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भ्रष्टाचार के खिलाफ भारत समर्थक

अब प्रधानमंत्री पर भी भरोसा नहीं रहा : अन्ना

नई दिल्ली। अन्ना हजारे ने कहा कि मैं प्रधानमंत्री पर भरपूर विश्वास करता था, लेकिन अब मेरा उन पर से भरोसा उठ गया है। रत्नागिरी में अन्ना हजारे ने कहा कि जब तक हम अच्छे लोगों को चुनकर संसद में नहीं भेजेंगे तब तक बदलाव नहीं आएगा।

अन्ना हजारे ने कहा कि आज के ज्यादातर जनप्रतिनिधि भ्रष्टाचार में शामिल हैं और जनता की जानकारी के अभाव का फायदा उठा रहे हैं। ऐसे माहौल में हम कैसे राष्ट्र के विकास की उम्मीद कर सकते हैं।

दूसरी ओर टीम अन्ना के अहम सदस्य अरविंद केजरीवाल ने कोल ब्लॉक आवंटन मामले में प्रधानमंत्री पर हमले को और तेज किया। केजरीवाल ने पीएम से पूछा कि वो ऐसी कोई एजेंसी बताएं जो इस मामले में निष्पक्ष कर सके, क्योंकि पुलिस या सीबीआई पर सरकार का प्रभाव अवश्य रहेगा।

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उधर, दिल्ली उच्च न्यायालय ने बुधवार को केंद्र सरकार से कहा कि टीम अन्ना के खिलाफ केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से जांच कराने की मांग वाली एक याचिका पर तीन महीने के भीतर विचार करे। याचिका में टीम अन्ना पर अवैध रूप से विदेश से धन लेने का आरोप लगाया गया है।

कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश ए.के. सीकरी और न्यायमूर्ति राजीव सहाय एंडलॉ की खंडपीठ ने अतिरिक्त महाधिवक्ता ए.एस. चांडियोक से उस याचिका पर विचार करने के लिए कहा जिसे वकील मनोहर लाल शर्मा ने दायर किया है। खंडपीठ ने कहा कि वह सरकार के प्रतिनिधि के रूप में याचिका पर सुनवाई की स्वीकृति दें ताकि इस मामले का निपटारा तीन महीने के भीतर हो सके।

याचिका में आरोप लगाया गया है कि टीम अन्ना के सदस्यों ने जन लोकपाल आंदोलन चलाने के लिए विदेशी योगदान (नियामक) अधिनियम (एफसीआरए) का उल्लंघन कर विदेश से धन लिया था।

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अदालत ने याचिकाकर्ता शर्मा को भी निर्देश दिया कि वह अपनी याचिका की एक प्रति केंद्रीय गृह मंत्रालय में पेश करें।

शर्मा ने अपनी याचिका में कहा है कि एफसीआरए के प्रावधान के तहत गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) के सदस्यों को किसी विदेशी कम्पनी या संगठन से धन लेने के लिए केंद्र सरकार से अनुमति लेनी पड़ती है। लेकिन टीम अन्ना ने अनुमति नहीं ली।

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याचिकाकर्ता ने उन विदेशी कम्पनियों और संगठनों की सूची पेश की है जिनसे टीम अन्ना ने कथित तौर पर धन लिया।

याचिका में कहा गया है, "अदालत को विदेशी धन से चलाए गए आंदोलन को अवैध, असंवैधानिक घोषित करते हुए शायद प्रसन्नता होगी।"
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