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भ्रष्टाचार के खिलाफ भारत समर्थक

राजा, कलमाड़ी को स्थायी समिति का सदस्य बनाया जाना ठीक : कांग्रेस


भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त रुख अपनाने का दावा करने वाली यूपीए सरकार की कलई एक बार फिर खुल गई है। 2 जी स्पेक्ट्रम घोटाले के आरोपी पूर्व टेलिकॉम मंत्री ए. राजा और कॉमनवेल्थ गेम्स घोटाले के आरोपी सुरेश कलमाड़ी को संसद की दो विभिन्न स्थायी समितियों का सदस्य बनाया गया है।

इन दोनों सांसदों को संसदीय समितियों में जगह दिया जाना सत्तारूढ़ दल की मंशा पर सवाल उठता नजार आ रहा है| इन दोनों को दोषी पाए जाने पर उम्रकैद तक की सजा भी हो सकती है, ऐसे में आरोपों को अनदेखा करना किसी मेहरबानी से कम नहीं है।

डीएमके के लोकसभा सदस्य राजा को एनर्जी पर संसद की स्थायी समिति के लिए मनोनीत किया गया है, जबकि कांग्रेस के लोकसभा सदस्य कलमाड़ी को विदेशी मामलों की स्थायी समिति के लिए मनोनीत किया गया है। इनके अलावा 2जी स्पेक्ट्रम घोटाले के कुछ मामलों की अभियुक्त डीएमके सांसद कानिमोड़ी को भी गृह मामलों की स्थायी समिति के लिए मनोनीत किया गया है।
 बीजेपी ने इन आरोपी सांसदों की स्थायी समितियों में नियुक्ति पर कहा है कि इस कदम से यह जाहिर हो गया है कि कांग्रेस नीत यूपीए भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई के प्रति गंभीर नहीं है। बीजेपी ने कहा कि कलमाड़ी को जेल भेजा गया था, इसके बावजूद कांग्रेस ने उन्हें विदेश मामलों पर संसद की स्थायी समिति का सदस्य बना दिया है।

गौरतलब है कि 2जी स्पेक्ट्रम घोटाले में राजा को पिछले साल दो फरवरी को गिरफ्तार किया गया था और वह इस साल 15 मई से जमानत पर रिहा हैं। कलमाड़ी को भी नौ महीने तक जेल में रहने के बाद इस साल 19 जनवरी को जमानत पर रिहा किया गया था।


विभिन्न समितियों के पुनर्गठन के तहत कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी को भी वित्त से संबंधित संसद की स्थायी समिति का सदस्य बनाया गया है, जिसके अध्यक्ष बीजेपी नेता यशवंत सिन्हा हैं। इससे पहले राहुल मानव संसाधन विकास से जुड़ी समिति के सदस्य थे।

समितियों के पुनर्गठन के तहत डीएमके के तिरुची शिवा को उद्योग से संबंधित स्थायी समिति का अध्यक्ष बनाया गया है, जबकि बीएसपी के ब्रजेश पाठक को स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण संबंधी स्थायी समिति का अध्यक्ष बनाया गया है। सामाजिक न्याय एवं सशक्तीकरण संबंधी स्थायी समिति के सदस्य रह चुके बीएसपी नेता दारा सिंह चौहान को श्रम संबंधी समिति में स्थानांतरित किया गया है।

बीजेपी ने कलमाड़ी और राजा को संसद की स्थायी समितियों में नामित किए जाने की आज आलोचना की, जबकि इसके सहयोगी दल जदयू को इसमें कुछ गलत नजर नहीं आता। हालांकि, कांग्रेस ने इस फैसले का बचाव किया और कहा कि स्थायी समितियों का सदस्य बनना सांसदों का अधिकार है।

बीजेपी नेता राजीव प्रताप रूडी ने कहा, 'कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने यह फैसला किया है जिन्होंने कलमाड़ी को स्थायी समिति में नामित किया।'रूडी के सहयोगी और बीजेपी प्रवक्ता जेपी नड्डा ने आरोप लगाया, 'इस तरह के मामले जब सामने आते हैं तब कांग्रेस उन तथ्यों को दबाने की कोशिश करती है और वह भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई के प्रति गंभीर नहीं है।'

हालांकि, एनडीए के एक अन्य प्रमुख घटक दल जेडी (यू) ने बीजेपी के ऐतराज से असहमति जताई।
जेडी (यू)अध्यक्ष शरद यादव ने कहा,'वे लोग सांसद हैं। राजा टूजी स्पेक्ट्रम घोटाले में शामिल हैं लेकिन उन्हें स्पेक्ट्रम की अडवायजरी कमिटी में शामिल नहीं किया जाएगा। इस तरह से, कलमाड़ी खेल के क्षेत्र में आरोपों का सामना कर रहे हैं। समितियों में सांसद के तौर पर उनके अधिकार बने रहेंगे।'

कांग्रेस का मानना है कि कलमाड़ी और राजा को स्थायी समितियों का सदस्य बनाये जाने को कोई मुद्दा नहीं बनाया जाना चाहिए। कांग्रेस प्रवक्ता पीसी चाको ने कहा कि समिति में शामिल होना संसद सदस्य का अधिकार है, चाहे जो कुछ भी आरोप हों।

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