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अन्ना का फैसला चौंकाने वाला और दुखद :अरविंद केजरीवाल


 राजनीतिक पार्टी बनाने के मुद्दे पर अन्ना हजारे के अलग होने के फैसले को अरविंद केजरीवाल ने चौंकाने वाला बताया है। केजरीवाल ने कहा कि हजारे के सिद्धांत ही उनकी राजनीतिक पार्टी की नींव बनेंगे।

केजरीवाल ने कहा, 'हम अन्ना हजारे का सम्मान करते हैं। वह हमारे गुरु और पिता समान हैं। कल की घोषणाओं ने हमें हैरान किया है। यह पूरी तरह से चौंकाने वाला, दुखद, दुर्भाग्यपूर्ण और अविश्वसनीय था।'

बुधवरा को अन्ना हजारे ने राजनीतिक पार्टी बनाने जा रहे केजरीवाल के नेतृत्व वाले समूह से अपना नाता तोड़ने की घोषणा की थी। उन्होंने कहा कि उनके नाम या तस्वीर का इस्तेमाल नई पार्टी के साथ नहीं किया जाना चाहिए।

केजरीवाल ने कहा, 'अन्ना की तस्वीर और उनका नाम हमारे दिलों में छपा है। हम उनके चरण लगातार छूते रहेंगे और उनसे आशीर्वाद लेते रहेंगे। अन्ना के पांच सिद्धांत हमारे दल की नींव बनेंगे।'

सोशल नेटवर्किंग साइट पर कराए गए सर्वे को अन्ना हजारे ने खारिज कर दिया था। इस पर केजरीवाल ने कहा कि अन्ना ने ही राजनीतिक पार्टी बनाने या न बनाने पर सर्वेक्षण करवाने के लिए कहा था। उन्होंने कहा, 'अन्ना ने हमें सर्वे कराने के लिए कहा था। इसके लिए एसएमएस और इंटरनेट इस्तेमाल करने का सुझाव उन्हीं का था।'

अन्ना हजारे के अलग होने के फैसले के खिलाफ सोशल नेटवर्किंग साइटों पर काफी टिप्पणियां की गईं। एक ट्वीट में लिखा गया, 'अन्ना ने लोगों को भ्रष्टाचार के बारे में जागरूक तो किया लेकिन अब यह नहीं बताते कि इस जागरूकता का करना क्या है? राजनैतिक होना ही एकमात्र तर्कसंगत कदम है।'

इंटरनेट के सर्वे को मानने से हजारे के इनकार पर एक ट्वीट में कहा गया, 'सिर्फ पांच हजार लोगों ने ही फेसबुक पर वोट किया था लेकिन मिस्ड कॉल देने वाले लोगों की संख्या पांच लाख से भी ज्यादा थी। आप कैसे कह सकते हैं कि यह एक फेसबुक सर्वे मात्र था?' एक और ट्वीट में कहा गया, 'हां, अन्ना हजारे का अभियान में शामिल न रहना पीछे हटना ही है, लेकिन इससे यह बात नहीं बदलती कि लोग एक विश्वसनीय राजनैतिक विकल्प चाहते हैं।'
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