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गौरतलब है कि 'कमल संदेश' ने अरविंद केजरीवाल पर गंभीर आरोप लगाए हैं. कमल संदेश का कहना है कि केजरीवाल ने अन्ना से विश्वासघात किया है. मुखपत्र ने ये सवाल भी उठाया है कि केजरीवाल को विदेशी धन की मदद तो नहीं मिल रही?
आरोपों के जवाब में केजरीवाल ने कहा, 'भाजपा डरी हुई और वह पूरी तरह से बौखला गई है. उन्होंने हम पर विदेशी धन मिलने का आरोप लगाया है. हमारे आंदोलन को मिले सभी फंड का विवरण हमारी वेबसाइट पर मौजूद हैं. मैं भाजपा को चुनौती देता हूं कि अगर उनमें हिम्मत है तो वे पिछले 10 सालों में मिले चंदें का ब्यौरा वेबसाइट पर सार्वजनिक करें. जिससे यह पता चल जाएगा कि वे कोयला ब्लॉक आवंटन लाभार्थी और औद्योगिक लाभार्थी कौन-कौन हैं, जिन्हे भाजपा और भाजपा शासित राज्यों से फायदा मिला.'
उन्होंने कहा कि हमने आंदोलन को मिले सभी चंदें का ब्योरा सार्वजनिक किया है, भाजपा भी है ऐसा करके दिखाए. इसके अलावा उन्होंने भाजपा पर भ्रष्टाचार में लिप्त लोगों को संरक्षण देना का आरोप लगाया.
गौर करने वाली बात है कि पार्टी के मुखपत्र 'कमल संदेश' ने अपने संपादकीय में सवाल उठाया है कि केजरीवाल को कहीं विदेशी धन तो नहीं मिल रहा.
मुखपत्र का कहना है कि केजरीवाल का खेल करेंसी का हो सकता है. अब जानना ये है कि करेंसी भारत की है या भारत को कमजोर करने वाली शक्तियों की. मुखपत्र कहता है कि सुपारी किसने दी इसका पता मनमोहन सरकार को लगाना चाहिए.
कमल संदेश ने केजरीवाल पर अन्ना को धोखा देने का गंभीर आरोप भी मढ़ दिया है.