काले धन पर योगगुरु बाबा रामदेव के अभियान का स्वागत करते हुए राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) अध्यक्ष शरद पवार कहा है कि इस मुद्दे से निपटने के लिए योगगुरु के सुझाव 'व्यावहारिक' हैं.
रामदेव ने अपने अभियान को लेकर मंगलवार की शाम शरद पवार से करीब आधे घंटे तक बातचीत की.
इस मुलाकात के बाद कृषि मंत्री शरद पवार ने संवाददाताओं से कहा, "बाबा रामदेव ने कुछ सुझाव दिए, मसलन ऐसे टैक्स क़ानून बनाए जाएँ जिससे किसी व्यक्ति को अपनी संपत्ति छिपानी न पड़े. इस तरह के धन का इस्तेमाल अनेक विकास कार्यों के लिए किया जा सकता है."
वैसे तो यूपीए का नेतृत्व कर रही कांग्रेस के नेता बाबा रामदेव पर आरोप लगाते रहे हैं कि वे भाजपा का समर्थन करते हैं लेकिन यूपीए के एक अहम घटक दल के नेता शरद पवार ने कहा कि उन्हें रामदेव के अभियान में राजनीति नज़र नहीं आती.
वैसे शरद पवार उन 15 केंद्रीय मंत्रियों में शामिल हैं जिन पर टीम अन्ना ने भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं.
लेकिन फिर भी रामदेव शरद पवार से मिलने पहुँचे.
"जब छिपा हुआ धन बाहर आएगा तो इससे सभी को फायदा होगा और इससे आम लोगों की जिंदगी बदलने में सहायता मिलेगी" : शरद पवार
उनसे मिलने के बाद शरद पवार ने कहा कि हर किसी को बाबा रामदेव के सुझावों पर विचार करना चाहिए और देखना चाहिए कि इसे किस तरह से लागू करने की दिशा में आगे बढ़ा जा सकता है.
उन्होंने कहा, "जब छिपा हुआ धन बाहर आएगा तो इससे सभी को फायदा होगा और इससे आम लोगों की जिंदगी बदलने में सहायता मिलेगी."
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार बाबा रामदेव का कहना है कि उन्होंने शरद पवार को काले धन के संबंध में सात सुझाव दिए हैं.
उनका कहना है कि यदि काला धन वापस मिल गया तो नीचे गिरते रुपए और गिरती अर्थव्यवस्था को संभाला जा सकता है और पेट्रोल के दामों में 30 से 50 रुपए की कमी की गुंजाइश बन सकती है.
गत रविवार को दिल्ली के जंतर मंतर पर विदेशों में जमा कालेधन को भारत लाने की मांग को लेकर अन्ना हज़ारे के साथ अनशन करने के बाद बाबा रामदेव अपने अभियान के लिए समर्थन जुटाने के लिए विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं से मिल रहे हैं.
सोमवार को उन्होंने भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी से मुलाक़ात की थी.
रामदेव ने घोषणा की है कि वे कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, सीपीएम के नेता प्रकाश करात से लेकर अन्नाद्रमुक अध्यक्ष जयललिता और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव समेत सभी दलों के प्रमुखों से मिलेंगे.
रामदेव ने अपने अभियान को लेकर मंगलवार की शाम शरद पवार से करीब आधे घंटे तक बातचीत की.
इस मुलाकात के बाद कृषि मंत्री शरद पवार ने संवाददाताओं से कहा, "बाबा रामदेव ने कुछ सुझाव दिए, मसलन ऐसे टैक्स क़ानून बनाए जाएँ जिससे किसी व्यक्ति को अपनी संपत्ति छिपानी न पड़े. इस तरह के धन का इस्तेमाल अनेक विकास कार्यों के लिए किया जा सकता है."
वैसे तो यूपीए का नेतृत्व कर रही कांग्रेस के नेता बाबा रामदेव पर आरोप लगाते रहे हैं कि वे भाजपा का समर्थन करते हैं लेकिन यूपीए के एक अहम घटक दल के नेता शरद पवार ने कहा कि उन्हें रामदेव के अभियान में राजनीति नज़र नहीं आती.
वैसे शरद पवार उन 15 केंद्रीय मंत्रियों में शामिल हैं जिन पर टीम अन्ना ने भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं.
लेकिन फिर भी रामदेव शरद पवार से मिलने पहुँचे.
"जब छिपा हुआ धन बाहर आएगा तो इससे सभी को फायदा होगा और इससे आम लोगों की जिंदगी बदलने में सहायता मिलेगी" : शरद पवार
उनसे मिलने के बाद शरद पवार ने कहा कि हर किसी को बाबा रामदेव के सुझावों पर विचार करना चाहिए और देखना चाहिए कि इसे किस तरह से लागू करने की दिशा में आगे बढ़ा जा सकता है.
उन्होंने कहा, "जब छिपा हुआ धन बाहर आएगा तो इससे सभी को फायदा होगा और इससे आम लोगों की जिंदगी बदलने में सहायता मिलेगी."
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार बाबा रामदेव का कहना है कि उन्होंने शरद पवार को काले धन के संबंध में सात सुझाव दिए हैं.
उनका कहना है कि यदि काला धन वापस मिल गया तो नीचे गिरते रुपए और गिरती अर्थव्यवस्था को संभाला जा सकता है और पेट्रोल के दामों में 30 से 50 रुपए की कमी की गुंजाइश बन सकती है.
गत रविवार को दिल्ली के जंतर मंतर पर विदेशों में जमा कालेधन को भारत लाने की मांग को लेकर अन्ना हज़ारे के साथ अनशन करने के बाद बाबा रामदेव अपने अभियान के लिए समर्थन जुटाने के लिए विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं से मिल रहे हैं.
सोमवार को उन्होंने भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी से मुलाक़ात की थी.
रामदेव ने घोषणा की है कि वे कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, सीपीएम के नेता प्रकाश करात से लेकर अन्नाद्रमुक अध्यक्ष जयललिता और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव समेत सभी दलों के प्रमुखों से मिलेंगे.