न तो राजनीतिक दल बनाने और न ही चुनावी अखाड़े में उतरने की घोषणा कर चुके अन्ना हजारे ने कहा है कि लोगों को सामाजिक रूप से सक्रिय और साफ-सुथरी छवि के उम्मीदवारों के पक्ष में मतदान करना चाहिए.
गांधीवादी विचारों को अमल में लाने वाले अन्ना हजारे ने कहा कि यूं तो चुनाव लड़ने की उनकी कोई योजना नहीं है, लेकिन इसके बावजूद वह ईमानदार और साफ-सुथरी छवि के उम्मीदवारों के पक्ष में प्रचार के लिए तैयार हैं.
पश्चिम महाराष्ट्र स्थित अपने पैतृक गांव में बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि लोगों को अपने सांसद और विधायक का चुनाव उनकी ओर से की गयी समाजसेवा और उनके निजी चरित्र के आधार पर करना चाहिए.
अन्ना हजारे ने कहा कि विधायक बनने की इच्छा रखने वाले उम्मीदवारों को चुनाव घोषणा-पत्र में किए गए वादों को लागू करने के लिए प्रतिबद्धता दिखानी चाहिए और अपने हर काम के लिए आम आदमी के प्रति उत्तरदायी होना चाहिए.
उन्होंने कहा कि मौजूदा सदनों में ईमानदार संसद सदस्यों की संख्या पर्याप्त नहीं होने की वजह से ही एक सशक्त लोकपाल विधेयक पारित होना मुश्किल हो गया है.
इससे पहले, अन्ना हजारे के सहयोगी अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसौदिया और दिनेश वाघेला दिल्ली से यहां आए और उनके साथ विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की.
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