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कैबिनेट मंत्री भी तरस रहे हैं 35 लाख वाले टॉइलेट के लिए!!!

नई दिल्ली।। योजना आयोग ने जो 2 टॉइलेट मरम्मत करवाए हैं, उसमें जाना बड़े-बड़ों के भी बस का नहीं। 35 लाख रुपए खर्च कर 'चमकाए' गए योजना आयोग के 2 हाई-फाई टॉइलेट में जाने की तमन्ना कई मंत्रियों की भी है, लेकिन उन्हें इंतजार करना पड़ेगा, क्योंकि वे कतार में हैं। देश के सीनियर मंत्रियों से यह बात किसी और ने नहीं बल्कि खुद योजना आयोग के उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह अहलूवालिया ने कही।

गुरुवार को महत्वपूर्ण मुद्दों पर हुई कैबिनेट की मीटिंग में यह मुद्दा भी उठा। बैठक में शामिल कई मंत्रियों ने इस तड़क-भड़क वाले टॉइलेट को यूज करने की इच्छा जताई।

एक सीनियर कैबिनेट मिनिस्टर ने मोंटेक से इसके यूज के लिए स्मार्टकार्ड की मांग कर दी। हाजिर जवाब मोंटेक ने कहा कि 'आपको अभी इंतजार करना होगा, आप कतार में हैं।' इस टॉइलेट को यूज करने वालों की लंबी लिस्ट है। मोंटेक के इस जवाब से मीटिंग में ठहाके गूंज उठे।

गौरतलब है कि योजना आयोग के मुताबिक रोजाना 28 रुपए से ज्यादा खर्च करने वाला गरीब नहीं है। गरीबी की 'अनूठी' परिभाषा तय करने वाले योजना आयोग की फिजूलखर्ची का नमूना यह है कि उसने अपने 2 टॉइलेटों की मरम्मत पर ही 35 लाख रुपए फूंक डाले। सूचना अधिकार कानून (RTI) के तहत दाखिल एक अर्जी के जवाब से यह आंकड़ा सामने आया है। हालांकि योजना आयोग के उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह इस बारे में अब सफाई दे रहे हैं कि यह रकम सिर्फ 2 टॉइलेटों पर खर्च नहीं की गई और यह भी कि यह खर्च सचमुच जरूरी था।

योजना आयोग के अध्यक्ष मोंटेक सिंह ने कहा है कि यह रकम कई टॉइलेटों की मरम्मत के काम में इस्तेमाल की गई है। उन्होंने कहा कि 2 ब्लॉकों की मरम्मत की गई जिनमें कई टॉइलेट हैं। इनमें एक साथ 10 लोग टॉइलेट जा सकते हैं। उन्होंने कहा, आयोग में वीआईपी लोगों का आना-जाना लगा रहता है, इसलिए मरम्मत का काम जरूरी था।
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