
नई दिल्ली: नौकरशाह से सामाजिक कार्यकर्ता, सामाजिक कार्यकर्ता से राजनीतिज्ञ बने अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को ट्विटर पर लिखा कि देश संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) और नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस (एनडीए) के विकल्प के लिए बेचैन है।
भाजपा के अध्यक्ष नितिन गडकरी के अपने व्यापार में वित्तीय अनियमितता के आरोपों के बाद उनके इस्तीफे मांग होने लगी। इस पर भाजपा के नेताओं ने अपने अध्यक्ष गडकरी के साथ खड़े होने के बाद केजरीवाल ने ट्विट किया कि देश यूपीए और एनडीए का विकल्प चाहती है। इसके अलावे गुरुवार को हरियाणा के चार नौकरशाहों ने यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा को जमीन खरीद मामले में क्लीनचिट दे दी और कहा, यह डील पारदर्शी था।
इंडिया अगेंस्ट करप्शन के कार्यकर्ता ने ट्विट किया कि भाजपा और कांग्रेस दोनों भ्रष्ट्राचार में शामिल है, वाड्रा को क्लीनचिट मिल जाती है और गडकरी को भाजपा का समर्थन मिल जाता है। भ्रष्टाचार मामले में भाजपा और कांग्रेस दोनों का चेहरा बेनकाब हो गया है। आम आदमी ठगा सा महसूस कर रहा है। देश यूपीए-एनडीए के विकल्प के लिए रो रहा है।