" "

भ्रष्टाचार के खिलाफ भारत समर्थक

अन्ना 'जनतंत्र रैली' में लेंगे हिस्सा, तैयारियां आखिरी दौर में


पटना: गांधीवादी और प्रख्यात समाजसेवी अन्ना हजारे पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में बुधवार को आयोजित 'जनतंत्र रैली' से एक बार फिर भ्रष्टाचार के खिलाफ हुंकार भरेंगे। इसके लिए अन्ना मंगलवार की शाम पटना पहुंच जाएंगे। अन्ना पटना में रात एक चौकी और बिछी दरी पर सोकर गुजारेंगे। अन्ना टीम के एक कार्यकर्ता के अनुसार अन्ना पटना में आने के बाद किसी होटल या गेस्ट हाउस में नहीं जाकर कदमकुआं स्थित जेपी (लोकनायक जयप्रकाश नारायण) कुटिया जाएंगे और वहीं ठहरेंगे। उनके रहने की व्यवस्था दुरुस्त कर ली गई है।

जेपी संस्थान के किरणनाथ ने मंगलवार को बताया कि जयप्रकाश ने देश में आपातकाल लगाए जाने के केंद्र सरकार के विरोध में बिहार से जिस आंदोलन की शुरुआत की थी। उस समय वह इसी कुटिया में रहकर आंदोलन की रूपरेखा और पूरी तैयारी करते थे। अपने कार्यकर्ताओं से जेपी उसी कमरे में बैठकर मंत्रणा किया करते थे, जिस कमरे में अन्ना ठहरेंगे। उन्होंने बताया कि अन्ना के सोने के लिए चौकी, मच्छरदानी ओर दरी की व्यवस्था की गई है जबकि उनके खाने के लिए सादे भोजन का प्रबंध किया गया है।

रात्रि विश्राम के बाद अन्ना महात्मा गांधी की पुण्यतिथि के मौके पर 30 जनवरी को गांधी मैदान एक खुली जीप से जाएंगे जहां वह रैली में शिरकत करेंगे। जेपी संस्थान की माया कहती हैं कि अन्ना जेपी कुटिया में जेपी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करेंगे और इसके बाद लोगों से मिलेंगे। वह कहती हैं कि बिहार के लिए यह सुखद संयोग है कि राष्ट्रपति महात्मा गांधी और जेपी के बाद अब अन्ना बिहार की धरती से आंदोलन की शुरुआत करेंगे। गांधी ने जहां अहिंसा को मुख्य हथियार बनाते हुए अग्रेजों को देश से बाहर निकाला वहीं जेपी ने केंद्र सरकार पर इसी बिहार से दबाव बनाकर आपातकाल हटवाया और अब अन्ना ने देश से भ्रष्टाचार हटाने की मुहिम की शुरुआत करने के लिए बिहार को चुना है।

अन्ना टीम के लोगों की मानें तो पटना के बाद अन्ना पूरे देश में भ्रष्टाचार के खिलाफ अलख जगाने निकलेंगे। वह गांव-गांव जाएंगे विद्यालयों और महाविद्यालयों में जाकर विद्यार्थियों को गांधी की शपथ दिलाएंगे। इस रैली में पूर्व थल सेना अध्यक्ष जनरल वी के सिंह, किरण बेदी, संतोष भारतीय, गिलानी कतार, भारतीय प्रशासनिक सेवा के सेवानिवृत अधिकारी पंचम लाल सहित देश के जाने-माने चिंतक, बुद्धिजीवी, समाजसेवी सहित हजारों युवाओं के भाग लेने की संभावना है।

" "