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भ्रष्टाचार के खिलाफ भारत समर्थक

भ्रष्टाचार के खिलाफ एक और मुहिम शुरू

देश में भ्रष्टाचार के खिलाफ एक और मुहिम शुरू कर दी गयी है। बाबा रामदेव और अन्ना हजारे के बाद अब भ्रष्टाचार विरोधी मोर्चा जनता दल (यू) इसके लिए कमर कसकर तैयार है। प्रथम राष्ट्रीय अधिवेशन के बहाने मोर्चा ने नक्सल प्रभावित पलामू से इसकी शुरुआत कर दी है।मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष संदीप कुमार ने आज प्रेस वार्ता कर कहा कि वर्तमान समय में देश के सामने भ्रष्टाचार एक बड़ी चुनौती है, और इससे निपटने के लिए युवा पीढ़ी को संगठित होना पड़ेगा। जनता दल यूनाइटेड ने भ्रष्टाचार विरोधी मोर्चा गठित कर युवाओं, बुध्दिजीवियों, समाजसेवियों और प्रबुध्द नागरिकों के लिए एक प्लेटफार्म तैयार कर दिया है।


हम चाहेंगे कि अधिक से अधिक संख्या में लोग इस मंच से जुड़ें ताकि भ्रष्टाचार पर सामूहिक प्रहार किया जा सके।जातीय व्यवस्था को भ्रष्टाचार की जननी करार देते हुए श्री दुबे ने कहा कि आज हर काम जातीय आधार पर हो रहा है। जब तक जातीय व्यवस्था पर प्रहार नहीं किया जायेगा, तब तक भ्रष्टाचार से पार पाना मुश्किल है। भ्रष्टाचार विरोधी मोर्चा जनता दल (यू) ने अपनी मुहिम का नाम दिया है- ‘जाति तोड़ो, भारत जोड़ो।’ मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि भ्रष्टाचार विरोधी मोर्चा कोई राजनीतिक पार्टी नहीं बल्कि एक विचारधारा है। उन्होंने समान विचारधारा वाले लोगों का आह्वान किया कि वे अपने नाम से जाति सूचक (टाइटल) को हटा दें।


उन्होंने कहा कि मोर्चा के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने इसकी शुरुआत आज से ही कर दी है। कल तक वह खुद संदीप दुबे थे, लेकिन आज वह केवल संदीप कुमार हैं।राजनीति में आयी गिरावट का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि कल यह समाजसेवा का प्रतीक मानी जाती थी, लेकिन आज राजनीति का नाम सुनते ही लोगों के चेहरे पर घृणा के भाव उभर पड़ते हैं। मोर्चा का प्रयास है कि राजनीति में साफ छवि के लोग आयें और स्वच्छ शासन की बुनियाद रखी जा सके।


समाजसेवी अन्ना हजारे और बाबा रामदेव के आंदोलन की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ उनके संघर्ष को युवाओं की बड़ी भागीदारी मिलना इस बात का प्रमाण है कि लोग राजनीतिक विकल्प की तलाश में हैं। राजनीतिक विकल्प का स्वार्थ लेकर ही लोग रामदेव और अन्ना के आंदोलन के भागीदार बने, लेकिन यहां भी आम जनता का सपना पूरा नहीं हुआ। बाबा रामदेव और अन्ना हजारे राजनीतिक विकल्प दे पाने में विफल रहे और यही वजह है कि एक बार फिर जनता अपने को ठगा महसूस कर रही है।


भ्रष्टाचार विरोधी मोर्चा युवाओं और बुध्दिजीवियों को संगठित कर नया विकल्प तैयार करना चाहता है।उन्होंने बताया कि मुहिम को अंजाम तक पहुंचाने के लिए अगले वर्ष 23 मार्च को शहीद भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव की पुण्य तिथि पर नयी दिल्ली में मोर्चा का महाधिवेशन आयोजित किया जायेगा। इस महाधिवेशन के जरिये देश के युवाओं को गोलबंद किया जायेगा। इसके बाद पांच मई से देश के प्रत्येक जिले की मोर्चा के पदाधिकारी और कार्यकर्ता यात्रा करेंगे। यात्रा के दौरान लोगों को परिवर्तन के लिए जागरूक किया जायेगा।


उन्होंने बताया कि मोर्चा ने जस्टिस वृंदा की अध्यक्षता में एक कमेटी गठित की थी। इस कमिटी ने प्रत्येक जिले में एक-एक क्लब की स्थापना की सिफारिश की है। इस क्लब में खेलकूद के साथ-साथ स्वस्थ परिचर्चा भी होगी।प्रेस वार्ता में मोर्चा के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव इंजीनियर चन्द्रकांत, न्यायिक सेवा से सेवानिवृत पदाधिकारी वृंदा, अनिल उत्तर प्रदेश इकाई के अध्यक्ष राहुल, दिल्ली के मनप्रीत, झारखंड प्रदेश प्रभारी अश्विनी, मोर्चा के पलामू जिला अध्यक्ष नागेन्द्र कुमार सिंह, गढ़वा जिला अध्यक्ष सरोज सिंह के अलावा अधिवक्ता सह पत्रकार संजय पांडेय और अधिवक्ता मोरध्वज पांडेय भी उपस्थित थे।
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