रॉबर्ट वाड्रा पर केजरीवाल के आरोपों के बाद अन्ना की पुरानी टीम के लोग एकजुट नजर आ रहे हैं। इस मुद्दे पर जहां अन्ना ने जांच की मांग की है वहीं अब किरण बेदी ने भी ट्विट के जरिए कुछ सवाल उठाए हैं।
किरण बेदी ने ट्विटर पर लिखा है..
पहला ट्वीट- जब वाड्रा पर लगे आरोप जैसे मुद्दे जनता के बीच आते हैं, तो कोर्ट, सेबी, कॉर्पोरेट अफेयर्स विभाग और शेयर धारक जरूरी कदम उठा सकते है लेकिन तभी जब ?
दूसरे ट्वीट मे किरण बेदी ने लिखा है कि बैंकिंग के नियम के बावजूद एक गरीब छात्र को पढ़ाई के लिए 5000 रुपये का असुरक्षित लोन पाना नामुमकिन है...
तीसरा ट्विट डीएलएफ को लेकर है जहां किरण बेदी ने लिखा है डीएलएफ को शेयरधारको का विश्वास हासिल करने के लिए एक मीटिंग बुलानी चाहिए और उन्हे सवाल जवाब का मौका देना चाहिए।
चौथे ट्वीट में किऱण बेदी ने लिखा है कि जब आरोपों के पीछे पुख्ता सबूत हों तो उनसे उबरने का एक ही रास्ता है कि जिस पर आरोप लगे हों वह खुद को निष्पक्ष जांच के हवाले कर दे।
केजरीवाल के वाड्रा पर लगे आरोपों ने टीम अन्ना को फिर से एकजुट करने का काम शुरु कर दिया है जबकि अन्ना के अपने बयान में कहा था कि अगर केजरीवाल के आरोप गलत हुए तो केजरीवाल पर मानहानि का मुकदमा होना चाहिए।