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Sheela Dixit |
नई दिल्ली : गरीबी का पैमाना तय करने के बाद विरोधियों के निशाने पर आई कांग्रेस पार्टी की ओर से एक बार फिर इसी तरह का बयान आया है। दिल्ली में यूपीए-2 सरकार की बहुप्रतीक्षित योजना 'कैश फॉर फूड' अन्नश्री योजना की लॉन्चिंग पर मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने कुछ ऐसा कह दिया, जिसे सुनकर एक बार फिर विपक्षी दलों के कान खड़े हो गए हैं। सीएम ने कहा कि कैश सब्सिडी के रूप में मिलने वाले 600 रुपए एक गरीब परिवार के लिए काफी हैं।
शीला ने कहा कि यह सब्सिडी 5 सदस्यों के परिवार में महीने भर के लिए काफी है जिससे कि वह दाल, रोटी और चावल खरीद सकता है। त्यागराज स्टेडियम में 'कैश सब्सिडी योजना' की लॉन्चिंग पर शीला जिस वक्त भाषण दे रही थीं, यूपीए और कांग्रेस चेयरपर्सन सोनिया गांधी भी वहां मौजूद थीं।
कैश सब्सिडी योजना से लाभान्वित होने वाले लोग भी इस मौके पर स्टेडियम के भीतर ही मौजूद थे लेकिन शीला के इस बयान को किसी ने भी सही नहीं ठहराया। स्टेडियम से बाहर आई एक महिला ने कहा कि 5 से 7 लोगों के परिवार में महीने का राशन 1000 से 3000 रुपए के बीच आता है और यह बताने की जरूरत नहीं।
पश्चिम दिल्ली के स्लम एरिया में रहने वाली माया देवी ने पूछा कि अगर एक गरीब परिवार के लिए 600 रुपए काफी हैं तो बीमारी, आवास की समस्या और महंगाई में गुजारा कैसे होगा? 600 रुपए सिर्फ एक सहारा भर है।
'नहीं से अच्छा है कि कुछ तो मिलेगा', कई लोगों ने इस सब्सिडी योजना पर यह कहकर अपने विचार दिए। गंगा देवी ने कहा कि वह हर महीने राशन पर 3,000 रुपए खर्च करती हैं, फिर 600 रुपए में क्या होगा? यह सिर्फ एक मदद है।
गौरतलब है कि सब्सिडी का पैसा सीधे लोगों के बैंक खातों में जमा करने की सरकार की योजना 1 जनवरी से शुरू हो रही है। सरकार ने कैश सब्सिडी योजना को गेम चेंजर बताते हुए आपका पैसा आपके हाथ का नारा दिया है। शुरूआत में देश के 51 जिलों को इसमें शामिल किया गया है।