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भ्रष्टाचार के खिलाफ भारत समर्थक

अन्‍ना के गृह जिले में करोड़ों का चारा घोटाला


मुंबई। बिहार के बाद अब महाराष्ट्र में घोटालेबाजों को चारा खाने का चस्का लग गया है। जानवरों का भोजन भी घोटालेबाज हड़प कर रहे हैं। भ्रष्टाचार के खिलाफ हुंकार भरनेवाले अन्ना हजारे के गृह जिले अहमदनगर में चारा घोटाला सामने आया है। इसके अलावा राज्य के चार और जिलों में घोटाले की बात सामने आ रही है।

सूखे से मरते गरीब किसानों के जानवरों के लिए चारा डिपो में सरकार ने करोड़ों रुपए का चारा पहुंचाया लेकिन उसे घोटालेबाज खा गए। इसका पर्दाफाश एक आरटीआई से हुआ। असल में 80 दिन चले चारा डिपो से करीब 1 करोड़ रुपए का चारा बांटा गया। लेकिन गांवों में किसानों को इसकी हवा तक नहीं लगी ये चारा गरीब किसानों को दोगुने दाम पर बेच दिया गया। राजस्व विभाग की रसीदों में इसकी ढुलाई के लिए ट्रक और बड़े वाहन इस्तेमाल हुए। मगर आरटीओ के पास इन नंबरों के ट्रक ही नहीं हैं। लूना से 20 टन चारा तो कायनेटिक से 23 टन चारा ढुलाई दिखाई गई।

सूखे की मार झेलने वाले अहमदनगर, सातारा, सांगली और शोलापुर को मिला दें तो इस घोटाले का पैमाना 4 करोड़ से ऊपर चला गया है। अब प्रशासन जांच की बात कर रहा है।

घोटाले में ठेकेदारों और डिपो मालिकों की ही नहीं, राजस्व विभाग की मिलीभगत भी जाहिर होती है, क्योंकि ढुलाई की रसीदों में ऐसे ट्रकों के नंबर दिखाए गए जो असल में हैं ही नहीं। मालूम हो कि इस साल राज्य की 122 तहसीलों मे सूखा घोषित किया गया था और इनमें 157 चारा डिपो शुरू किए गए थे जिनमें से कई पर चारा घोटाले में शामिल होने के आरोप हैं।

सूखे की वजहसे कई किसानों ने आंखों के सामने चारे के बिना जानवरों को तड़पते हुए मरते देखा, लेकिन घोटालेबाजों को इससे क्या फर्क पडता है, उनको बस अपना पेट भरने की फिक्र पड़ी है। जानवर तो गए लेकिन उनकी मौत के लिए जिम्मेदार घोटालेबाजों को कड़ी सजा मिले, बस यही उम्मीद गरीब किसान कर रहा है।

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