" "

भ्रष्टाचार के खिलाफ भारत समर्थक

पैसा पेड़ों पर नहीं उगता है: मनमोहन सिंह



  • विपक्ष के बहकावे में न आयें देशवासी : मनमोहन 
  • आर्थिक सुधार न करते तो डूब जाती अर्थव्यवस्था
  • विश्वव्यापी मंदी के असर से देश को बचाना जरूरी

नई दिल्ली : आर्थिक सुधारों पर मचे घमासान और तृणमूल सांसदों द्वारा आज दिये गये इस्तीफों को स्वीकार करने के बाद प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने देशवासियों को संबोधित करते हुए कहा कि देशवासियों को आर्थिक सुधार के मुद्दे पर सच्चाई जानने का हक है। मनमोहन सिंह ने देशवासियों से विपक्ष के बहकावे ने आने की अपील करते हुए कहा कि विपक्ष के नेता देश की सही स्थिति को नहीं बता रहे हैं। आज की कठिन आर्थिक स्थिति में वे स्वार्थ की राजनीति कर रहे हैं।

देशवासियों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि पीएम होने के नाते यह जरूरी है कि मैं कड़े कदम उठाऊं। यूरोपीय देशों में तमाम संकट मुंह बाएं खड़े हैं। अपना खर्च उठाने में सक्षम नहीं है। वेतन देने के लिए कर्ज मांग रहे हैं। मेरा वादा है कि भारत में ऐसा नहीं होने दूंगा। डीजल पर होने वाले घाटे को कम करने के लिए १७ रुपये मूल्य बढ़ाने की जरूरत है लेकिन हमने सिर्पâ पांच रुपये बढ़ाए। पेट्रोल के दाम न बढ़ने देने के लिए हमने पेट्रोल पर टैक्स पांच रुपये तक कम किया है। एलपीजी सिलेण्डर की संख्या घटाए जाने पर प्रधानमंत्री ने कहा कि देश की आधी आबादी महज ६ सिलेण्डर ही इस्तेमाल करती है। उन्होंने कहा कि आज देश में आमदनी के मुकाबले खर्चे ज्यादा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि गरीबों को ध्यान में रखते हुए सरकार ने घासलेट की कीमतों को नहीं बढ़ाया। मनमोहन िंसह ने कहा, पिछले साल तेल पर साqब्सडी एक लाख चालीस हजार करोड़ रुपये थी। इस साल दो लाख करोड़ हो जाती। जो देश के आर्थिक विकास के लिए नुकसानदायक बन जाती।

प्रधानमंत्री ने कहा सरकार आम आदमी पर बोझ नहीं डालना चाहती, लेकिन आज देश में ८० फीसदी कच्चा तेल विदेश से आता है । इसे खरीदने के लिए पैसे कहां से आयेंगे, वित्तीय घाटा बढ़ जाएगा। इसलिए मजबूरी है कि तेल की कीमतें बढ़ाई जाएं। निवेशकों का विश्वास भारत में कम हो जाता। देश में पैसा नहीं आता। बेरोजगारी बढ़ जाती। देश को बाहर से कर्ज नहीं मिलता। ब्याज बढ़ जाता है। उन्होंने विपक्षी नेताओं पर चुटकी लेते हुए कहा इन सबके लिए पैसों की जरूरत है और पैसे पेड़ों पर नहीं लगते। इसलिए अब उठाए गए कदमों के अच्छे नतीजे आएंगे।

प्रधानमंत्री ने एफडीआई के मुद्दे पर विपक्षी राजनीतिक दलों की आशंकाओं को खारिज करते हुए कहा कि एफडीआई से लोगों को रोजगार मिलेगा, किसानों को उसकी फसल के अच्छे दाम मिलेंगे। उन्होंने विपक्ष को स्वच्छ राजनीति करने की सलाह देते हुए कहा कि कांग्रेस ने हमेशा जनहित में काम किया है। इसीलिए हमें जनता ने दूसरी बार भी चुना है। इसलिए हमारा फर्ज बनता है कि हम जनता के हित में काम करें। आज देश की आर्थिक स्थिति को देखते हुए आर्थिक सुधारों को और कड़ा करना होगा। यही देश की और जनता की मांग है। मुझे विश्वास है कि देशवासी पिछली बार की तरह ही इस बार भी हमारा साथ देंगे।
" "