नई दिल्ली : सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे के नए संगठन बनाने का संभावनाओं के बीच अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया ने सोमवार को उनसे मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद केजरीवाल ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि अन्ना हजारे और हम लोगों के बीच कोई लड़ाई-झगड़ा या दरार वाली बात नहीं है।
केजरीवाल ने इस बात पर जोर देकर कहा कि अन्ना जो भी करेंगे हम उनके साथ हैं। भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में वह हमेशा अन्ना के साथ रहेंगे। हर फैसले में अन्ना के साथ हैं। अन्ना के साथ रिश्ता बना हुआ है और हम उनसे आगे भी मिलते रहेंगे। चूंकि अन्ना दिल्ली में हैं, इसलिए वह उनसे मिलने आए। अन्ना जब कभी चाहेंगे हम लोग उनके साथ मौजूद रहेंगे।
मंजिलें एक हैं, पर रास्ते अलग-अलग वाली बात को दोहराते हुए केजरीवाल ने कहा कि भ्रष्टाचार को इस देश से खत्म करने के लिए कई तरह के रास्ते अपनाने की दरकार है। उन्होंने कहा कि आज कई शक्तियां हमारे पीछे पड़ी हैं और कई तरह के बेबुनियाद आरोप लगाए जा रहे हैं। राजनीतिक आरोपों का तो मैं हमेशा से निशाना रहा हूं।
मनीष सिसोदिया के साथ मिलने पहुंचे केजरीवाल ने यह दोहराया कि हम लोगों के बीच कोई मतभेद नहीं है। हमारा लक्ष्य एक है। केजरीवाल ने यूपीए सरकार और राजनीतिक तबके पर टीम अन्ना में दरार डालने का आरोप मढ़ा। इस आरटीआई कार्यकर्ता ने हालांकि यह भी स्वीकार किया कि अन्ना भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन के राजनीतिक स्वरूप लेने के अब भी खिलाफ हैं।
इस बीच, खबरें यह भी हैं कि केजरीवाल मंगलवार को नई पार्टी का ऐलान नहीं करेंगे। केजरीवाल ने कहा कि राजनीतिक पार्टी का ऐलान 26 नवंबर को करेंगे। पार्टी के नाम को लेकर सर्वे किया जाएगा। कल से राजनीतिक क्रांति की शुरुआत की जाएगी।