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भ्रष्टाचार के खिलाफ भारत समर्थक

ऐसी संसद का सम्मान नहीं कर सकता'


केजरीवाल ने आरोप लगाया है कि संसद को अपमान की स्थिति तक लाने के लिए सभी दल जिम्मवार हैं क्योंकि आपराधिक छवि के 162 सांसद इसमें प्रवेश करने में सफल रहे हैं।


टीम अन्ना के सदस्य अरविंद केजरीवाल ने अपने तेवर बरकरार रखते हुए संसद का अपमान करने के लिए उन्हें मिले विशेषाधिकार हनन नोटिसों का यह कहकर जवाब दिया कि वह ऐसे संस्थान का सम्मान कैसे कर सकते हैं जहां इतने सारे आपराधिक पृष्ठभूमि के सांसद हों। केजरीवाल ने आरोप लगाया कि संसद को अपमान की स्थिति तक लाने के लिए सभी दल जिम्मेवार हैं क्योंकि आपराधिक छवि के 162 सांसद इसमें प्रवेश करने में सफल रहे हैं। उन्होंने पत्र में लिखा है कि एक वक्त ऐसी संसद थी जिसमें लाल बहादुर शास्त्री ने एक ट्रेन हादसे के बाद (रेल मंत्री पद से)इस्तीफा दे दिया था।


इस तरह की संसद के लिए मैं कोई भी त्याग करना चाहूंगा लेकिन मैं आजकल की संसद का कैसे सम्मन कर सकूंगा? केजरीवाल ने आरोप लगाया कि ऐसे उद्योगपति तमाम दलों की मदद से संसद में प्रवेश करने में सफल रहे हैं जिन्हें किसी जन सेवा के लिए जाना नहीं पड़ता।उन्होंने पूछा कि वे अपने कारोबारी हितों को आगे मजबूत करने के लिए संसद में प्रवेश करते हैं, यह संसद का अपमान नहीं तो और क्या है? सज्जन सिंह वर्मा के अतिरिक्त राजद सांसदों राजनीति प्रसाद और रामकृपाल यादव ने केजरीवाल के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का नोटिस भेजा था।


केजरीवाल ने 25 फरवरी को कहा था कि इस संसद में 163 सदस्यों के खिलाफ जघन्य अपराधों के मामले हैं।मौजूदा संसद में बलात्कारी बैठे हुए हैं, हत्यारे और लुटेरे बैठे हुए हैं। आप संसद की ओर से लोकपाल विधेयक पारित किए गए जाने की उम्मीद कैसे कर सकते हैं? इस हालात में आप भ्रष्टाचार से मुक्ति पाने की उम्मीद कैसे कर सकते हैं?


केजरीवाल ने कहा कि टीम अन्ना उन 14 केंद्रीय कैबिनेट मंत्रियों के खिलाफ सबूत उपलब्ध कराने के लिए जल्द ही प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को पत्र लिखेगी जिन्हें उन्होंने भ्रष्ट बताया था।हजारे ने इन मंत्रियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के लिए अगस्त तक की समय सीमा दी थी और सरकार को कहा था कि अगर ऐसा नहीं किया जाता तो जेल भरो आंदोलन शुरू किया जाएगा।

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