कोयला ब्लाक आवंटन में कथित अनियमितताओं पर योगगुरु रामदेव ने इन सभी 142 आवंटनों को रद्द करने और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से इस्तीफा देने की आज मांग की।
रामदेव ने कहा कि भ्रष्टाचार और कालाधन के खिलाफ वह अपने आंदोलन का अगला चरण दो अक्तूबर से शुरू करेंगे और पांच राज्यों में आसन्न विधानसभा चुनाव के दौरान केंद्र सरकार के कथित भ्रष्टाचार के बारे में लोगों को बताएंगे। यह कार्यक्रम लोकसभा चुनाव तक जारी रहेगा।
संवाददाताओं से यहां बातचीत में उन्होंने आरोप लगाया, ‘कांग्रेस पार्टी ने ईमानदार सरकार और ईमानदार प्रधानमंत्री की नई परिभाषा गढ़ी है। घोटलों का विश्व कीर्तिमान स्थापित करने वाली कांग्रेस पार्टी मनमानी कर रही है और उसकी सरकार एक के बाद एक घोटाले में लिप्त है।
प्रधानमंत्री को निशाना बनाते हुए उन्होंने कहा, ‘लाखों करोड़ रुपए के घोटले से जुड़ी सरकार के मुखिया ईमानदार कैसे हो सकते हैं। इसलिए सभी कोयला ब्लाकों के आवंटन को रद्द किया जाना चाहिए और प्रधानमंत्री को नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा देना चाहिए।
यह पूछे जाने पर कि इस तरह के आवंटन की भाजपा शासित राज्यों समेत कुछ अन्य प्रदेश सरकारों की ओर से वकालत किए जाने के बावजूद वह केवल कांग्रेस को ही क्यों निशाना बना रहे हैं, रामदेव ने कहा कि अन्य लोग आंशिक रूप से भागीदार हंै, जबकि कां्रग्रेस ने घोटालों का विश्व रिकार्ड बनाया है। लेकिन जो भी गुनाहगार है, उनके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए। रामदेव से जुड़े ट्रस्ट को प्रवर्तन निदेशालय के नोटिस मिलने और उनकी कुछ संस्थाओं का ट्रस्ट का दर्जा खत्म होने की खबरों के बारे में पूछे जाने पर योगगुरु ने कहा कि ट्रस्ट के लिए बाहर से आए किसी भी धन के बारे में शत-प्रतिशत पारदर्शिता आपनाई गई है। हमारे विदेशों में दो ट्रस्ट हंै, एक अमेरिका में और दूसरा ब्रिटेन में। रामदेव ने कहा कि कांग्रेस नीत सरकार का यह नियम बन गया है कि जो कोई उसकी आलोचना करे, उसे निशाना बनाओ। 2जी और कोयला ब्लाक आवंटन मामले में कैग के साथ भी कांग्रेस पार्टी का यह व्यवहार है।
राहुल गांधी के प्रधानमंत्री बनाए जाने की संभावना के बारे में पूछे जाने पर रामदेव ने हंसते हुए कहा, ‘हम दोनों की एक ही राशि है। दोनों कांग्रेस के विनाश का रास्ता साफ करने में लगे हैं।’