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अरविंद केजरीवाल अन्ना हजारे और कुमार विश्वास के विरुद्ध कोर्ट में शिकायत


देहरादून - दिल्ली से प्रकाशित किताब 'लोकपाल फैक्ट एंड आरग्यूमेंट' में संविधान के विरुद्ध टिप्पणी के मामले में समाजसेवी अन्ना हजारे और उनके पूर्व करीबी अरविंद केजरीवाल और कुमार विश्वास के खिलाफ देहरादून स्थित सीजेएम अदालत में शिकायत की गई है। दून के पूर्व सब-रजिस्ट्रार और वर्तमान में वरिष्ठ अधिवक्ता रूप नारायण सोनकर की तरफ से दाखिल शिकायत का संज्ञान लेते हुए अदालत ने पुलिस से रिपोर्ट मांगी है। सोनकर ने हजारे की टिप्पणी को संविधान की अवमानना बताया है। हालांकि, अभी अदालत ने निर्णय सुरक्षित रखा है।

बुधवार को वरिष्ठ अधिवक्ता रूप नारायण सोनकर की तरफ से सीजेएम कोर्ट (मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी) में एक शिकायत की गई। शिकायत में सोनकर ने बताया है कि उन्होंने पिछले दिनों 'लोकपाल फैक्ट एंड आरग्यूमेंट' नाम की एक पुस्तक पढ़ी। यह पुस्तक परसा वेंटकेश्वर रॉव (जेआर) की लिखी हुई है व ओखला नई दिल्ली स्थित हरानंद पब्लिकेशन द्वारा प्रकाशित की गई है। सोनकर के मुताबिक, पुस्तक के पेज नंबर-20 पर समाजसेवी अन्ना हजारे द्वारा संविधान के विरुद्ध आपत्तिजनक टिप्पणी की गई है। सोनकर के मुताबिक, हजारे के शब्दों में लिखा है कि 'भ्रष्टाचार हटाने के मार्ग में यदि संविधान आड़े आता है तो ऐसे संविधान को फेंक देना चाहिए।' इस पुस्तक में हजारे के पूर्व करीबी अरविंद केजरीवाल और कुमार विश्वास (वर्तमान में आम आदमी पार्टी के सदस्य) के भी बयान हैं। ऐसे में सोनकर ने हजारे समेत केजरीवाल व कुमार के विरुद्ध अदालत से कार्रवाई की अपील की है। सोनकर ने इस मामले में पटेलनगर थाने में भी शिकायत की थी, मगर पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया। सोनकर की शिकायत का संज्ञान लेते हुए सीजेएम कोर्ट ने पटेलनगर थाना पुलिस से रिपोर्ट मांगी है। वहीं, मुकदमा दर्ज करने को लेकर कोर्ट ने अपना फैसला अभी सुरक्षित रखा है।

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