नई दिल्ली। कांस्टेबल सुभाष तोमर की मौत के मामले में राममनोहर लोहिया अस्पताल के डॉक्टरों ने अपना पक्ष साफ किया है। आरएमएल के डॉक्टरों का कहना है कि जिस वक्त कांस्टेबल सुभाष को अस्पताल लाया गया, उनके शरीर पर कोई बाहरी चोट नहीं थी। अब सवाल ये उठता है कि अगर कांस्टेबल के साथ मारपीट हुई ही नहीं तो फिर दिल्ली पुलिस ने जिन आठ लोगों को गिरफ्तार किया है और उन पर 307 और 302 के तहत जो मुकदमे दर्ज किए हैं उनका क्या होगा? दिल्ली पुलिस के कमिश्नर नीरज कुमार के उस बयान का क्या होगा, जिसमें उन्होंने प्रदर्शनकारियों पर आरोप लगाए थे। ताजा खुलासे से नीरज कुमार के उस दावे की भी हवा निकल गई है कि रायसीना हिल्स पर आतंकी हमले का खतरा था।
जानिए डॉक्टरों ने सुभाष की मौत पर क्या कहा?
डॉक्टरों का कहना है कि सुभाष की छाती और दायीं कलाई पर मामूली खरोचें थीं। आरएमएल के डॉक्टर का कहना है कि उन्हें कोई फ्रैक्चर नहीं हुआ था। चेस्ट रिपोर्ट में कोई फ्रेक्चर नहीं दिखा था। उन्हें दिल का दौरा पड़ा था, जिसकी वजह से सुभाष बेहोश हो गए थे। उनका दिल की बीमारी का इलाज चल रहा था। इसके अलावा उन्हें और कोई गंभीर समस्या नहीं थी।
केजरीवाल के कार्यकर्ता भी किए गए गिरफ्तार
डॉक्टर के इस खुलासे ने दिल्ली पुलिस पर सवाल खड़े कर दिए हैं। रविवार को इंडिया गेट पर हुई झड़प मामले में जिन आठ लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया था उनमें अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी का एक कार्यकर्ता भी शामिल है। आम आदमी पार्टी के नेता मनीष सिसोदिया ने उसकी जमानत की अर्जी दी है। इस हिंसक झड़प में जख्मी पुलिस कांस्टेबल सुभाष की आज मौत हो गई है। कांस्टेबल सुभाष तोमर पर हमले और अव्यवस्था फैलाने के लिए पुलिस ने आठ लोगों को गिरफ्तार किया था। इन पर धारा 307 यानि हत्या की कोशिश के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था। अब इन पर धारा 302 के तहत मुकदमा चलाया जा सकता है। इनके नाम है शंकर बिष्ट, नंद कुमार, चमन कुमार। चमन कुमार को आम आदमी पार्टी का कार्यकर्ता बताया जा रहा है। शांतनु कुमार, कैलाश जोशी, अमित जोशी, अभिषेक नफीस अहमद पर मुकदमा दर्ज किया गया है।
चोट का कोई निशान नहीं मिला
आरएमएल के मेडिकल सुप्रिटेंडेंट टीएस सिद्धू का कहना है कि कांस्टेबल सुभाष को वेंटिलेटर सपोर्ट पर भी रखा गया था। सूत्रों का कहना है कि अस्पताल में डॉक्टरों ने सुभाष तोमर का एक्सरे और अल्ट्रासाउंड भी किया था, जबकि दिल्ली पुलिस कमिश्नर नीरज कुमार का कहना था कि कांस्टेबल सुभाष तोमर की मौत चोट की वजह से हुई थी। दूसरी ओर पूर्व आईपीएस अधिकारी किरण बेदी का कहना है कि इस मामले की स्वतंत्र जांच हो। जांच को दिल्ली पुलिस के हाथ से हटानी होगी। जांच को दिल्ली पुलिस के बाहर की एजेंसी को देने की जरूरत है।
दिल्ली गैंगरेप प्रदर्शनों पर दिग्गी बोले, दोषी तो...
कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने कहा है कि दिल्ली में गैंगरेप मामले में बाबा रामदेव और ‘आप पार्टी’ के लोगों ने हिंसा भड़काई है। उधर कांस्टेबल सुभाष तोमर के बेटे का कहना है कि उनके पिता की मौत प्रदर्शनकारियों की वजह से ही हुई है। दिग्विजय सिंह ने कहा कि एक पुलिस कांस्टेबल की हत्या हुई है। उसमें कौन लोग शामिल हैं। इसका निर्णय क्या मीडिया करेगा? या इसका निर्णय क्या वो लोग करेंगे जो लोग प्रोटेस्ट कर रहे थे। इसमें एक शुद्ध रूप से छात्रों के आंदोलन में बाबा रामदेव, अरविंद केजरीवाल ने जाकर आंदोलन को राजनीतिक स्वरूप क्यों दिया? उन्होंने कहा कि वो उसकी निंदा करते हैं। दिग्विजय ने कहा कि वो दावे के साथ ये कह सकते हैं कि छात्र आंदोलन शांतिपूर्ण ढंग से कर रहे होंगे और इन्हीं के बीच के कुछ लोग होंगे, जिन्होंने इस आंदोलन को हिंसक स्वरूप दिया। जिसकी वजह से ये घटना हुई है।
डॉक्टर बोले, हार्ट अटैक से हुई कांस्टेबल की मौत!