नई दिल्ली : भारत-पाक सीमा पर नियंत्रण रेखा के निकट दो दिन पहले पाकिस्तानी सैनिकों के हमले में शहीद हेमराज की मां ने गुरुवार को कहा कि मेरे बेटे का सिर वापस मिलने तक मुझे संतुष्टि नहीं मिलेगी। शहीद की मां ने ज़ी न्यूज के साथ बातचीत में कहा कि मेरे बेटे के साथ काफी बर्बरता की गई है। उसके सिर को हर हाल में वापस लाया जाए। जब तक उसके बेटे के सिर को वापस नहीं लाया जाता तब तक उन्हें संतुष्टि नहीं मिलेगी।
गौर हो कि जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान सीमा पर शहीद हुए मथुरा के लांसनायक हेमराज सिंह का बुधवार देर रात यहां अंतिम संस्कार कर दिया गया। ज्ञातव्य है कि इस घटना में शहीद हुए दो भारतीय सैनिकों में से एक उत्तर प्रदेश के मथुरा जनपद के हरियाणा से सटे गांव शेरनगर खरार का रहने वाला था।
उसका पार्थिव शरीर रात करीब आठ बजे यहां पहुंचा। गांव में हजारों लोगों की उपस्थिति में उनके पांच वर्षीय पुत्र प्रिंस ने मुखाग्नि दी। इस मौके पर सेना, पुलिस व प्रशासन के अनेक वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
इससे पहले, भारतीय सेना ने कहा कि था कि जम्मू कश्मीर में नियंत्रण रेखा पार कर घुसे पाकिस्तानी सैनिकों के एक हमले में शहीद हुए हमारे दोनों सैनिकों के शव क्षत विक्षत हालत में थे और एक सैनिक का सिर अभी तक नहीं मिल पाया है। 25 डिवीजन ब्रिगेडियर के डिप्टी कमांडर जेके तिवारी ने राजौरी में संवाददाताओं को बताया कि दोनों सैनिकों के शव क्षत विक्षत हालत में थे। एक का सिर कलम किया हुआ था जबकि दूसरे का सिर वहां नहीं था। यह (एक जवान का सिर) बरामद नहीं हुआ है। शायद वे (पाकिस्तानी) उसे अपने साथ ले गए।
उन्होंने बताया कि सेना लांस नायक सुधाकर सिंह का सिर बरामद करने में कामयाब नहीं हुई है। पुंछ सेक्टर के मेधर इलाके में कल हुए हमले में लांस नायक हेमराज के साथ सिंह की भी हत्या कर दी गई थी। सेना ने कल कहा था कि दोनों में एक शव क्षत विक्षत है जबकि सूत्रों ने बताया कि दोनों सैनिकों के सिर कलम किये हुए थे और इनमें से एक सैनिक का सिर पाकिस्तानी घुसपैठिये अपने साथ ले गए।