़ा या टीम अन्ना ने आपको छोड़ दिया ? स्वामी अग्निवेश ने कहा कि मैंने टीम अन्ना को छोड़ा. स्वामी अग्निवेस ने रविवार से बातचीत में दावा किया कि रामलीला मैदान में जिस तरह की गतिविधियां चल रही थीं, उसी समय उन्होंने फैसला किया कि वे टीम अन्ना को छोड़ देंगे. उन्होंने कहा कि पहले भी मेरा मन इसमें विक्षुब्ध था. बहुत ही ग्लानि-सी हो रही थी कि कैसे चल रहा है ये सब कुछ.


अग्निवेश ने स्वीकार किया कि अन्ना हजारे के आंदोलन के दौरान बाहर जन उभार और लोकशक्ति देख कर, लालच या एक नये तरह की राजनीति की संभावना के कारण वे उसमें पड़े हुये थे.


स्वामी अग्निवेश के अनुसार श्रीश्री रविशंकर अन्ना और रामदेव के आंदोलन में भाग नहीं लेंगे. अग्निवेश ने आरोप लगाया कि बाबा रामदेव और अन्ना हजारे, दोनों अपना गणित देख रहे हैं कि किसके आने से किसको फायदा होगा. दोनों सोच रहे हैं कि इकट्ठे होकर शायद वे अपनी आवाज और मजबूती के साथ उठा सकेंगे. अग्निवेश ने कहा कि 1 मई के आदोलन से उन्हें ज्यादा कुछ संभावना नहीं लग रही है क्योंकि दोनों व्यक्तिवाद के शिकार हैं.


निर्मल बाबा प्रसंग पर उन्होंने कहा कि निर्मल बाबा फूहड़ तरीके से अंधविश्वास लाकर पैसे बटोर रहा है. उससे चैनल वालों को मुंहमांगा दाम भी मिल रहा है. इस पर रोक लगाने की जरुरत है.
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