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भ्रष्टाचार के खिलाफ भारत समर्थक

बारिश के बावजूद बड़ी संख्या में लोग जंतर मंतर पहुंचे

गांधीवादी अण्णा हजारे अनशन के तीसरे दिन तबीयत बिगड़ने के बावजूद अपने मजबूत इरादों के साथ डटे हुए हैं। उन्होंने सरकार को कड़े शब्दों में चेतावनी दी कि लोकपाल मुद्दे पर अगर सरकार नहीं सुनती है तो उसे जनता के रोष का सामना करना पडेÞगा। लोगों में विरोध की लहर बन रही है जिससे सरकार को जाना पड़ेगा। बारिश होने और मेट्रो रेल बंद होने के बावजूद दोपहर तक बड़ी संख्या में अण्णा समर्थक आंदोलन स्थल जंतर मंतर पहुंचे। फिल्मी सितारों ने भी धरना स्थल पहुंचने की बात कही। दूसरी ओर आंदोलन समर्थकों ने आटा-दाल लेकर केंद्रीय कृषि मंत्री शरद पवार के घर के बाहर प्रदर्शन किया।

आंदोलन में रविवार को आई भारी भीड़ के बाद सोमवार सुबह अनशन स्थल पर कम ही लोग थे। बारिश और मेट्रो सेवाओं में आई बाधा के कारण कम लोग आ पाए। लेकिन दिन चढ़ने के साथ लोगों की संख्या बढ़ने लगी। कुछ लोग ऐसे भी थे जो मेट्रो की लेटलतीफी का शिक ार होकर घंटों भटक कर आए। कुछ लोग बस और आॅटो से आए तो कुछ अपने वाहन से पहुंचे। जंतर-मंतर के आसपास कारों व दुपहियों की कतारें भी दिखीं।

हजारे 11 बजे मंच पर आए। उन्होंने कहा कि देश में भ्रष्टाचार के खिलाफ विरोध की लहर बन रही है। मुझे ऐसा लग रहा है कि सरकार को एक सशक्त लोकपाल विधेयक लाना होगा या उसे जाना होगा। उन्होंने कहा कि सरकार को जनता के आगे झुकना होगा। जनप्रतिनिधियों को जनता को तवज्जो देनी ही होगी। भ्रष्टाचार पर लगाम लगानी ही होगी। कभी न कभी आक्रोश के स्वर


उठेंगे ही। हजारे ने कहा कि अपने आंदोलन की राह पर चलने की सबसे बड़ी ताकत उन्होंने अपने नैतिक बल से पाई। उन्होंने स्वामी विवेकानंद से प्रेरणा पाई कि सेवा में ही असली आनंद है, इसलिए सेवा की राह ली। तन से जितना हुआ, किया। धन से भी मदद की। पेंशन से जितना पैसा मिलता है, जरूरतमंदों को दे देते हैं। उन्होंने ईमानदारी को अपना हथियार व ताकत बनाने की बात कही।

किरण बेदी ने इस लड़ाई को आर-पार की लड़ाई करार देते हुए कहा कि इस बार या तो समान समृद्धि यात्रा शुरू होगी या फिर साठगांठ वाली व्यवस्था चलती रहेगी। उन्होंने स्वामी रामदेव के बारे में चल रही बयानबाजी के बारे में कहा कि उनके रास्ते अलग-अलग हो सकते हैं लेकिन आंदोलन में वे साथ हैं।

फिल्मकार शेखर कपूर ने आंदोलन का समर्थन करते हुए जंतर मंतर पहुंचने की बात कही। उन्होंने सरकार नहीं, राजनीतिक व्यवस्था बदलने की जरूरत पर बल दिया। उधर अण्णा समर्थकों ने केंद्रीय कृषि मंत्री शरद पवार के घर के बाहर प्रदर्शन किया। इस पर टीम अण्णा ने कहा कि इस प्रदर्शन से उसका कोई लेना-देना नहीं है। लोग सीधे जाकर इस तरह से अपना रोष जाहिर कर रहे हैं। जंतर मंतर पहुंचे लोग अपने-अपने तरीके से भागीदारी कर रहे हैं। कोई पेंटिंग तो कोई गाने के जरिए अपने को अभिव्यक्त कर रहा था।

अरविंद केजरीवाल ने लोगों से अपील की है कि यह सप्ताह देश को समर्पित करिए। आप अपने कार्यालय और कालेज से छुट्टी लीजिए। सड़कों पर आइए। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचारमुक्त भारत के लिए प्रार्थना कीजिए। मुझे पूरा विश्वास है कि भारत का समय आ गया है। भविष्य भारत का है।
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