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भ्रष्टाचार के खिलाफ भारत समर्थक

जंतर मंतर से अन्ना का एलान : अगस्त से होगा जेल भरो

करीब एक साल के बाद रविवार को अन्ना हजारे एक बार फिर जंतर मंतर पर अनशन पर बैठे। एक दिन का यह सांकेतिक अनशन हालांकि जन लोकपाल बिल और विसल ब्लोअर बिल को लेकर था, लेकिन इस मौके का इस्तेमाल अन्ना ने एक बार फिर देशवासियों को झकझोरने के लिए किया। अन्ना ने कहा कि जिन मंत्रियों के खिलाफ करप्शन या क्राइम के मामले हैं , उनके खिलाफ अगर अगस्त महीने तक एफआईआर दर्ज नहीं हुई तो जेल भरो आंदोलन शुरू कर दिया जाएगा।

बाबा रामदेव के साथ मिलकर करेंगे आंदोलनः अन्ना @ 6.05
एक दिन का अपना सांकेतिक अनशन समाप्त करने से पहले लोगों को संबोधित करते हुए अन्ना हजारे ने कहा कि हर पार्टी को चंदे का पूरा-पूरा हिसाब जनता को देना होगा। उन्होंने राइट टु रिकॉल और राइट टु रिजेक्ट की मांग दोहराते हुए यह भी कहा कि ग्रामसभा की मंजूरी के बगैर किसी जमीन का अधिग्रहण नहीं किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि सख्त लोकपाल बिल की हमारी मांग बरकरार है और इस मांग के लिए मैं देश भर में घूमकर जनता को जगाऊंगा। उन्होंने कहा कि बाबा रामदेव और हमने तय किया है कि काला धन के सवाल पर बाबा रामदेव का कोई आंदोलन होगा तो हम उनके साथ मिल जाएंगे और हमारा कोई आंदोलन होगा तो वे लोग हमसे मिल जाएंगे। उन्होंने कहा, हम मिलकर आंदोलन करेंगे।

टीम अन्ना ने शरद यादव को बताया चोर @ 15.50
टीम अन्ना के अहम सदस्य अरविंद केजरीवाल ने जंतर मंतर पर मंच से भाषण देते हुए संसद सदस्यों पर एक बार फिर तीखे हमले किए। उन्होंने जेडी (यू) अध्यक्ष शरद यादव को परोक्ष रूप से चोर बता दिया। मंच पर लगे स्क्रीन पर संसद में शरद यादव द्वारा दिए गए भाषण के अंश दिखाए जा रहे थे। उसमें दिखाया गया कि कैसे यादव ने प्रस्तावित लोकपाल बिल का विरोध किया था। संसद में यादव के इस भाषण के बीच केजरीवाल ने माइक पर टिप्पणी की, ' इसे कहते हैं चोर की दाढ़ी में... ' इसके बाद वह चुप हो गए और उनकी बात वहां मौजूद भीड़ ने पूरी करते हुए जोरदार आवाज में कहा '... तिनका ' । केजरीवाल यहीं नहीं रुके। उन्होंने कहा कि कर्नाटक विधानसभा में विधायक लोग बैठकर ब्लू फिल्म देखते हैं जबकि हम उसे लोकतंत्र का मंदिर कहते हैं।

अन्ना की आंखों से छलक पड़े आंसू @14.10
अन्ना हजारे अनशन स्थल पर एक वक्त भावुक हो उठे , उनकी आंखों से आंसू छलक पड़े। यह घटना उस समय हुई जब अनशन स्थल पर (दिल दिया है , जान भी देंगे , ऐ वतन तेरे लिए...) गाना चल रहा था। उस वक्त अन्ना के साथ मंच पर भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में जान गंवा देने वाले लोगों के परिजन मौजूद थे।

अन्ना समर्थकों का देशभर में अनशन , प्रदर्शन @13.40
अन्ना के समर्थन में देश भर में उनेक समर्थक अनशन या फिर प्रदर्शन कर रहे हैं। पटना , लखनऊ , कानपुर , कोलकाता , हैदराबाद , मुंबई से अन्ना समर्थकों द्वारा अनशन की खबरें आ रही हैं। इस बीच कांग्रेस प्रवक्ता राशिद अल्वी ने कहा कि कानून बनाना संसद का काम है और संसद में यह प्रक्रिया चल रही है , ऐसे में दबाव बनाना उचित नहीं।

