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भ्रष्टाचार के खिलाफ भारत समर्थक

हरियाणा पुलिस थाने ले गई अन्ना की ....

 सेक्टर-4 व 7 चौक पर सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे की प्रतिमा लगाने का प्रयास कर रहे हरियाणा बेरोजगार संघ के अध्यक्ष पीएल कटारिया सहित चार लोगों को पुलिस ने रविवार सुबह गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के अन्ना हजारे की प्रतिमा को भी अपने कब्जे में लेकर सिटी थाने पहुंचा दिया। प्रतिमा स्थापना कार्यक्रम को लेकर निर्धारित स्थल पर पुलिस मुस्तैद रही।


तय कार्यक्रम के अनुसार भ्रष्टाचार के खिलाफ संघर्ष कर रहे सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे की सेक्टर-4 व 7 चौक पर प्रतिमा स्थापना करने के लिए हरियाणा बेरोजगार संघ के पीएल कटारिया के नेतृत्व में लोग गोशाला मैदान से रवाना हुए। ट्रैक्टर ट्राली पर अन्ना हजारे की प्रतिमा के साथ पीएल कटारिया और उनके सहयोगी हाथों में तिरंगा लिए लोगों का आह्वान कर रहे थे।इसी बीच सिविल लाइन थाने से भारी संख्या में पहुंचे पुलिस बल ने पीएल कटारिया को गिरफ्तार कर लिया। इसके साथ ही पुलिस ने पूरनचंद जोशी, अब्दुल और ट्रैक्टर चालक को भी गिरफ्तार कर लिया।


हालांकि इन्हें देर शाम तक ड्यूटी मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश नहीं किया गया। पुलिस के तेवर देख कार्यक्रम में शामिल महिला अन्ना समर्थक बिफर गईं। कुछ लोगों ने खुद को पुलिस से सुपुर्द कर दिया लेकिन पुलिसकर्मियों ने उनकी गिरफ्तारी नहीं डाली। ट्रैक्टर में बंधा लाउडस्पीकर एवं माइक जब्त कर लिया गया। अन्ना हजारे की प्रतिमा को भी पुलिस ने अपने कब्जे में लेकर सिटी थाने पहुंचा दिया। पीएल कटारिया ने पुलिस की इस पूरी कार्रवाई को तानाशाही करार दिया। आरोप लगाया कि उन्होंने नगर निगम, जिला एवं पुलिस प्रशासन सभी से समय से प्रतिमा लगाने की अनुमति मांगी थी लेकिन किसी ने अनुमति नहीं दी और न ही अनुमति देने से इंकार किया।


यह भी कहा कि शनिवार की शाम पुलिस ने उनके बेटे को घर से उठा लिया और छह घंटे तक अवैध ढंग से सेक्टर-पांच थाने में हिरासत में रखा। बाद में जब मीडियाकर्मियों एवं अन्य लोगों के संज्ञान में मामला आया तो उन्होंने लड़के को लेकर उनके घर पर डेरा जमा लिया। पीएल कटारिया ने कहा कि पुलिस ने कार्यक्रम में जुटे लोगों को भी शनिवार से ही डराना धमकाना शुरू कर दिया था, पुलिस के भय से कई लोग तो भूमिगत हो गए थे। अन्ना हजारे की प्रतिमा लगाए जाने का हरियाणा प्रदेश वैश्य महासम्मेलन के प्रदेश अध्यक्ष भाजपा नेता उमेश अग्रवाल ने भी कड़ा विरोध किया था। वहीं टीम अन्ना ने पहले ही अन्ना के जीते जी उनकी प्रतिमा लगाए जाने का विरोध किया था। उन्होंने स्पष्ट कहा था कि अन्ना ऐसे किसी कृत्य का विरोध करते हैं। इसलिए इस कार्यक्रम में अन्ना टीम की कोई भी भूमिका नहीं होगी।
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