नई दिल्ली : भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन की आगे की नीति पर चर्चा के लिए अन्ना हजारे के दिल्ली पहुंचने से एक दिन पहले अरविंद केजरीवाल की अगुआई वाले इंडिया अगेंस्ट करपशन (आईएसी) ने दावा किया कि सर्वेक्षण के दौरान 76 फीसदी लोगों ने एक राजनैतिक दल बनाने का समर्थन किया। अन्ना मंगलवार को दिल्ली पहुंचेंगे और वह संभावित तौर पर बुधवार को चर्चा करेंगे।
अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाले इंडिया अगेंस्ट करप्शन ने राजनीति में शामिल होने के मुद्दे पर किया गया अपना जनसर्वेक्षण सार्वजनिक कर दिया। अन्ना हजारे के विचारों के उलट, आईएसी ने दावा किया कि सर्वेक्षण में शामिल 76 प्रतिशत लोगों ने आंदोलन द्वारा राजनीतिक दल के गठन का समर्थन किया है।
ऐसे में अन्ना हजारे मंगलवार को दिल्ली आएंगे और कार्यकर्ताओं से अपने आंदोलन को आगे ले जाने पर चर्चा करेंगे। हजारे ने समूह के राजनीति में उतरने के कदम से दूरी बनाने का एक और संकेत देते हुए कल कहा था कि जो लोग उनके साथ काम करना चाहते हैं, वह रालेगण सिद्धि में उनसे संपर्क करें।
आइएसी के अनुसार सर्वेक्षण के दौरान सात लाख 37 हजार 41 लोगों में से पांच लाख 61 हजार 701 लोगों यानि 76 फीसदी लोग पार्टी बनाने के पक्ष में थे। एक लाख 75 हजार 340 यानि 24 फीसदी लोग इसके विरोध में थे। यह सर्वेक्षण मोबाइल संदेश, ईमेल और प्रत्यक्ष सर्वेक्षण के जरिए कराया गया।
गौरतलब है कि अन्ना ने कल एक बार फिर केजरीवाल की अगुआई वाले समूह की राजनैतिक महत्वकांक्षा से खुद को अलग करने के संकेत दिए थे। उन्होंने अपने भ्रष्टाचार विरोधी अभियान में शामिल होने की योजना बनाने वाले लोगों से उनसे रालेगण सिद्धी में संपर्क करने को कहा था।
अन्ना की अगुआई वाले अभियान का केंद्र अभी तक दिल्ली थी और यह आइएसी के बैनर तले चल रहा था, जो एक गैरपंजीकृत संस्था है और माना जाता है कि इस पर केजरीवाल का नियंत्रण है। पिछले हफ्ते में दूसरी बार ऐसा हुआ है कि अन्ना ने भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन के राजनैतिक दिशा में जाने के मुद्दे पर बयान दिया है।