आजमगढ़. 8 फरवरी। चुनावी मौसम में आजमगढ़ में ताबड़तोड़ हो रही रैलियों से यह रैली बिल्कुल अलग है। इसे किसी राजनीतिक दल ने नहीं बल्कि भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन चला रहे ‘इंडिया अगेंस्ट करप्शन’ के कार्यकर्ताओं ने आयोजित किया है।
भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कानून लोकपाल के बारे में लोगों को जागरूक करने और अपने मताधिकार के सही इस्तेमाल के बारे में लोगों को बताने के लिए आयोजित इस रैली में टीम अन्ना सदस्यों ने लोगों से सोच-समझकर वोट देने की अपील की।
रैली के दौरान कुंवर सिंह उद्यान तिरंगों और देशभक्ति के नारों से गुलजार था। रैली में शामिल नूरुल्लाह का कहना था, “रामलीला मैदान में अन्ना हजारे के अनशन के दौरान जो नजारे टीवी के जरिए देखे, उन्हें आज अपनी आंखों के सामने देख, अपने अंदर एक बदलाव महसूस कर रहा हूं।”
टीम अन्ना के मंच पर पूर्व सांसद इलियास आजमी ने भी अपने राजनीतिक अनुभव साझा किए। आजमी ने कहा, “सांसद या विधायक के रूप में किसी की पार्टी में अपनी कोई निजी राय या विचारधारा नहीं होती। उसे पार्टी हाई कमान के फैसले के अनुसार ही चलना पड़ता है।”
टीम अन्ना की रैली में शामिल लोग काफी उत्साहित नजर आए। रैली में शामिल लोगों का कहना था कि यह अपने आप में अनूठा अनुभव था। राजनीतिक रैली में शामिल होने के लिए लालच दिए जाते हैं लेकिन अपने आप कहीं आने की बात ही अलग होती है। रैली में शामिल स्थानीय दुकानदार हीरालाल ने कहा कि टीम अन्ना किसी राजनीतिक दल के पक्ष या विपक्ष में वोट करने के लिए नहीं कर रही है बल्कि लोगों को यह बता रही है कि लोकपाल कानून देश के लिए कितना जरूरी है और किस दल ने लोकपाल नहीं आने दिया।
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रैली के दौरान कुंवर सिंह उद्यान तिरंगों और देशभक्ति के नारों से गुलजार था। रैली में शामिल नूरुल्लाह का कहना था, “रामलीला मैदान में अन्ना हजारे के अनशन के दौरान जो नजारे टीवी के जरिए देखे, उन्हें आज अपनी आंखों के सामने देख, अपने अंदर एक बदलाव महसूस कर रहा हूं।”
टीम अन्ना के मंच पर पूर्व सांसद इलियास आजमी ने भी अपने राजनीतिक अनुभव साझा किए। आजमी ने कहा, “सांसद या विधायक के रूप में किसी की पार्टी में अपनी कोई निजी राय या विचारधारा नहीं होती। उसे पार्टी हाई कमान के फैसले के अनुसार ही चलना पड़ता है।”
टीम अन्ना की रैली में शामिल लोग काफी उत्साहित नजर आए। रैली में शामिल लोगों का कहना था कि यह अपने आप में अनूठा अनुभव था। राजनीतिक रैली में शामिल होने के लिए लालच दिए जाते हैं लेकिन अपने आप कहीं आने की बात ही अलग होती है। रैली में शामिल स्थानीय दुकानदार हीरालाल ने कहा कि टीम अन्ना किसी राजनीतिक दल के पक्ष या विपक्ष में वोट करने के लिए नहीं कर रही है बल्कि लोगों को यह बता रही है कि लोकपाल कानून देश के लिए कितना जरूरी है और किस दल ने लोकपाल नहीं आने दिया।