नई दिल्ली: गांधीवादी विचारधारा को लेकर भ्रष्टाचार के खिलाफ जंग को नया रूप देने जा रहे अन्ना हजारे अब रिटायर्ड अधिकारियों, कर्मचारियों और सेनानियों की फौज तैयार करेंगे। यानी भ्रष्ट नेताओं के खिलाफ एक तरफ से अरविंद केजरीवाल के युवाओं की सेना हमला करेगी तो दूसरी तरफ से अन्ना की अनुभवी लोगों की फौज।
अपनी फौज तैयार करने के लिये अन्ना हजारे दो दिन के लिये दिल्ली आ रहे हैं। केजरीवाल से रिश्ता टूटने के बाद पहली बार अन्ना राजधानी आ रहे हैं। अन्ना यहां रविवार को एक्स सर्विसमैन यानी सेवानिवृत्त सेनानियों, रिटायर्ड सरकारी कर्मचारियों और अधिकारियों से मुलाकात करेंगे। इसी बैठक में अन्ना अपने आंदोलन की आगे की रणनीति तय करेंगे।
वैसे खबर है कि रिटायर्ड सेनानियों को जुटाने का काम पूर्व सेनाध्यक्ष वीके सिंह कर रहे हैं। खैर यह बात तभी साफ होगी जब वीके सिंह खुलकर यह बात कहेंगे। वैसे अन्न की यह सोच देश को एक नई राह दिखा सकती है, क्यों कि अगर देश के लाखों वृद्ध अन्ना के साथ इस मिशन में शामिल हो जायें, तो भ्रष्टाचार के खिलाफ जीत मिल सकती है।
ज्ञात हो कि शनिवार को अन्ना ने रालेगण सिद्धी में ही अपने ब्लॉग पर लिखा कि अब वो अनशन नहीं, आंदोलन करेंगे। अब वो भ्रष्ट नेताओं के खिलाफ आर-पार की जंग लड़ेंगे।