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भ्रष्टाचार के खिलाफ भारत समर्थक

सत्ता लोगों के हाथ में आनी चाहिएः अन्ना

जंतर-मंतर पर समाजसेवी अन्ना हजारे ने अनशन के दौरान लोगों को संबोधित करते हुए एक बार फिर सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने एक बार फिर राइट टू रीकॉल की बकालत की। अन्ना ने कहा यह जरुरी है कि सत्ता लोगों के हाथ में आए। उन्होंने रामदेव के आंदोलन को समर्थन देने का भी ऐलान किया इसके साथ्‍ा ही अपने आंदोलन में रामदेव का साथ लेने की बात भी कही। उन्होंने वहां उपस्थित हुए सभी लोगों का शुक्रिया अदा किया। हजारे का यह अनशन मजबूत लोकपाल समेत भ्रष्टाचार से लड़ते हुए जान दे चुके लोगों के समर्थन में आयोजित किया गया।

अनशन शुरू करने से पहले अन्ना और उनके कोर ग्रुप के प्रमुख सदस्यों ने शहीदों की याद में दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की। जंतर मंतर पर अनशन के लिए बनाए गए मंच पर सच के लिए आवाज बुलंद करने पर जान गंवाने वाले शहीदों की तस्वीरें लगाई गई हैं। जंतर मंतर पर अन्ना के अनशन शुरू करने से पहले काफी भीड़ जमा हो गई थी। उनके समर्थकों ने हवन और यज्ञ भी किया।

अनशन स्थल पर मध्य प्रदेश के मुरैना में खनन माफिया पर शिकंजा कसने पर जान गंवाने वाले भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी नरेंद्र कुमार सिंह के परिवार वाले भी मौजूद हैं। अन्ना के मंच से शहीद आईपीएस नरेंद्र के चाचा ने कहा कि हमारे बेटे को मारा गया है। नरेंद्र के खिलाफ साजिश रची गई। उन्होंने लोगों से भ्रष्टाचार के खिलाफ एकजुट होने का आह्वाण किया है।

पूरी तरह अन्ना के साथ: हेगड़े
टीम अन्‍ना के सदस्‍य अरविंद केजरीवाल ने कहा कि सरकार ने शहीदों को सुरक्षा नहीं दी। कर्नाटक के पूर्व लोकायुक्त संतोष हेगड़े ने कहा कि वो पूरी तरह अन्ना के साथ हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि मैंने 4 सालों तक कर्नाटक में अवैध खनन की जांच की। मुझे जांच में मिला की यहां अवैध खनन माफिया और अफसरों की मिलीभगत से हो रही है। मैंने इस मामले में 2600 पन्नों की रिपोर्ट भी पेश की है।

फिर करेंगे बड़ा आंदोलन
हजारे ने फिर से एक बड़ा आंदोलन करने का ऐलान भी किया है। अनशन के लिए यहां पहुंचने पर हजारे ने इंकलाब जिंदाबाद और भारत माता की जय का नारा लगाया। इससे पहले अन्ना सुबह करीब 10.30 बजे राजघाट पहुंचे। जहां उन्होंने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अपर्ति की। इसके बाद अन्ना मौन लगाकर बैठे।

सुरक्षा के कड़े प्रबंध
अनशन स्थल के आसपास सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं और एक हजार से अधिक सुरक्षा कर्मी तैनात हैं। अन्ना ने अनशन पर बैठने के लिए रवाना होने से पहले नोएडा में संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कहा कि एक मजबूत व्हिसल ब्लोअर कानून के लिए एक बड़ा आंदोलन शुरू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि देश के विभिन्न राज्यों में भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज बुलंद करने वाले 25 से भी अधिक लोगों की हत्या कर दी गई है। कई साल गुजर जाने के बावजूद वहां की सरकारों ने अभी तक जांच तक शुरू नहीं की है।

गूंगी बहरी बन गई सरकार
उन्होंने कहा कि सरकारें बहरी और असंवेदनशील हो गई हैं और उन्हें सच की लड़ाई लडने वाले लोगों के परिवारों की चीख पुकार सुनाई नहीं देती। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने वाले लोगों ने देश के लिए अपनी जान दे दी लेकिन सरकारों ने उनके परिवारों की तरफ ध्यान नहीं दिया।

जंतर-मंतर से तीसरी हुंकार
अन्ना की जंतर-मंतर से यह तीसरी हुंकार है। अनशन के लिए जंतर-मंतर पर 16 बाई 16 का मंच बनाया गया है। जंतर-मंतर पर चार-चार एलईडी स्क्रीन लगाई गई हैं। इससे दूर बैठे लोगों को अन्ना के नजदीक होने का अनुभव होगा। अनशन के लिए जंतर-मंतर पर इस बार भी वही स्थान चुना गया है, जहां अन्ना पहली बार अनशन पर बैठे थे। अन्ना के समर्थन में आए लोगों के बैठने की भी व्यवस्था की गई है।
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