अन्ना के साथ मंच पर शहीदों के परिजन @12.10
अन्ना हजारे के साथ मंच पर भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में जान गंवा बैठे लोगों के परिजन भी मौजूद हैं। हाल ही में मुरैना में खनन माफिया के साथ लड़ाई में शहीद हुए आईपीएस नरेंद्र कुमार के परिजन भी मौजदू हैं। इसके अलावा इनमें मंजूनाथ शनमुगम , अमित जेठवा , शशिधर मिश्रा , विश्राम लक्ष्मण डोडिया , ललित कुमार महतो , कामेश्वर यादव , सोला रंगा राव , नदीम सैयद , सतीश कुमार , वी. पी. सिंह , विनोद आर्य और महेंद्र कुमार शर्मा के परिजन भी शामिल हैं। अन्ना समर्थक वंदे मातरम और भारत माता की जय के नारे लगा रहे हैं।

जंतर-मंतर पहुंचे अन्ना @11.05
राजघाट पर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद अन्ना हजारे अपने समर्थकों के साथ गाड़ियों के लंबे काफिले में जंतर-मंतर पहुंचे। जंतर-मंतर पर अन्ना के साथ मंच पर उनके प्रमुख सहयोगी , सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जस्टिस संतोष हेगड़े , सीनियर वकील शांति भूषण , सामाजिक कार्यकर्ता किरन बेदी , अरविंद केजरीवाल , मनीष सिसोदिया आदि प्रमुख लोग मौजूद हैं। लोगों की संख्या पिछली बार के आंदोलनों की तुलना में काफी कम है, लेकिन अन्ना के उत्साह में कोई कमी नहीं दिख रही है।

राजघाट पहुंचे अन्ना @10.30
अन्ना नोएडा से अपने समर्थकों के साथ राजघाट पहुंचे। राजघाट पर इस बार अन्ना के साथ समर्थकों की संख्या काफी कम थी। राजघाट अन्ना के कारण आज आम लोगों के लिए बंद नहीं किया गया है। यहां अन्ना ने गांधी जी को श्रद्धांजलि अर्पित की।

नोएडा से राजघाट के लिए निकले अन्ना @ 10.00
अन्ना गाड़ियों के लंबे काफिले के साथ नोएडा से राजघाट के लिए रवाना हो गए। राजघाट के लिए रवाना होने से पहले उन्होंने मीडिया से बात की।

' गूंगी और बहरी ' सरकार के खिलाफ आंदोलन
अन्ना हजारे ने जंतर-मंतर पर निकलने से पहले कहा कि वह ' गूंगी और बहरी ' सरकार के खिलाफ बड़ा विरोध-प्रदर्शन आयोजित करेंगे जो भ्रष्टाचार का भंडाफोड़ करने वालों को निशाना बनाए जाने पर आंखे मूंदे हुए हैं।

भ्रष्टाचार का भंडाफोड़ करने वालों के संरक्षण के लिए कठोर कानून बनाने और दिवंगत आईपीएस अधिकारी नरेंद्र कुमार के लिए न्याय की मांग के वास्ते एक दिन के उपवास शुरू करने से पहने अन्ना ने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ संघर्ष करते हुए काफी लोगों ने अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि इनमें से कई मामलों के 3 साल गुजर जाने के बावजूद सरकार ने जांच नहीं कराई। अन्ना ने कहा कि उनके (भ्रष्टाचार का भंडाफोड़ करने वालों) माता , पिता , पत्नी , बच्चे न्याय के लिए कराह रहे हैं , लेकिन सरकार गूंगी और बहरी हो गई है। उसे लोगों की कराह सुनाई नहीं दे रही है।

अनशन के केंद्र में विसल ब्लोअर बिल
हालांकि , अनशन के केंद्र में जन लोकपाल बिल का मुद्दा ही होगा , लेकिन अन्ना भ्रष्टाचार के खिलाफ संघर्ष के दौरान देश की विभिन्न जगहों पर मारे गए लोगों को न्याय दिलाने के लिए भी आवाज उठाएंगे। टीम अन्ना के सूत्रों के मुताबिक , इनमें मंजूनाथ शनमुगम , अमित जेठवा , शशिधर मिश्रा , विश्राम लक्ष्मण डोडिया , ललित कुमार महतो , कामेश्वर यादव , सोला रंगा राव , नदीम सैयद , सतीश कुमार , वी . पी . सिंह , विनोद आर्य और महेंद्र कुमार शर्मा के परिजन शामिल हैं।

अनशन में क्यों नहीं आए बाबा रामदेव ?
योग गुरु बाबा रामदेव अन्ना हजारे के इस अनशन से दूर रहेंगे। अन्ना के अनशन में शामिल नहीं होने की वजह पर रामदेव ने कहा कि मेरे कार्यक्रम 5-6 महीने पहले ही तय हो जाते हैं। इसलिए इतने कम समय में फिर दिल्ली आना मुमकिन नहीं होगा। हालांकि , कुछ लोगों का कहना है कि दवा कारोबार में कर चोरी के ताजा आरोपों के बाद योग गुरु बाबा रामदेव ने अनशन में भाग नहीं लेने का फैसला किया।
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