" "

भ्रष्टाचार के खिलाफ भारत समर्थक

'"केजर बम" और "अन्ना फुलझड़ी" से लोहा लेगा 'दिग्गी राकेट'

इलाहाबाद. कांग्रेस के बयानवीर नेता दिग्विजय सिंह और भ्रष्टाचार के मुद्दे पर पूरे देश के राजनेताओं और उद्योगपतियों  के लिए सिरदर्द बने समाजसेवी अरविन्द केजरीवाल इस दीपावली लड़ेंगे एक धमाकेदार युद्ध। और हां, प्रकाश उत्सव पर होने वाली इस धमाकेदार लड़ाई में अन्ना हजारे भी शामिल होंगे। 

यह जंग दिल्ली के रामलीला मैदान, रालेगांव सिद्धि गांव या फिर किसी प्रेस कॉन्फ्रेंस हाल में नहीं लड़ी जायेगी, बल्कि इस लड़ाई की कहानी लिखी जायेगी गांधी-नेहरू परिवार के पुश्तैनी शहर इलाहाबाद में।  

भ्रष्टाचार के मुद्दे पर नेताओं के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले समाजसेवी अन्ना हजारे और उनके पूर्व सहयोगी अरविन्द केजरीवाल इस  दीपावली पर बाज़ार में बिक रहे पटाखों में भी छाये हुए हैं। बाज़ार में इस बार अन्ना हजारे के नाम वाली फुलझड़ी मौजूद है तो रोज़ नए- नए खुलासे करने वाले केजरीवाल के नाम का बम खूब धूम मचा रहा है।

पटाखा बाज़ार में अगर अन्ना और केजरीवाल के नाम की धूम मची हुई है तो भला कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह कैसे पीछे रहते। कारोबारियों ने अन्ना और केजरीवाल से मुकाबला करने के लिए दिग्विजय राकेट बाज़ार में उतारा हुआ है। इन चर्चित हस्तियों के नाम वाले पटाखे खूब पसंद किये जा रहे हैं। इनकी ज़बरदस्त डिमांड भी है।

इलाहाबाद के पटाखा बाज़ार में इस बार अन्ना हजारे, अरविन्द केजरीवाल और दिग्विजय सिंह के नाम वाले पटाखों की धूम है। हालांकि इन सबमें केजरीवाल बम सबसे ज्यादा पसंद किया जा रहा है। महंगा होने के बावजूद केजरीवाल बम की खूब बिक्री हो रही है। इस बम की खासियत यह है कि इसको बजाने पर न तो ज्यादा तेज आवाज़ होती है और ना ही किसी तरह का प्रदूषण फैलता है।

४५ रूपये पीस का केजरीवाल बम फूटने के बाद रंग-बिरंगे कागज़ बिखेरकर लोगों को हैरान करता है। अन्ना फुलझड़ी बच्चों की पहली पसंद बनी हुई है।  दस पीस वाली अन्ना  फुलझड़ी की कीमत साठ रूपये है। यह पहले सफ़ेद और बाद में रंगीन रोशनी बिखेरती है। दिग्विजय राकेट तीस रूपये पीस बिक रहा है।  हल्की आवाज़ के साथ हवा में उड़ने वाला दिग्विजय राकेट देर तक घूमता व मंडराता रहता है।  


" "