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भ्रष्टाचार के खिलाफ भारत समर्थक

अगर हिंसा हुई तो खत्म कर दूंगा अनशन : अन्ना:

नई दिल्ली। जंतर-मंतर पर मीडियाकर्मियों के साथ हुई बदसलूकी पर आखिरकार टीम अन्ना ने माफी मांग ली। अन्ना हजारे और टीम के अहम सदस्य अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार सुबह मंच से इस मामले पर दुख जताते हुए माफी मांगी। अनशन के तीसरे दिन अन्ना हजारे ने कहा कि मीडिया पर हमले से उन्हें दुख हुआ है।

आंदोलन का जिक्र करते हुए अन्ना ने कहा कि हम अहिंसात्मक आंदोलन कर रहे हैं, ऐसे में कहीं भी किसी तरह की हिंसा नही होनी चाहिए। यदि ऐसा हुआ तो दो दिन में आंदोलन खत्म हो जाएगा। अन्ना ने माना कि आंदोलन को घर-घर में मीडिया ने ही पहुंचाया है। हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि आज बच्चे-बच्चे की जबां पर अगर जन लोकपाल का नाम है तो उसकी वजह मीडिया ही है। कहीं अगर कुछ कमी है तो हमें सोचना होगा। अन्ना ने समर्थकों को चेतावनी भरे लहजे में कहा कि अगर कहीं भी किसी तरह की हिंसा हुई तो वो आंदोलन खत्म कर देंगे। यहां तक की अन्ना ने शब्दों की हिंसा का भी विरोध किया।3

अन्ना का अनशन: निशाने पर मीडिया, हुई हाथापाई
अरविंद केजरीवालः मीडिया से बदसलूकी के लिए माफी मांगते हुए अरविंद केजरीवाल ने कहा कि घृणा पाप से करो पापी से नहीं। जनतत्र संवाद से चलता है, मारपीट से नहीं। अगर साथियों (मीडिया) से मतभेद है तो बातचीत करके, संवाद करके सुलझाना चाहिए। पिछले एक साल से आंदोलन का हिस्सा बनें तमाम चैनलों के मीडियाकर्मियों का नाम लेते हुए केजरीवाल ने कहा कि यह चैनल के मालिकों को तय करना होगा कि वो देश के साथ हैं या भ्रष्टाचारियों के साथ हैं। समर्थकों के हिंसात्मक रवैये पर केजरीवाल ने कहा कि समर्थक हाथ जोड़कर बात करें, बदसलूकी से नहीं।

संजय सिंहः टीम अन्ना के एक और अहम सदस्य संजय सिंह वे हमले की निंदा की। सिंह ने कहा कि मीडिया आंदोलन की खबर दिखाए या न दिखाए यह उस पर छोड़ दीजिए। कोई भी आपकी खबर दिखाए ऐसा नहीं होगा। किसी भी मीडियाकर्मी के खिलाफ अभद्रता करने की आवश्यकता नहीं है। सिंह ने कहा कि यदि कहीं भी ऐसा होता है तो उसे रोकिए, मना कीजिए। हम अन्ना की अहिंसक क्रांति में शामिल होने आए हैं।
अन्ना: सरकार को लोकपाल लाना होगा, या जाना होगा!

इससे पहले जंतर-मंतर पर अन्ना हजारे के अनशन के तीसरे दिन आंदोलन समर्थकों ने मीडिया के खिलाफ स्लोगन लहराए। जनता ने ‘ना मीडिया से ना सरकार से, देश चलता है जनता से’ लिखे स्लोगन अनशन स्थल पर लहराए। बता दें कि टीम अन्ना के वरिष्ठ सदस्य शांति भूषण द्वारा मीडिया पर पक्षपात का आरोप लगाने के बाद भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई ने एक नया मोड़ ले लिया था।

आंदोलन के समर्थकों ने सोमवार को जंतर-मंतर पर मीडिया के लोगों के साथ बदसलूकी भी की थी। इसपर ब्रॉडकास्ट एडिटर्स एसोसिएशन (बीईए) ने टीम अन्ना को माफी मांगने के लिए कहा। वहीं, पुलिसकर्मियों के खिलाफ उकसाने वाला बयान देने पर दिल्ली पुलिस ने कुमार विश्वास के खिलाफ नोटिस जारी किया।

दरअसल जंतर मंतर पर सोमवार रात टीम अन्ना के सदस्य शांति भूषण लोगों को संबोधित कर रहे थे और शांति भूषण का कहना था कि न्यूज चैनल्स सही खबर नहीं दिखा रहे हैं। शांति भूषण ने अपने भाषण में कहा कि कुछ चैनल जानबूझकर ये दिखा रहे हैं कि अनशन में भीड़ नहीं हो रही है। मीडिया टीआरपी के लिए रिएलिटी से हेरफेर करती है।

शांति भूषण के इसी बयान के बाद वहां जमा भीड़ उतेजित हो गई और मीडियाकर्मियों के साथ बदसलूकी करने लगी। वहां मौजूद अन्ना के समर्थकों ने मीडिया के खिलाफ नारे भी लगाए। टीम अन्ना के सदस्य कुमार विश्वास ने इस हमले की निंदा की है और कहा है कि इस तरह की घटना नहीं होनी चाहिए थी।
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