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नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने शनिवार को कहा कि बहुब्रांड खुदरा तथा अन्य क्षेत्रों में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) को अनुमति देने का सरकार का निर्णय कथित कोयला घोटाले से ध्यान हटाने की कोशिश है।
आडवाणी ने अपने ब्लॉग पर लिखा है, ""जिस दिन सर्वोच्चा न्यायालय ने इस कोयला घोटाले के बारे में सरकार के समक्ष छह उचित सवाल रखे, उसी दिन सरकार द्वारा बहुब्रांड खुदरा में एफडीआई की घोषणा को भ्रष्टाचार से ध्यान बंटाकर उसे सुधारों पर लाने की सरकार की एक हताश कोशिश समझा जाना चाहिए।""
आडवाणी ने कहा है, ""यदि सरकार वाकई में समझती है कि वह बच जाएगी, तो यह उसकी भारी भूल है।"" आडवाणी ने लिखा है, ""न्यायपालिका, सीएजी और विपक्ष ने मीडिया के साथ मिलकर यह सुनिश्चित कर दिया है कि अगले लोकसभा चुनाव तक भ्रष्टाचार का मुद्दा लोगों के दिमाग में लगातार छाया रहेगा।"" आडवाणी ने आगे लिखा है, ""खुदरा में एफडीआई वास्तव में संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) के लिए आत्महत्या से ज्यादा कुछ नहीं साबित होगा।""
ज्ञात हो कि केंद्र सरकार ने शुक्रवार को बहुब्रांड खुदरा में 51 प्रतिशत प्रत्यक्ष विदेशी निवेश को मंजूरी दे दी और उड्डयन क्षेत्र को भी एफडीआई के लिए खोल दिया।
आडवाणी ने अपने ब्लॉग पर लिखा है, ""जिस दिन सर्वोच्चा न्यायालय ने इस कोयला घोटाले के बारे में सरकार के समक्ष छह उचित सवाल रखे, उसी दिन सरकार द्वारा बहुब्रांड खुदरा में एफडीआई की घोषणा को भ्रष्टाचार से ध्यान बंटाकर उसे सुधारों पर लाने की सरकार की एक हताश कोशिश समझा जाना चाहिए।""
आडवाणी ने कहा है, ""यदि सरकार वाकई में समझती है कि वह बच जाएगी, तो यह उसकी भारी भूल है।"" आडवाणी ने लिखा है, ""न्यायपालिका, सीएजी और विपक्ष ने मीडिया के साथ मिलकर यह सुनिश्चित कर दिया है कि अगले लोकसभा चुनाव तक भ्रष्टाचार का मुद्दा लोगों के दिमाग में लगातार छाया रहेगा।"" आडवाणी ने आगे लिखा है, ""खुदरा में एफडीआई वास्तव में संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) के लिए आत्महत्या से ज्यादा कुछ नहीं साबित होगा।""
ज्ञात हो कि केंद्र सरकार ने शुक्रवार को बहुब्रांड खुदरा में 51 प्रतिशत प्रत्यक्ष विदेशी निवेश को मंजूरी दे दी और उड्डयन क्षेत्र को भी एफडीआई के लिए खोल दिया।