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cartoon in support of aseem trivedi |
गिरफ्तारी के विरोध में उन्नाव और कानपुर में भी विरोध प्रदर्शन किया गया है। असीम के पिता अशोक त्रिवेदी समेत सैंकड़ो प्रदर्शनकारियों ने कानपुर में केंद्रीय मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल के आवास का घेराव किया है। प्रदर्शनकारियों ने श्रीप्रकाश जायसवाल से मुलाकात की है और उनसे असीम की रिहाई की मांग की।
माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर बॉलीवुड कलाकार मनोज बाजपेयी और शेखर कपूर ने इसका विरोध किया है। ट्विटर पर मनोज वाजपेयी ने लिखा है कि एक सरकार का सबसे अहम काम लोकतंत्र के जरूरी अंगों की रक्षा करना है। लेकिन उससे भी ज्यादा जरूरी है अभिव्यक्ति की आजादी की रक्षा करना। शेखर कपूर ने ट्वीट किया है कि संसद में बैठकर भी बहुत लोग असीम के कार्टून से ज्यादा संसद का अपमान कर रहे हैं। असीम की गिरफ्तारी के विरोध में प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया के चेयरमैन मारकंडेय काटजू ने अपने ब्लॉग मे लिखा है, 'जिसने कोई अपराध नहीं किया है, उसे गिरफ्तार करना भी एक अपराध है।'
इंटरनेट पर असीम की रिहाई के समर्थन में एक ऑनलाइन पेटिशन फाइल की गई है। इस पेटिशन में असीम को सम्मानित कर चुकी संस्था 'कार्टूनिस्ट राइट्स नेटवर्क इंटरनेशनल' के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर डॉ राबर्ट रसेल ने कहा है कि असीम के विरोधी या तो राजनीतिक कार्टून की व्याख्या करना नहीं जानते या वे जानबूझकर भ्रष्टाचारियों को बचाने के लिए विरोध के स्वरों को दबा रहे हैं।
असीम 24 तक न्यायिक हिरासत में
एक अन्य घटनाक्रम में मुंबई पुलिस ने बांद्रा कोर्ट में असीम की कस्टडी को सरेंडर कर दिया है। हालांकि कोर्ट ने 24 सितंबर तक के लिए असीम को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। कोर्ट से उन्हें आर्थर रोड जेल ले जाया जाएगा। असीम ने अदालत में अपना पक्ष रखते हुए कहा कि वह निर्दोष हैं। उन्होंने कहा कि उन पर लगे राजद्रोह के आरोप गलत हैं। इसलिए ये आरोप वापस लिए जाएं। उन्होंने कहा कि वह जमानत नहीं मांगेगे और अदालती प्रक्रिया का सम्मान करेंगे। गौरतलब है कि मुंबई पुलिस ने रविवार को राजद्रोह के आरोप में असीम को हिरासत में लिया था।