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नई दिल्ली - अन्ना हजारे और अरविंद केजरीवाल के बीच की दूरियां और बढ़ गई हैं। अब अन्ना ने खुद को अरविंद केजरीवाल से लगभग अलग कर लिया है। उन्होंने केजरीवाल को साफ शब्दों में कहा है कि उनके नाम का इस्तेमाल करना बंद कर कर दिया जाए। अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसौदिया और किरण बेदी से मुलाकात के बाद अन्ना ने साफ शब्दों में हिदायत भी दी है कि लेटर कैंपेन के दौरान उनकी तस्वीरों को भी इस्तेमाल न करें।
अन्ना और केजरीवाल के बीच पहले भी कई मौकों पर मतभेद उभरकर सामने आते रहे हैं, लेकिन अन्ना ने पहली बार कड़ा रुख अपनाया है। उन्होंने कहा कि वह शुरू से ही राजनीति पार्टी बनाने के खिलाफ रहे हैं और आगे भी किसी पार्टी के मंच पर नहीं जाएंगे। गौरतलब है कि जिस वक्त केजरीवाल ने राजनीतिक पार्टी बनाने का ऐलान किया था, उस वक्त भी अन्ना ने पार्टी में शामिल न होने का फैसला किया था।
अन्ना ने कहा है कि वह ऑनलाइन फीडबैक के आधार पर राजनीतिक पार्टी बनाने के फैसले से खुश नहीं हैं। मंगलवार को भी अन्ना ने एक करप्शन विरोधी ग्रुप को संबोधित करते हुए कहा था, ' मैं भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन के राजनीतिक राह पकड़ने के पक्ष में नहीं हूं'। अन्ना के इन तेवरों से साफ हो गया है कि उनकी और केजरीवाल की राहें अब अलग हो गई हैं।