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भ्रष्टाचार के खिलाफ भारत समर्थक

बाबा रामदेव की शरण में, गडकरी नतमस्तक

कालेधन और भ्रष्टाचार के खिलाफ चलाए जा रहे अपने आंदोलन में पार्टी का सहयोग मांगने योग गुरु बाबा रामदेव बीजेपी अध्यक्ष नितिन गडकरी से मिलने पहुंचे और जब बाबा गडकरी की चौखट पर पहुंच ही गए तो भला गडकरी जी की आस्था क्यों न उमड़ती।


सो उनकी आस्था उमड़ी और इस कदर उमड़ी कि वह बाबा रामदेव के पैर छूने से खुद नहीं रोक पाए। अब तमाम राजनीतिक पार्टियों के थिंक टैंक चाहे कहते रहें कि बीजेपी बाबा के चरणों में झुक गई, लेकिन यह तो आस्था का सवाल है और आस्था में राजनीति की भला किसे सुध।


तो कालेधन के खिलाफ आंदोलन में अब बाबा रामदेव को बीजेपी का भी साथ मिल गया है। रामदेव और गडकरी की मुलाकात के बाद बीजेपी अध्यक्ष ने न सिर्फ कालेधन के खिलाफ लड़ाई में उन्हें पूरा समर्थन देने का वादा किया, बल्कि इस आंदोलन को राष्ट्रीय अभियान बताकर सरकार के लिए मुश्किलें बढ़ा दी हैं।


कालेधन और भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहिम में अन्ना हजारे को शामिल करने के बाद योग गुरु बाबा रामदेव बीजेपी का समर्थन लेने पहुंचे। बीजेपी अध्यक्ष नितिन गडकरी से उनकी मुलाकात काफी प्रभावी रही। अन्ना और बाबा रामदेव के आंदोलन को लेकर बीजेपी का रवैया भले ही नरम रहे हो, लेकिन पहली बार बीजेपी ने खुलकर रामदेव के अभियान के समर्थन की बात कही।


बीजेपी अध्यक्ष के सकारात्मक रवैये से उत्साहित होकर रामदेव ने भी हल हाल में अपनी लड़ाई जारी रखने का ऐलान किया। रामदेव गडकरी की मुलाकात में एक बात काफी खास रही। मुलाकात के दौरान नितिन गडकरी ने बाबा रामदेव के पांव छुए। कोई विवाद ना हो इस बात को ध्यान में रखकर गडकरी ने तुरंत इसपर सफाई भी दे दी।


बीजेपी और रामदेव के बीच कितनी नजदिकियां हैं, यह एक अलग मुद्दा है। लेकिन इस मुलाकात से निकले संकेत से साफ है कि आने वाले दिनों में कालेधन के मामले में सरकार को और भी मुश्किलें झेलनी पड़ सकती हैं।
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