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भ्रष्टाचार के खिलाफ भारत समर्थक

बिना इंसाफ के दिल्ली के जंतर-मंतर से हटने को तैयार नहीं प्रदर्शनकारी


राजधानी दिल्‍ली में 16 दिसम्बर को मेडिकल की छात्रा के साथ गैंगरेप की वारदात के बाद इंसाफ दिलाने के लिए समूचा भारत जाग उठा है.

जंतर-मंतर पर रविवार रात भर प्रदर्शनकारी लोग जमा रहे और पीड़िता को तुरंत न्‍याय दिलाने की मांग करते रहे.यहां पर लोगों के आने का सिलसिला जारी है. वहीं, देश के विभिन्‍न हिस्‍सों में पीड़िता को न्‍याय की गुहार के साथ विरोध प्रदर्शन कर रहे.

राजेश गंगवार आठ दिन से भूख हड़ताल पर
जंतर मंतर पर बरेली से आए राजेश गंगवार पिछले आठ दिन से भूख हड़ताल पर हैं. उनके साथ भूख हड़ताल पर उनके दोस्त मुरलीनाथ खुशवार भी बैठे हैं. साथ ही फर्रुखाबाद से बाबू सिंह भी पिछले तीन दिन से हड़ताल पर हैं.

ये लोग महिला उत्पीड़न के विरोध में भूख हड़ताल कर रहे हैं. जंतर मंतर पर कड़ाके की ठंड में कंबल ओढ़कर भूख हड़ताल कर रहे हैं.

अंतिम संस्कार के बाद भी गुस्‍सा कम नहीं
गैंगरेप की पीड़िता के अंतिम संस्कार के बाद भी लोगों का गुस्‍सा कम नहीं हुआ और दुष्कर्म कानूनों में बदलाव कर और कड़ा बनाने की मांग कर रहे हैं.

प्रदर्शनकारियों ने कहा कि हम दुष्कर्म मामले की तीव्र सुनवाई के साथ ही दोषियों को सजा देकर पीडि़ता को तुरंत न्‍याय दिलाना चाहते हैं.जब तक ये मांग पूरी नहीं होगी तब तक हम प्रदर्शन जारी रखेंगे.

पुलिस ने इंडिया गेट और रायसीना हिल के आसपास निषेधाज्ञा लागू कर दिया है और इन इलाकों की तरफ जाने वाली सड़कों को बंद कर दिया है.

गौरतलब है कि गैंगरेप की शिकार 23 वर्षीया युवती के शव को सिंगापुर से लाए जाने के तत्काल बाद रविवार तड़के परिजनों और सरकारी अधिकारियों की उपस्थिति में बेहद गोपनीयता से उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया. 

बीते 16 दिसंबर को युवती के साथ चलती बस में दुष्कर्म किया गया था और उसे और उसके पुरुष मित्र को बेरहमी से पीटने के बाद दोनों को सड़क किनारे फेंक दिया गया था.

पीड़िता को दस दिनों तक सफदरजंग अस्पताल में रखा गया था. हालत बिगड़ने के बाद उसे सिंगापुर ले जाया गया था, जहां शनिवार तड़के उसने दम तोड़ दिया.

बेटी की मौत के गम में मां भी बीमार
इस बीच पीडिता की मां बेटी की मौत के गम में बीमार पड़ गई. उसे इलाज के लिए डीडीयू अस्पताल में भर्ती कराया गया. हालांकि बाद में उसे छुट्टी दे दी गई.

रविवार जब सिंगापुर से पीडिता की पार्थिव देह दिल्ली पहुंची तो मां की आंखों से आंसू छलक आए. जैसे ही वह अपने घर पालम पहुंची,बेहोश हो गई. 

मृतका के छोटे भाई ने बताया कि इलाज के लिए हम मां को डीडीयू अस्पताल लेकर गए। अस्पताल के उप चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर एसपी बरूआ ने बताया कि पीडिता की मां का सीटी स्कैन,ब्लड जांच और ईसीजी किया गया.

सभी जांच रिपोर्ट नॉर्मल पाए जाने के बाद मनोचिकित्सक ने भी महिला की जांच की. कोई दिक्कत नहीं पाए जाने के बाद उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई. 
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