भ्रष्टाचार विरोधी मुहिम चला रहे अरविंद केजरीवाल ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा को रीयल इस्टेट कंपनी डीएलएफ की ओर से सरकार की कृपादृष्टि के ऐवज में फायदा पहुंचाये जाने के आरोपों पर कंपनी की सफाई को आधा सच और झूठा करार दिया है।
केजरीवाल ने टि्वटर पर लिखा कि डीएलएफ ने प्रतिक्रिया दी है। यह आधे सच और झूठ से भरी हुई है। काफी जानकारी दबाई गयी हैं। उन्होंने लिखा कि हम सोमवार को एक विस्तृत जवाब देंगे, लेकिन क्या वाड्रा डीएलएफ की प्रतिक्रिया से सहमत हैं या उनकी दूसरी कोई राय है। अगर वह बयान देंगे तो हम सराहेंगे।
डीएलएफ ने इन आरोपों को खारिज कर दिया था कि उसने 43 वर्षीय वाड्रा को सरकार से फायदों के ऐवज में बिना गारंटी के धन दिया था। कंपनी ने कहा कि उसका वाड्रा के साथ एक उद्यमी के तौर पर पारदर्शी सौदा हुआ था।
केजरीवाल और प्रशांत भूषण के आरोपों को खारिज करते हुए डीएलएफ ने कहा कि ना तो उसने राज्य सरकार से कोई अनुचित फायदा उठाया है और ना ही उसे दिल्ली, हरियाणा और राजस्थान की सरकारों की ओर से कोई जमीन आवंटित की गयी।
डीएलएफ ने इस आरोप को भी खारिज कर दिया है कि कंपनी ने बहुत कम दामों पर वाड्रा और उनकी कंपनियों को संपत्तियां बेचीं।
केजरीवाल ने टि्वटर पर लिखा कि डीएलएफ ने प्रतिक्रिया दी है। यह आधे सच और झूठ से भरी हुई है। काफी जानकारी दबाई गयी हैं। उन्होंने लिखा कि हम सोमवार को एक विस्तृत जवाब देंगे, लेकिन क्या वाड्रा डीएलएफ की प्रतिक्रिया से सहमत हैं या उनकी दूसरी कोई राय है। अगर वह बयान देंगे तो हम सराहेंगे।
डीएलएफ ने इन आरोपों को खारिज कर दिया था कि उसने 43 वर्षीय वाड्रा को सरकार से फायदों के ऐवज में बिना गारंटी के धन दिया था। कंपनी ने कहा कि उसका वाड्रा के साथ एक उद्यमी के तौर पर पारदर्शी सौदा हुआ था।
केजरीवाल और प्रशांत भूषण के आरोपों को खारिज करते हुए डीएलएफ ने कहा कि ना तो उसने राज्य सरकार से कोई अनुचित फायदा उठाया है और ना ही उसे दिल्ली, हरियाणा और राजस्थान की सरकारों की ओर से कोई जमीन आवंटित की गयी।
डीएलएफ ने इस आरोप को भी खारिज कर दिया है कि कंपनी ने बहुत कम दामों पर वाड्रा और उनकी कंपनियों को संपत्तियां बेचीं।
