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भ्रष्टाचार के खिलाफ भारत समर्थक

लोकपाल से केवल जेल भरने का काम होगा: कलाम

रांची : गाँधीवादी समाजसेवी अन्ना हजारे की जन लोकपाल मुहीम को जितना समर्थन मिला है, उतने ही विरोधी भी हैं। देश के राजनेताओं और अन्य ने जन लोकपाल की सफलता पर समय-समय पर प्रश्न खड़े किये हैं। अब अन्ना के विरोधियों में एक नया नाम जुड़ गया है पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम का।


कलाम ने लोकपाल पर अपना मत रख इसके विरोध में खड़े लोगों का समर्थन कर दिया है| मंगलवार रांची में एक समारोह में शिरकत करने पहुंचे कलाम ने कहा कि लोकपाल कानून से सिर्फ जेलें भरेंगी, भ्रष्टाचार खत्म नहीं होगा।


कलाम ने समारोह में आये लोगों से सवाल किया कि क्या सिर्फ लोकपाल कानून से देश से भ्रष्टाचार खत्म हो जाएगा? इस पर कलाम ने स्वयं की राय देते हुए कहा कि लोकपाल कानून से सिर्फ जेलें भरेंगी, भ्रष्टाचार खत्म नहीं होगा। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के खात्मे की शुरुआत सिर्फ घर से हो सकती है तथा बच्चे और नौजवान इसकी शुरुआत करके देश को भ्रष्टाचार से मुक्त कर सकते हैं।


गौरतलब है कि पूर्व राष्ट्रपति कलाम झारखंड में 'वॉट कैन आई गिव' मिशन का आरंभ करने रांची आये थे। यहीं कलाम ने लोकपाल कानून पर प्रश्न उठा दिए। पूर्व राष्ट्रपति ने कहा कि देश को भ्रष्टाचार से मुक्त करने के लिए घर-घर में सफाई जरूरी है।


कलाम के इस बयान से टीम अन्ना की अहम सदस्य किरन बेदी सहमत नहीं हैं| बेदी ने ट्वीट किया है कि कलाम ने भ्रष्टाचार को खत्म करने का सामाजिक-नैतिक तरीका बताया है, जबकि भ्रष्टाचार को दूर करने लिए लोगों को शिक्षित करने और एक सख्त कानून की जरूरत है।


टीम अन्ना के सामने कलाम एक प्रखर विरोधी के तौर पर सामने आये हैं| देश में कलाम के भी करोड़ों समर्थक हैं ऐसे में बेदी का यह बयान उनके समर्थक किस तौर पर लेते हैं, ये तो आने वाला समय बताएगा लेकिन टीम अन्ना के विरोधियों में एक नाम और बढ़ गया है|
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