
मुंबई: महंगाई और भ्रष्टाचार के आरोपों से चौतरफा घिरी यूपीए सरकार की नीतियों की तुलना बाल ठाकरे ने आतंवादी हमलों से की है। उन्होंने कहा कि कसाब ने तो 200 लोगों को ही मारा था लेकिन मनमोहन और सोनिया गांधी की नीतियों से करोड़ों लोग तबाह हो गए हैं। शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे ने डीजल की कीमत बढ़ाने पर यूपीए सरकार की बेहद तीखी आलोचना की है। ठाकरे ने यूपीए के सहयोगी दलों से सरकार से समर्थन वापस लेने की अपील की है। शिवसेना के मुखपत्र सामना में प्रकाशित एक लेख में कहा, कसाब ने 200 लोगों की हत्या की थी। अब मनमोहन सिंह और सोनिया गांधी के आतंकवादी हमले में कम से कम 30 करोड़ लोग तबाह हो गए हैं।
उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस, द्रमुक और एनसीपी को सरकार से हट जाना चाहिए और यह साबित करना चाहिए कि वे सच्चे तौर पर जनता का समर्थन करते हैं। उन्होंने कहा, ममता बनर्जी को बढ़ी कीमत के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करने के बजाय सरकार से हट जाना चाहिए। द्रमुक और एनसीपी ने मूल्यवृद्धि की निंदा करते हुए यह भ्रम फैलाया है कि वे जनता के समर्थक हैं। ठाकरे ने कहा कि सरकार ने डीजल और घरेलू सिलिंडरों के दाम बढ़ाकर लोगों को मौत के मुहाने पर ला खड़ा किया है।