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भ्रष्टाचार के खिलाफ भारत समर्थक

अन्ना के अनशन में उम़डी भारी भी़ड

नई दिल्ली। भ्रष्टाचार के खिलाफ प्रभावी लोकपाल विधेयक और मजबूत व्हिसल ब्लोअर विधेयक की मांग को लेकर रविवार को जंतर मंतर पर एक दिवसीय अनशन पर बैठे सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे के समर्थन में सैक़डों की संख्या में लोगों की भी़ड जमा हो गई है।

अनशन की शुरूआत भ्रष्टाचार के खिलाफ ल़डने वाले उन लोगों पर बनी एक लघु फिल्म के प्रदर्शन के साथ हुई, जो अपनी ल़डाई के दौरान शहीद हो चुके हैं। अन्ना ने अपने अनशन की शुरूआत ""भारत माता की जय... वंदे मातरम"" जैसे देशभक्ति के नारों के साथ की। अन्ना (72) अपने एकदिवसीय अनशन के जरिए मांग कर रहे हैं कि सरकार उनके जन लोकपाल विधेयक को मंजूरी दे, जिसमें भ्रष्टाचार का खुलासा करने वालों की हिफाजत करने का मजबूत प्रावधान है। उन्होंने कहा कि सरकार देश में भ्रष्टाचार के खिलाफ ल़डने वालों की हिफाजत नहीं कर पाई है।

अन्ना ने अनशन शुरू करने से पहले संवाददाताओं से कहा, ""जो लोग भ्रष्टाचार के खिलाफ ल़ड रहे हैं और जिन लोगों ने इस ल़डाई में अपनी जानें दी है, सरकार ऎसे लोगों की हिफाजत के लिए कुछ नहीं कर रही है।"" अन्ना ने अप्रैल 2011 में भी जंतर मंतर पर लोकपाल विधेयक के लिए अनशन किया था। तिरंगा हाथों में लिए और खादी परिधान पहने अन्ना समर्थक भ्रष्टाचार के खिलाफ नारे लगा रहे हैं। मध्य प्रदेश के मुरैना में मारे गए भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के अधिकारी नरेंद्र कुमार के पिता भी अन्ना से मिलने जंतर मंतर पर आने वाले हैं। कुमार की उस समय हत्या कर दी गई थी, जब उन्होंने अवैध खनन कर ले जाए जा रहे पत्थरों की एक ट्रैक्टर ट्राली को रोकने की कोशिश की थी। अन्ना ने पहले से ब़डे आंदोलन का आह्वान करते हुए कहा कि उनके लोग देश भर में जाएंगे और लोगों को बताएंगे कि सरकारी लोकपाल विधेयक किसी काम का नहीं है। अन्ना ने कहा, ""भ्रष्टाचार की खिलाफत करने वाले 25 लोगों की हत्या हो चुकी है। हम एक कानून बनाकर भ्रष्टाचार के खिलाफ ल़डने वाले ऎसे लोगों की हिफाजत पर जोर दे रहे हैं, लेकिन सरकार ऎसा करने के लिए तैयार नहीं है।"" अन्ना ने कहा, ""इसके खिलाफ पहले से ब़डा देशव्यापी आंदोलन होगा। सरकार ने भ्रष्टाचार के खिलाफ ख़्ाडा होने वाले लोगों की हत्या की जांच तक नहीं कराई।"" अन्ना का अनशन शुरू होने से पहले जंतर-मंतर पर उपस्थित लोगों ने जान गंवाने वाले ऎसे अधिकारियों, सामाजिक कार्यकर्ताओं के लिए ख़्ाडे होकर दो मिनट का मौन रखा और उन्हें अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की।

जंतर-मंतर पर अन्ना के साथ मंच पर उनके प्रमुख सहयोगी, सर्वोच्चा न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश संतोष हेग़डे, सर्वोच्च न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता शांति भूषण, सामाजिक कार्यकर्ता किरण बेदी, अरविंद केजरीवाल आदि प्रमुख लोग मौजूद हैं। अन्ना देश से भ्रष्टाचार समाप्त करने के लिए एक प्रभावी लोकपाल कानून की मांग को लेकर एक लम्बे समय से आंदोलन कर रहे हैं। उनके आंदोलन ने देशभर में लोगों का ध्यान अपनी ओर खीचा है। सरकार ने एक लोकपाल विधेयक संसद में पेश किया है और लोकसभा ने उसे अपनी मंजूरी भी दे दी है। लेकिन यह विधेयक अभी राज्यसभा में पारित नहीं हो पाया है, क्योंकि राज्यसभा में सरकार के पास बहुमत नहीं है। सरकार मौजूदा बजट सत्र में राज्यसभा में इस विधेयक को पारित कराने की कोशिश में जुटी हुई है। लेकिन अन्ना इस विधेयक को कमजोर बताते हैं और उन्होंने इसे वापस लेने की सरकार से मांग की है।
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