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भ्रष्टाचार के खिलाफ भारत समर्थक

अन्‍ना के आंखों से छलक पड़े आंसू

जनलोकपाल और अब मजबूत व्हिसल ब्लोअर बिल की मांग को लेकर अन्ना हजारे का जंतर मंतर पर अनशन जारी है। यहां उनके साथ उन लोगों के परिवार वाले भी मौजूद हैं जो भ्रष्टाचार उजागर करने की कोशिश में अपनी जान गंवा बैठे। जंतर - मंतर पर बड़ी तादाद में अन्‍ना समर्थक जुट गए हैं। अनशन स्‍थल पर जब यह गाना (दिल दिया है, जान भी देंगे, ऐ वतन तेरे लिए...) तो अन्‍ना बेहद भावुक हो गए और उनकी आंखों से आंसू छलक पड़े।


मंच पर अन्‍ना के सहयोगी किरण बेदी, अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसौदिया, डॉ. कुमार विश्‍वास, जस्टिस संतोष हेगड़े और पूर्व कानून मंत्री शांति भूषण भी मौजूद हैं। जंतर मंतर पहुंचे अन्‍ना ने इंकलाब जिंदाबाद और भारत माता की जय का नारा लगाया। इस बीच, बीजेपी ने कहा है कि अन्‍ना का अनशन यूपीए सरकार के खिलाफ है।


हर बार की तरह अन्ना ने पहले राजघाट जाकर बापू को श्रद्धांजलि दी और उनकी समाधि के पास बैठे। वहां कुछ देर ध्यान करने के बाद वे जंतर मंतर के लिए रवाना हुए। ध्‍यान रखने करने के बाद अन्‍ना और उनके समर्थकों ने भारत माता की जय, महात्‍मा गांधी की जय, वंदे मातरम... के नारे लगाए।


अन्‍ना ने कहा कि आज भ्रष्‍टाचार के चलते साधारण लोगों को परिवार चलाना मुश्किल हो गया है। भ्रष्‍टाचारियों ने महात्‍मा गांधी के सपने को मिट्टी में मिला दिया है। टीम अन्ना के अनुसार भ्रष्टाचार उजागर करने की कोशिश में जान गंवा बैठे व्हिसल ब्लोअर्स के परिवार वाले इस दौरान अपनी पीड़ा सबके सामने रखेंगे।


राजघाट के लिए रवाना होने से पहले नोएडा में पत्रकारों से बातचीत में अन्‍ना हजारे ने एक बार फिर सरकार पर निशाना साधा। उन्‍होंने कहा, ‘देश में पिछले 10 साल में करीब 25 सच के सिपाहियों (व्हिसल ब्लोअर्स) की हत्‍या हुई है, उनके लिए लड़ने जा रहे हैं। सरकार संवेदनशील नहीं है। उसे इन सिपाहियों के परिवारवालों के आंसुओं से फर्क नहीं पड़ता। सरकार गूंगी-बहरी बन कर बैठी है। जब बड़ा आंदोलन होगा तब सरकार को सुनाई देगा।’


अनशन मध्यप्रदेश के मुरैना जिले में आईपीएस नरेन्द्र सिंह सहित कई व्हिसल ब्लोअर्स की हत्या किए जाने के विरोध में किया जा रहा है। नरेंद्र के चाचा ने अन्‍ना के प्रयासों की तारीफ करते हुए कहा कि यदि अन्‍ना हजारे 10 साल पहले आंदोलन चलाते तो उनका भतीजा (नरेंद्र कुमार) आज जिंदा होता।
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