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मनमोहन सरकार ने महंगाई की आग में डाला घी, 5 रुपये महंगा हुआ डीजल, 7वें सिलेंडर पर बढ़े 347 रुपये


केंद्र सरकार ने डीजल के दामों में 5 रुपये प्रति लीटर का इजाफा कर दिया है। लंबे समय बाद डीजल में हुए इस इजाफे से आम आदमी की कमर टूटनी तय मानी जा रही है। सरकार ने 1 साल में केवल 6 सस्‍ते एलपीजी सिलेंडर खरीदने की सीमा भी तय कर दी है। डीजल के बढ़े हुए दाम गुरुवार रात से ही लागू हो गए हैं।

डीजल के दाम 5 रुपये बढ़ने के बाद अब दिल्ली में डीजल के लिए 41.29 रुपये प्रति लीटर की जगह 46.29 रुपये देने होंगे। वहीं, मुंबई में 1 लीटर डीजल खरीदने के लिए लोगों को अब 46.98 रुपये चुकाने होंगे। इससे पहले तक मुंबई में डीजल की कीमत 41.98 रुपये थी। अब 1 लीटर डीजल के लिए जयपुर में अब  48.22 रुपये, भोपाल में 50.66 रुपये, लखनऊ में 49.04 रुपये और अहमदाबाद में 50.89 रुपये चुकाने होंगे। 

सरकार के फैसले के मुताबिक अब हर परिवार को केवल 6 सिलेंडर सब्सिडी वाली कीमत यानी 399 रुपये पर मिल सकेगा। इसके बाद 7वां सिलेंडर खरीदने पर उपभोक्ता को बाजार भाव चुकाने होंगे। यानी, सरकार ने 7वें सिलेंडर की कीमत में भी 347 रुपये का इजाफा कर दिया है।  

ऐसे में अब हर परिवार को अगले साल मार्च 2013 तक केवल 3 सिलेंडर ही सस्ते दाम पर मिल सकेगा। सरकार के इस फैसले पर राजनीतिक पार्टियों ने तीखी टिपण्णी करते हुए नाराजगी जताई है। भारतीय जनता पार्टी से लेकर समाजवादी पार्टी सहित तृणमूल कांग्रेस ने कीमतें बढ़ाने के फैसले का विरोध किया है। 

तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार द्वारा डीजल का दाम बढ़ाए जाने को गलत बताया है। उन्होंने कहा कि वो सरकार के इस फैसले से पूरी तरह से हैरान हैं। ममता ने सरकार ने बढ़े हुए दाम वापस लेने को कहा है। ऐसा न करने पर 15 सितंबर को कोलकाता में विरोध प्रदर्शन करने की भी घोषणा की है। वहीं, प्रकाश करात और जयललिता ने भी सरकार के इस फैसले पर विरोध जताते हुए इसे गलत बताया है।
 
सरकारी तेल कंपनियों को एक लीटर डीजल पर 19.26 रुपए का लॉस हो रहा है। यह डीजल की रीटेल कीमत का करीब 50% है। वहीं, सरकार ने पेट्रोल और केरोसीन के दामों में कोई बदलाव नहीं किया है।
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