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दामाद को बचाने के लिए क्रूरता पर उतर आई है कांग्रेस : केजरीवाल


इंडिया अगेंस्ट करप्शन के कार्यकर्ताओं को रविवार को हरियाणा सरकार के आवास पर विरोध-प्रदर्शन करना महंगा पड़ गया। रविवार को सोनिया गांधी के दामाद और उद्योगपति रॉबर्ट वाड्रा और मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हूड्डा की कथित सांठ-गांठ पर श्वेत पत्र व अशोक खेमका तबादले पर हरियाणा सरकार से सफाई की मांग रहे आईएसी कार्यकर्त्ताओं को पुलिस लाठीचार्ज का सामना करना पडा।

खबर है दिल्ली स्थित हूड्डा आवास पर आईएसी कार्यकर्त्ताओं पर पहले पुलिस ने पानी की बौछार की, लेकिन जब प्रदर्शनकारी नहीं हटे तो पुलिस बलपूर्वक लाठी चार्ज किया, जिसमें 60 से अधिक आईएसी कार्यकर्त्ताओं के घायल होने की सूचना है।

आईएसी कार्यकर्त्ताओं पर हरियाणा की कांग्रेस सरकार द्वारा निर्ममता पूर्वक लाठी चार्ज पर अरविंद केजरीवाल ने निंदा करते हुए कहा है कि यह सरकार असहनशील है, हमारे कार्यकर्त्ता सिर्फ हुड्डा से बात करना चाहते थे, लेकिन उन पर पुलिस ने बेरहमी से लाठियां बरसाईं। केजरीवाल ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि अपने दामाद (रॉबर्ट वाड्रा) को बचाने के लिए कांग्रेस ने यह सब करवाया है।

मालूम हो, रविवार को इंडिया अगेंस्ट के कार्यकर्ता डीएलएफ−रॉबर्ट वॉड्रा और हरियाणा सरकार पर सांठगांठ के आरोपों को लेकर विरोध करने गए थे। उनके साथ मारुति के कुछ बर्खास्त कर्मचारी भी विरोध करने हुड्डा के घर पहुंचे थे। हुड्डा के घर के बाहर प्रदर्शन कर रहे इंडिया अगेंस्ट के कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया, जिसमें कई कार्यकर्ता घायल हो गए।

रिपोर्ट के मुताबिक प्रदर्शनकारियों ने हुड्डा के घर के बाहर लगे सुरक्षा बैरियर को तोड़ दिया। इसके बाद भीड़ को हटाने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज और वॉटर केनन का इस्तेमाल करना पड़ा। घायलों को राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया।

महत्वपूर्ण बात यह है कि करीब 200 कार्यकर्त्ताओं के साथ उनका कोई बड़ा नेता प्रदर्शन स्थल पर मौजूद नहीं था। प्रदर्शन के बाद हुड्डा के घर की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। उधर, अरविंद केजरीवाल घायलों से मिलने राम मनोहर लोहिया अस्पताल पहुंचे, जहां घायलों को लेकर पुलिस और केजरीवाल के बीच तीखी बहस भी हुई।
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